‘आतंकवादियों की मदद करनेवाले पाकिस्तान के हाथ अमरीका के हथियार नहीं पड़ने चाहिए’ : अमरिकी सांसदों की माँग

वॉशिंग्टन, दि. १७ : ‘पाकिस्तान की तरफ से आतंकवादियों को दी जानेवाली मदद अभी तक रुकी नहीं है| इस वजह से, इसके आगे पाकिस्तान के हाथ अमरीका के हथियार नहीं चाहिए, ऐसी माँग अमरिकी संसद के सदस्य ‘डाना रोह्बाकर’ और ‘टेड पो’ ने की है| अमरिकी संसद की समिती के सामने बोलते हुए इन दोनों ने, पाकिस्तान के मामले में अमरीका की नीति में बड़ा बदलाव करने की ज़रूरत है ऐसा कहा है| पिछले कुछ दिनों से अमरीका अफगानिस्तान में ज़्यादा सेना तैनात करने की तैयारी में है| इससे पहले अमरिकी संसद सदस्यों ने की हुई माँग पाकिस्तान पर दबाव और ज्यादा बढ़ानेवाली साबित होती है|

अमरीका के हथियारअफगानिस्तान में अधिक सेनातैनाती के बारे में अहम फ़ैसले करने के अधिकार, राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका के रक्षा मुख्यालय पेटँगॉन को दिये हैं| पिछले कुछ महीनों से अफगानिस्तान में तालिबान के हमले बढ़ने की पार्श्‍वभूमि इस फ़ैसले के पीछे है| अमरीका के रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने, अमरीका अफगानिस्तान में चल रही आतंकवादविरोधी लढ़ाई जीतने के हालात में नहीं है, ऐसी राय स्पष्ट रूप में जतायी थी| साथ ही, वे जल्द ही अफगानिस्तान के आतंकवादविरोधी युद्ध के मामले में नई योजना राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सामने प्रस्तुत करनेवाले हैं, ऐसी जानकारी रक्षामंत्री मैटिस ने दी|

अमरीका में इन गतिविधियों के चलते, अमरिकी संसद की ‘आतंकवादविरोधी, परमाणुहथियारविरोधी तथा हथियार व्यापार’ संबंधित उपसमिती के सामने बात करते समय डाना रोह्बाकर ने पाकिस्तान की आतंकवादपरस्त नीति की जमकर आलोचना की| पश्‍चिमी जगत तथा दुनियाभर के पूरे सुसभ्य समाज को रहे आतंकवाद के खतरे के विरोध में लड़नेवाले ईजिप्त जैसे देश को अपने हथियार मिलेंगे, इसका प्रबन्ध अमरीका ने करना चाहिए| उसी समय, आतंकवादियों को समर्थन देनेवाले पाकिस्तान के हाथ में अपने हथियार न पड़ें, इसके लिए अमरीका को ज़्यादा कोशिश करनी चाहिए, ऐसी माँग रोह्बाकर ने इस उपसमिती के पास की|

अमरीका ने आजतक पाकिस्तान को की हुई मदद से अमरीका को क्या मिला, ऐसा सवाल इस वक्त रोह्बाकर ने किया| अफगानिस्तान में अमरिकी जवानों पर हुए हमले के पीछे तालिबान यह आतंकवादी संगठन था और इस संगठन को पाकिस्तान से मदद मिल रही है, इसपर भी रोह्बाकर ने अपना ध्यान खींचा| इतना ही नहीं, बल्कि ‘ओसामा बिन लादेन’ की जगह की जानकारी अमरीका तक पहुँचानेवाले डॉक्टर आफ्रिदी को पाकिस्तान ने अभी तक बंद करके रखा है, इसकी याद रोह्बाकर ने कराके दी|

अमरीका के हथियारऐसे आतंकवादपरस्त देश की इसके आगे मदद करते समय अमरीका को सोचना चाहिए, ऐसा कहकर रोह्बाकर ने पाकिस्तान के मामले में रही अमरीकी नीति में बड़ा बदलाव करने की माँग की है| वहीं, अमरिकी संसद सदस्य ‘टेड पो’ ने भी, पाकिस्तान अमरीका के साथ ‘गेम’ कर रहा है, ऐसा आरोप लगाया| ‘यदि अमरीका ने हमें हथियार नहीं दिये, तो हम चीन की मदद लेंगे’ ऐसा संदेश पाकिस्तान की तरफ से अमरीका को दिया जा रहा है| पाकिस्तान के पास अगर अमरीका के ‘एफ-१६’ विमान आ गये, तो वह उनका इस्तेमाल आतंकवाद के खिलाफ लड़ रही अमरीका के जवानों के खिलाफ करेगा, ऐसा डर हमें लग रहा है| लेकिन पाकिस्तान, यदि अमरीका से मदद नहीं मिली, तो चीन की मदद लेने की चेतावनी दे रहा है| पाकिस्तान का ‘गेम’ हमें पूरी तरह से समझ में गया है, ऐसा दावा टेड पो ने किया|

लेकिन पाकिस्तान जब ऐसा खेल खेल रहा है, तब क्या अमरीका की पाकिस्तानसंबंधित नीति बदली है, ऐसा सवाल पो ने किया| पाकिस्तान के इन दांवपेंचों को अमरीका अपनी रणनीति के ज़रिये आक्रामक जवाब नहीं दे रही है, ऐसी शिकायत इस समय टेड पो ने की| इससे पहले भी, अमरिकी संसद के सामने हुई सुनवाई में अमरीका के सेना अधिकारी और लोकप्रतिनिधि तथा राजनीतिक पाकिस्तान की खुले आम आलोचना कर रहे हैं| इस देश के खिलाफ आक्रामक नीति अपनाने की गुज़ारिश कर रहे हैं| ट्रम्प प्रशासन ने यह बात बहुत गंभीरता से ली है, ऐसे संकेत मिल रहे हैं| अमरीका के रक्षामंत्री जेम्स मैटिस अफगानिस्तान के संदर्भ में जो नई योजना तैयार कर रहे हैं, उसमें पाकिस्तान को लेकर कड़ी उपाययोजनाओं का समावेश होगा, ऐसी गहरी संभावना इस वजह से सामने आ रही है|

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