‘एस-३००’ पर मात करने की क्षमता प्राप्त करने के लिए इस्राइल और अमरिकी रक्षा अधिकारी युक्रेन में

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तेल अवीव – सिरिया पर इस्राइल के हवाई हमले आगे चलकर सहन नहीं होंगे, ऐसी कड़ी चेतावनी रशिया से दिए जा रही है। इस्राइल के हमले रोकने के लिए रशिया ने सिरिया को एस-३०० हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान की है। इसके बाद भी इस्राइल सिरिया पर हमले करता रहेगा, ऐसा इस्राइलने सूचित किया था। इस पृष्ठभूमि पर एस-३०० के हमले को चकमा देकर सिरिया पर हवाई हमले करने की क्षमता प्राप्त करने के लिए इस्राइल एवं अमरिकी रक्षा दल के अधिकारी यूक्रेन में दाखिल हुए हैं। इस्राइल के माध्यमों ने इस बारे में जानकारी उजागर की है।

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सिरिया पर हमला करने वाले इस्राइली विमानों को लक्ष्य करते हुए सिरियन यंत्रणा ने गलती से रशियन विमान गिराया था। पिछले महीने में हुई इस घटना के लिए रशिया ने सिरिया को नहीं तो इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया था। तथा इसके बाद रशिया ने सिरिया को एस-३०० हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान की है और उसकी तैनाती भी की गई है। सिरिया के पास हवाई सुरक्षा यंत्रणा आने की वजह से इस्राइल आगे चलकर उनपर हवाई हमले करते समय दो बार विचार जरूर करे, ऐसी धमकी सिरिया ने दी थी। तथा रशिया ने सिरिया को एस-३०० प्रदान करके इस्राइल को योग्य संदेश पहुंचाया है, ऐसे सूचक विधान रशियन नेताओं से किए जा रहे थे।

पर इस्राइल ने एस-३०० की तैनाती के बाद भी सिरिया पर हमले नहीं रुकेंगे ऐसा घोषित किया था। पर सिरिया पर हमले करनेवाले अपने विमानों की सुरक्षा को इस्राइली सर्वाधिक महत्व दे रहा है, ऐसी बात सामने आई है। इसीलिए इस्राइल और अमरिकी रक्षा दल के अधिकारी यूक्रेन में दाखिल हुए हैं। यूक्रेन के लष्कर से एस-३०० के बारे में जानकारी लेने का एवं इस यंत्रणा को चकमा देने की क्षमता प्राप्त करना इस्राइल के प्रयत्नों का भाग, ऐसा देखा जा रहा है। दौरान इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की सिरिया में तैनाती के बाद इस्राइल ने उसके विरोध में गतिविधियां शुरू की थी।

अमरिका से इस्राइल को प्रगत एफ-३५ लड़ाकू विमान प्रदान किए जा रहे हैं। इन विमानों का भेद एस-३०० नहीं कर सकता, ऐसा अमरीका का कहना है। इस्राइल ने भी वैसे संकेत दिये है और आगे चलकर सिरिया पर हमलो के लिए एफ-३५ का उपयोग किया जाएगा, ऐसा दावा किया था। पर कुछ तांत्रिक दोष होने के कारण फ़िलहाल एफ-३५ का उपयोग करने का जोखिम अमरिका नहीं स्वीकार रहा और इस्राइल ने भी फिलहाल इन विमानों का उपयोग करने कि बात टाली है। इस पृष्ठभूमि पर इस्राइली रक्षा दल के अधिकारियों की यूक्रेन भेंट पर बडी चर्चा है।

इस्राइल में हिब्रू भाषा के वृत्त माध्यम ने इस बारे में जानकारी प्रसिद्ध की है। फिलहाल उसे समर्थन नहीं मिला है। फिर भी एस-३०० का खतरा टालकर इस्राइल सिरिया पर फिर से हवाई हमले करने के लिए जोरदार प्रयत्न कर रहा है, ऐसी बात इससे पहले भी सामने आ रही थी।

कुछ भी होने पर ईरान को सिरिया का उपयोग इस्राइल विरोधी तल के तौर पर नहीं करने देंगे, यह इस्राइल की भूमिका है। इसके लिए समय-समय पर रशिया से टक्कर लेने का समय आया तो इस्राइल उसकी परवाह नहीं करेगा, ऐसी चेतावनी इस्राइल के नेता दे रहे है। सिरिया में हुई एस-३०० की तैनाती से सच में सिरिया की भूमि पर इस्राइल एवं रशिया इनमें संघर्ष भड़कने का डर निर्माण हो रहा है। अमरिका से पूर्ण सहयोग प्राप्त इस्राइल इसके लिए तैयार होने के संकेत मिल रहे हैं।

अमरिका के भूतपूर्व लष्करी अधिकारी पीटर झ्वैक ने इस्राइल रशिया के एस-३०० यंत्रणा नष्ट कर सकता है, ऐसा घोषित किया है। मेरे पास होने वाले अनुभव से यह दावा मै यकीनन कर सकता हूं, ऐसा झ्वैक ने कहा है।

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