अमरिका हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप ना करें – राजनयिक निषेध दर्ज कर रहे चीन की मांग

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – विश्व का सबसे बड़ा नाम होने वाले ‘जिमी लाय’ ने अमरिका में जाकर उपराष्ट्राध्यक्ष माईक पेन्स और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ से मुलाकात की हैं| मुलाकात में उन्होंने वर्तमान में हॉंगकॉंग में जिस मुद्दे पर प्रदर्शन शुरू है, उन अपराधियों को चीन के पास हस्तांतरित करने के संदर्भ में चर्चा करने का वृत्त हैं| इस पर चीन से प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है और चीन ने राजनैतिक स्तर पर इसका निषेध दर्ज किया हैं| साथ ही अमरिका हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप ना करें, ऐसा आवाहन चीन के विदेश मंत्रालय ने किया हैं|

चीन के आधिपत्य में होने पर भी हॉंगकॉंग की राजनैतिक व्यवस्था चीन के एकाधिकार शाही से बहुत अलग हैं| यह व्यवस्था ध्वस्त करने की तैयारी चीन ने शुरू करते हुए हॉंगकॉंग के अपराधियों को चीन में हस्तांतरित करने वाला विधेयक हाल ही में हॉंगकॉंग में पेश किया गया था| इस पर हॉंगकॉंग की जनता से तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ी हैं| इसके विरोध में हुए तीव्र प्रदर्शनों को ध्यान में लेते हुए चीन और हॉंगकॉंग के चीन समर्थक प्रशासन को पीछे हटने के लिए विवश होना पड़ा हैं| यह विधेयक पीछे लेने की तैयारी दर्शाएं जाने पर भी प्रदर्शनकारी चीन पर तथा हॉंगकॉंग के प्रशासन पर विश्वास रखने के लिए तैयार नहीं हैं|

इसीलिए ही अभी भी हॉंगकॉंग में प्रदर्शन रुकें नहीं हैं बल्कि इन प्रदर्शनों की तीव्रता अधिक ही बढ़ने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं| पश्चिमी देशों ने संपूर्ण समर्थन देते हुए इन प्रदर्शनों को चुनौती देने की आक्रामक भूमिका स्वीकार की हैं| ब्रिटेन ने इस मामले में चीन को कठोर चेतावनी दी हैं| तो अमरिका ने प्रदर्शनकारियों की जायज मांगों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता, ऐसा चीन को सूचित किया हैं| इस पृष्ठभूमि पर हॉंगकॉंग में प्रख्यात वर्तमान पत्र और नियतकालिक के मालिक होने वाले जिमी लाय ने अमरिका को भेंट दी थीं|

अमरिका के उप-राष्ट्राध्यक्ष पेन्स और विदेश मंत्री पोम्पिओ के साथ हुई चर्चा में हॉंगकॉंग के स्थिति की जानकारी दी हैं| इतना ही नहीं तो हस्तांतरण कानून के बारे में भी इस बैठक में चर्चा होने का बताया जाता हैं| चीन से इस पर प्रतिक्रिया आते हुए इस बात पर चीन ने अमरिका को राजनैतिक स्तर पर निषेध दर्ज कराया हैं| अमरिका हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप ना करें, ऐसा आवाहन चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने किया हैं| अमरिका कानून का पालन करें, हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप करना रोक दें और यहां की स्थिरता और सुरक्षा को चुनौती देने वाली कार्रवाईयां ना करें, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा हैं|

इससे पहले भी चीन ने पश्चिमी देशों को हॉंगकॉंग में हस्तक्षेप ना करें, ऐसा फटकारा था| साथ ही वर्तमान में हॉंगकॉंग में शुरू प्रदर्शनों के पीछे पश्‍चिमी देशों का चीन विरोधी षडयंत्र होने का आरोप चीन ने किया था| परंतु हॉंगकॉंग के प्रदर्शनकारियों की मांग जायज होते हुए चीन इन प्रदर्शनकारियों का गला नहीं दबा सकता हैं, ऐसा अमरिका, ब्रिटन और अन्य पश्चिमी देशों का कहना हैं| तो हॉंगकॉंग के प्रदर्शनकारियों ने अपनी सभी मांगों को स्वीकार किया की जाने तक चीन के एकाधिकार शाही के विरोध में प्रदर्शन जारी रखेंगे, ऐसी भूमिका ली हैं्| साथ ही चीन के हाथ की कठपुतली होने वाले हॉंगकॉंग के प्रशासन को वह नहीं मानेंगे, ऐसा आंदोलनकारियों ने बताया हैं|

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