चीन और रशिया की हवाई सुरक्षा को चकमा देने में काबिल विमानों की अमरिका को जरूरत – अमरिका के लष्करी सचिव की जानकारी

Third World Warवॉशिंगटन: ‘इसके आगे अमरिका को अफगानिस्तान और इराक युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले लष्करी वाहन और हेलिकॉप्टर्स पर अधिक पैसा खर्च करने की जरूरत नहीं रही हैं| इसके बदले में चीन और रशिया की हवाई सुरक्षा यंत्रणा को चकमा दे सके ऐसे लड़ाकू विमानों की अमरिका को सबसे ज्यादा आवश्यकता हैं,’ ऐसा अमरिकी लष्कर के सचिव ‘डॉ. मार्क एस्पर’ ने कहा हैं| आने वाले एक-डेढ़ साल में अमरिकी लष्कर को तीव्र युद्ध के लिए तैयार रहना होगा, ऐसे संकेत भी ‘डॉ. एस्पर’ ने लष्करी अधिकारियों के संदर्भ में दिए हैं|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने तीनों सुरक्षा दलों के आधुनिकीकरण पर जोर लगाते हुए इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षा निधि भी उपलब्ध कराया हैं| आने वाले समय में अमरिका की सुरक्षा के सामने बड़ी चुनौतियां होने का रेखांकित कर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अपने सुरक्षा दलों को तैयार रहने के आदेश दिए हैं| अमरिकी लष्कर के सचिव डॉ. मार्क एस्पर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमरिका के ‘नॅशनल डिफेन्स स्ट्रेटजी’ में पिछले वर्ष में हुए बदलाव के अनुसार लष्कर की प्राथमिकता भी बदलने का बताया हैं|

चीन, रशिया, हवाई सुरक्षा, चकमा देने, काबिल विमानों, अमरिका, जरूरत, लष्करी सचिव, जानकारीअमरिका के वरिष्ठ अधिकारियों ने चीन और रशिया के विरोध में घनघोर युद्ध के लिए आवश्यक होने वाले ‘स्पेशल’ हथियारों की मांग की हैं| चीन और रशिया की हवाई सुरक्षा यंत्रणा भेदने वाले विमान और उतनी ही शक्ति के हथियारों की लष्कर को आवश्यकता होने की मांग इन अधिकारियों ने करने का डॉ. एस्पर ने कहा हैं| इनमें लंबी दूरी तक हमला करने वाले तोंप, निगरानी और हमलें करनेवाले विमान, अति उन्नत मिसाइल भेदी हवाई सुरक्षा यंत्रणा और आधुनिक नेटवर्क यंत्रणा के साथ इन अधिकारियों ने अपने विचार प्रस्तुत किए हैं|

चीन और रशिया की हवाई सुरक्षा यंत्रणा विभाजित करने वाले लड़ाकू विमानों के संबंध में एस्पर ने अधिक जानकारी नहीं दी हैं| परंतु अमरिका का लष्कर पिछले दो दशकों से अफगानिस्तान इराक और वर्तमान में सीरिया के युद्ध में इस्तेमाल करने वाले हथियारों का खर्च कम करने की तैयारी भी इस अधिकारी ने दिखाने की जानकारी डॉक्टर ने दी हैं| अमरिका के लष्कर से इस्तेमाल किए जाने वाले ‘सीएच-४७ चिनूक’ हेलीकॉप्टर्स, हम्वी लष्करी वाहन इन पर खर्च करने की आवश्यकता नहीं, ऐसा एस्पर ने सूचित किया हैं|

पिछले वर्ष लष्कर ने २५ अरब डॉलर्स का निवेश होनेवाली लगभग २०० परियोजनाओं को कम करने का निर्णय लेने की जानकारी एस्पर ने दी हैं| इनमें १९०० हम्वी वाहन कम करने का लष्कर ने निश्चित करते हुए ‘ऑशकॉश’ अमरिकन कंपनी की ‘जॉईंट लाइट टैक्टिकल व्हेईकल्स’ को प्राथमिकता दी जाने वाली हैं| ‘ऑशकॉश’ के वाहन उन्नत तंत्रज्ञान और हथियारों से लैस होने का दावा किया जाता हैं| साथ ही ‘फ्यूचर वर्टिकल लिफ्ट’ से मुस्तैद गतीमान हेलीकॉप्टर्स का विचार शुरू होने का एस्पर ने कहा हैं| इसलिए अमरिका के लष्कर ‘लॉकहीड मार्टिन’, ‘बोइंग’ कंपनी के नए प्रोजेक्ट पर भी विचार कर रहे हैं|

वही, लंबी दूरी के तोंप का उल्लेख करते हुए एस्पर ने चीन का उल्लेख किया हैं| चीन के विध्वंसक को रोकने के लिए लंबी दूरी और सही निशाना साधने वाले तोंप की आवश्यकता होने का एस्पर ने कहा हैं| लष्कर को आवश्यक होनेवाले यह विध्वंसक भेदी तोंप कहां तैनात किए जाएंगे, इस विषय पर एस्पर ने जानकारी देना का टाला हैं|

दौरान, अमरिकी लष्कर तैयार कर रही नई स्ट्रेटजी के संबंध में अमरिका के इंडो-पैसिफिक कमांड के प्रमुख एडमिरल फिलिप डेव्हिडसन से चर्चा हुई हैं| आने वाले समय में अमरिका की यूरोपियन कमांड के प्रमुखों से चर्चा होगी, यह बताकर चीन, रशिया के विरोध में तैयारी की जानकारी दी हैं| चीन, रशिया का खतरा ध्यान में लेते हुए अमरिका की वायुसेना ने कुछ ही दिनों पहले ही हायपरसोनिक मिसाइल तथा लेजर से सज्जित लड़ाकू विमानों के निर्माण पर भी जोर देने की घोषणा की हैं|

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