कोरियन समुद्री इलाके में अमरिकी विमानवाहक युद्धपोत का जापानी युद्धपोतों के साथ युद्धाभ्यास

टोकियो: उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से दागे मिसाइल की पृष्ठभूमि पर कोरियन क्षेत्र में युद्धाभ्यास गतिमान हो गया है। कुछ ही दिनों पहले अमरिका के बोम्बर्स ने दक्षिण कोरिया के लड़ाकू विमानों के साथ अभ्यास किया था। उसी समय रशिया और चीन ने भी नौसेना अभ्यास शुरू किया था। इसके बाद अमरिका की विमानवाहक युद्धपोत ने जापान की नौसेना के साथ अभ्यास शुरू करने की बात सामने आई है। जापान के रक्षा मंत्रालय की और से यह जानकारी बताई गई है।

अमरिका के परमाणु से सज्जित युद्धपोत ‘यूएसएस रोनाल्ड रीगन’ ने कोरियन समुद्री इलाके के पास स्थित ‘सी ऑफ़ जापान’ में जापानी नौसेना के साथ अभ्यास शुरू किया है। इस अभ्यास में अमरिकन विमानवाहक युद्धपोतों का  और ‘स्ट्राइक ग्रुप’ के युद्धपोतों के साथ जापान के तीन प्रमुख युद्धपोतों का समावेश है। इसमें प्रगत ‘हेलीकॉप्टर कैरिअर’ ‘इसे’ के साथ दो विध्वंसकों का समावेश है। इस महीने के अंत तक यह नौसेना का अभ्यास जारी रहेगा, ऐसी जानकारी जापान के रक्षा विभाग ने दी है।

पिछले हफ्ते में ही उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइल का परिक्षण किया था। उसी समय यह मिसाइल जापान की हवाई सीमा पार करके लगभग ३७०० किलोमीटर की दूरी पर प्रशांत महासागर में जा गिरा था। उसके बाद अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने उत्तर कोरिया के विनाश की दी हुई सलाह और उत्तर कोरिया ने जवाब के तौर पर दी हुई परमाणु हमले की धमकी, इस पृष्ठभूमि पर जापान ने होक्कायडो द्वीप पर ‘मिसाइलभेदी’ यंत्रणा तैनात की है। उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से फिर से मिसाइल दागा तो उसे यह यंत्रणा प्रत्युत्तर देगी, ऐसा दावा जापान के रक्षा मंत्री इत्सुनोरी ओनोदेरा ने किया था।

इसी पृष्ठभूमि पर अमरिका के साथ नौसेना का अभ्यास करने की जानकारी सामने आना, यह ध्यान आकर्षित करने वाली बात है। अमरिका ने इसके पहले ही दक्षिण कोरिया और जापान के पीछे मजबूती से खड़े रहने का और उनकी सुरक्षा करने का आश्वासन दिया है। लेकिन रशिया और चीन ने उसपर आक्षेप लिया है और अमरिका की गतिविधियाँ उत्तर कोरिया को चुनौती देने वाली हैं, ऐसा आरोप लगाया है।

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