‘कोरोना व्हायरस’ के मुद्दे पर अमरिका ने किया नकारात्मक मानसिकता का प्रदर्शन – चीन की नई फटकार

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग: ‘चीन समेत दुनिया के २५ से भी अधिक देशों में फैली कोरोना व्हायरसकी बिमारी को लेकर अमरिका की निति और गतिविधियां उनकी नकारात्मक मानसिकता का प्रदर्शन करनेवाली थी| अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैली इस बिमारी की महामारी के विरोध में जारी मुहीम का वापर अमरिका ने चीन की प्रतिमा मलिन करने के लिए किया, ऐसी आलोचना चीन की शासक कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपल्स डेलिने की है| यह आरोप यानी चीन की हुकूमत ने कोरोना व्हायरसका फैलाव रोकने में प्राप्त की हुई नाकामी से ध्यान हटाने की कोशिश समझी जा रही है|

चीन के वुहानशहर से फैली कोरोना व्हायरसकी महामारी में अबतक १,७७५ लोगों की मौत हुई है और अबतक करीबन ७१ हजार से भी अधिक लोगों को इस बिमारी ने चपेट में लिया है| चीन की हुकूमत ने सभी तरह के प्रावधान करने के बावजूद इस बिमारी का फैलाव नियंत्रण में आने के कोई भी संकेत अभी प्राप्त नही हुए है| बल्कि हर रोज कम से कम दो हजार लोगों को यह बिमारी अपनी चपेट में ले रही है, यही चित्र चीन में देखा जा रहा है|

इस कारण अपनी नाकामी छुपाने के लिए चीन ने अब अन्य देशों पर आरोप लगाने की कोशिश शुरू की है| दो हफ्ते पहले भी चीन ने इसी तरह से अमरिका ने कोरोना व्हायरसको लेकर किए निर्णय पर आलोचना की थी| पर, चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग और अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने फोन पर बातचीत करने के बाद यह विवाद थम गया था| चीन ने अमरिका का दस्ता एवं अन्य सहायता स्वीकारने के लिए मंजुरी दी थी|

अब फिर एक बार अमरिका की निति और निर्णयों को लक्ष्य करके चीन दुनिया का ध्यान हटाने की कोशिश करता दिख रहा है| पिछले कुछ दिनों से कोरोना व्हायरसका निर्माण चीन में ही होने की बात एवं राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग को इस बिमारी की डरावनी सच्चाई ज्ञात होने की खबरें प्राप्त हुई है| साथ ही जागतिक स्वास्थ्य संगठन ने चीन की मर्जी रखने के लिए कोरोना व्हायरस की महामारी की गंभीरता कम रखने की कोशिश की है, यह दावे भी सामने आए थे| इस कारण इस बिमारी के मुद्दे पर चीन पर कडी आलोचना हो रही है|

इसी पृष्ठभूमि पर अमरिका ने किए निर्णय और गतिविधियों को लक्ष्य करके चीन इस आलोचना की तीव्रता कम करने की कोशिश करता दिख रहा है| एक ओर चीन के वरिष्ठ नेता देश की ओर सभी प्रकार की चुनौतियां एवं खतरों का मुकाबला करने की क्षमता होने की बयान बाजी कर रहे है और उसी समय इस महामारी को रोकने में मिलि नाकामी के लिए अन्य देशों को जिम्मेदार साबित करने की कोशिश करते दिखाई देने की बात पीपल्स डेलिने की आलोचना से दिख रही है|

इसी दौरान, जापान एवं अन्य एशियाई देशों में रोके गए यात्रि जहाजों में फंसे पर्यटकों की रिहाई की गतिविधियां तेज हुई है| सोमवार से अमरिका के साथ कनाडा और यूरोपिय एवं एशियाई देशों ने अपने नागरिकों को स्वदेश लाने के लिए मुहीम शुरू करने का वृत्त प्राप्त हुआ है| अमरिका के करीबन ६०० से भी अधिक यात्रि इन जहाजों पर फंसे है| पर, इन यात्रियों को स्वदेश लेकर जाने की मुहीम से इस बिमारी का दायरा और भी बढ सकता है, यह इशारा भी कुछ विशेषज्ञों ने दिया है|

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