‘पोलंड’ बैठक के जरिए ईरान पर शिकंजा कसने के लिए अमरिका एवं इस्रायल की तैयारी

Third World Warवार्सा: खाड़ी क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए अमरिका ने आयोजित की हुई अंतरराष्ट्रीय बैठक आनेवाले कुछ घंटों में शुरू होने वाली है| इस बैठक के माध्यम से अमरिका इस्राइल और खाड़ी के मित्र देशों की ईरान के विरोध में बलशाली संगठन तैयार करने वाली है| यूरोपीय देश भी इस बैठक में शामिल हो रहे हैं| फिर भी उनका समावेश इस ईरान विरोधी संगठन में नहीं होगा, ऐसे संकेत मिल रहे हैं|

अमरिका के विदेश मंत्री माईक पोम्पिओ ने पिछले महीने में इजिप्त के दौरे पर होते समय पोलैंड में विशेष बैठक लेने की बात घोषित की थी| अमरिका की ईरान के बारे में भूमिका घोषित करने के लिए और खाड़ी क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता के लिए इस्राइल तथा अरब इस्लामी देशों का बहुत बड़ा संगठन निर्माण करने के लिए २ दिनों की बैठक का आयोजन करने की बात पोम्पिओ ने कही थी| अमरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष माइक पेन्स इस बैठक का नेतृत्व करनेवाले हैं और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सलाहकार जारेड कश्नर भी उस समय उपस्थित होंगे|

पोलंड, बैठक, जरिए, ईरान, शिकंजा कसने, अमरिका, इस्रायल, तैयारीबुधवार एवं गुरुवार ऐसे २ दिन की इस बैठक में इस्राइल और अरब देशों में सहयोग बढ़ाकर उन्हें ईरान के विरोध में साथ लाने के लिए प्रयत्न किए जाएंगे, ऐसा दावा खाड़ी क्षेत्र के विश्‍लेषक कर रहे हैं| तथा इस बैठक के निमित्त से इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू सऊदी अरेबिया के नेताओं से भेंट करनेवाले हैं| इस भेंट का उपयोग करके इस्राइल खाड़ी देशों के साथ अपने संबंध अधिक दृढ़ करेगा, ऐसा दावा किया जा रहा है|

अमरिका ने इस बैठक के लिए यूरोपीय देशों को आमंत्रित किया है| पर पिछले वर्ष में अमरिका एवं यूरोपीय देशों में निर्माण हुए मतभेद की पृष्ठभूमि पर यूरोपीय देश इस बैठक में दोहरी भूमिका का स्वीकार करने की बात कही जा रही है| ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट इस बैठक में येमेन में संघर्ष का मुद्दा उपस्थित करेंगे, तथा जर्मनी, फ्रान्स एवं अन्य यूरोपीय देशों ने अपने कनिष्ठ प्रतिनिधि इस बैठक के लिए रवाना किए हैं| ईरान परमाणु करार के कड़े समर्थक एवं यूरोपीय महासंघ के विदेश धारणा प्रमुख फ्रेडरिका मोघोरिनी ने इस बैठक में उपस्थित नहीं रहेंगे, ऐसा स्पष्ट किया है तथा रशिया ने अमरिका के बैठक का निमंत्रण नहीं स्वीकारा है|

दौरान अमरिका ने आयोजित किए इस बैठक का समर्थन ना किया जाए ऐसा ईरान ने यूरोपीय देशों को सूचित किया था| उसके बाद लेबनान ने इस बैठक को बहिष्कृत किया था| तथा सऊदी अरेबिया एवं अन्य अरब देशों के साथ चर्चा से विवाद सुलझाने की तैयारी ईरान के नेताओं ने जताई थी|

Leave a Reply

Your email address will not be published.