सीरिया पर अमरीका का मिसाईल्स हमला; सीरियन सेना के अड्डे पर ६० मिसाईल्स दागी

फ्लोरिडा/दमास्कस दि. ७ : सीरियन सेना के होम्स शहर के अड्डों पर ६० टोमाहॉक मिसाईल्स का हमला कर अमरीका ने दुनिया में खलबली मचा दी| तीन दिन पहले इदलिब शहर में हुए रासायनिक हमलों के लिए सीरियन सेना ज़िम्मेदार है, ऐसा आरोप करके अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने, यह बरदाश्त नहीं किया जायेगा, ऐसी चेतावनी दी थी| इस पृष्ठभूमि पर, भूमध्य समुद्र में तैनात रहे ‘युएसएस रॉस’ और ‘युएसएस पॉर्टर’ इन युद्धपोतों से इदलिब में ये मिसाईल्स हमले करवाये गये|

६० मिसाईल्समंगलवार को इदलिब में रासायनिक हमला हुआ था| इसमें १०० लोगों की जानें गयी थीं| मरनेवालो में ३० बच्चे भी शामिल थे| इसके बाद सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद के बारे में अपना मतपरिवर्तन हुआ, ऐसी तीखी प्रतिक्रिया अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दी। इससे पहले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने, ‘अस्साद को सत्ता से हटाना यह हमारी प्राथमिकता नहीं है’ ऐसा कहा था| लेकिन इस रासायनिक हमले के बाद हालात बदले हैं, ऐसा कहते हुए ट्रम्प ने, सीरियन हुक़ूमत को लक्ष्य बनाने की चेतावनी दी| साथ ही, आज तक सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद का समर्थन करनेवाला रशिया भी अपनी भूमिका पर पुनर्विचार करें, ऐसी माँग भी अमरीका के विदेशमंत्री ने की थी|

अमरीका के साथ साथ दुनिया भर से इदलिब में हुए रासायनिक हमले पर कठोर प्रतिक्रियाएँ आयीं होकर, शुक्रवार को भोर के समय, अमरिकी नौसेना ने मिसाईल्स का हमला करके सीरियन सेना के अड्डों को लक्ष्य बनाया| इस हमले में सीरिया के होम्स स्थित सेना अड्डे का भारी मात्रा में नुकसान होने की बात कही गई है| सीरिया की हवाई सुरक्षा एजन्सी, लड़ाकू विमान, हँगर्स और ईंधन डेपो का भारी मात्रा में नुकसान हुआ| यह हमला केवल होम्स में शैरत अड्डे तक सीमित था, ऐसा दावा अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेटँगॉन ने किया है| इस अड्डे पर के सीरियन लड़ाकू विमानों ने इदलिब में रासायनिक हमला किया था, इसलिए इस अड्डे पर हमला किया, ऐसी जानकारी पेंटॅगॉन ने दी|

लेकिन सीरिया के न्यूजचैनल ने, केवल होम्स में नहीं, बल्कि सीरिया में अन्य स्थानों पर भी मिसाईल्स के हमले किये जाने का दावा किया है| ये हमले यानी सीरिया पर किये हमले ही माने जायेंगे, ऐसा सीरियन न्यूजचैनल ने कहा है| साथ ही, इस हमले का सारा विवरण हालाँकि अभी तक उपलब्ध नहीं हुआ है, लेकिन इसमें छह लोगों की जानें गई हैं, ऐसा सीरियन सेना का कहना है|

हमले पर अमरीका में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ

वॉशिंग्टन, दि. ७ : सीरिया पर मिसाईल्स हमले करने का निर्णय लेनेवाले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प को एकसाथ प्रशंसा और आलोचना का सामना करना पड़ रहा है| अमरीका के लोकप्रतिनिधि और मीडिया में भी इन हमलों को लेकर दो गुट प़ड़ गये हैं, ऐसा दिखाई दे रहा है|

ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के जानेमाने नेता सिनेटर जॉन मॅक्केन और सिनेटर लिंडसे ग्राहम ने संयुक्त निवेदन जारी कर, सीरिया पर हुए हमले का स्वागत किया| पहले के प्रशासन ने सीरिया के मामले में की हुईं गलतियाँ ट्रम्प ने टाल दी हैं, ऐसा कहकर, हमले का फैसला करनेवाले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प को अपना समर्थन है, ऐसा मॅक्केन और ग्राहम ने कहा|

अमरिकी प्रतिनिधिगृह के सभापति पॉल रायन ने भी, यह कार्रवाई उचित है, ऐसा कहकर, इसके आगे अस्साद हुक़ूमत, अमरीका सबकुछ निष्क्रियतापूर्वक देखती रहेगी ऐसा मानकर नहीं चलेगी, ऐसा भरोसा जताया|

चक शुमर, मार्को रुबिओ, डिक डर्बिन और अमरिकी संसद की ‘फॉरेन रिलेशन्स कमिटी’ के अध्यक्ष एड रॉयस ने भी इस हमले का समर्थन किया| लेकिन ‘फॉरेन रिलेशन्स कमिटी’ की सदस्या रही तुलसी गबार्ड ने इस हमले की कड़ी आलोचना की| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने नतीजे को ध्यान में न लेकर, युद्धखोर सलाहकारों की सलाह सुनकर सीरिया पर हमला किया| इससे अल कायदा को ताकत मिलेगी और इससे आंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे में पड़ेगी, ऐसी चिंता गबार्ड ने जताई|

रिपब्लिकन पार्टी के सिनेटर रँड पॉल ने भी, यह हमला राजनीतिक दृष्टि से अनैतिक है, ऐसा कहते हुए, इस हमले से पहले अमरीकन कॉंग्रेस को विश्‍वास में नहीं लिया गया, ऐसी आलोचना की| वहीं, सिनेटर टेड लियू ने इस हमले के उद्देश्य पर सवाल उठाकर, राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प पर युद्धखोरी का आरोप किया है|

अमरिकी मीडिया के एक गुट ने इस हमले का ज़ोरदार समर्थन किया है| लेकिन फिर भी कुछ न्यूजचैनल और विश्‍लेषक, ‘सीरियन राजवट अपनी ही जनता पर रासायनिक हमला क्यों करेगी?’ ऐसा सवाल पूछ रहे हैं| साथ ही, ‘सीरियन हुक़ूमत पर हमला करने के लिए इदलिब में रासायनिक हमला किया गया’ ऐसा आरोप अमरीका के कुछ विश्‍लेषक कर रहे हैं और इसके पीछे कुछ साज़िश रहने की गहरी आशंका जताई जा रही है|

 

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