अमरिका ने रशियन राष्ट्राध्यक्ष को लक्ष बनाने वाले प्रतिबंधों की घोषणा की – रशिया का तीव्र प्रत्युत्तर का इशारा

व्लादिमिर पुतिन, लक्ष्य, अमरिका, रशिया, प्रतिबंधों की घोषणा, तीव्र प्रत्युत्तर का इशारा, जेरुसलेम, गाझा, ट्रम्प प्रशासनजेरुसलेम/गाझा: अमरिका के राज्यकोष के विभाग ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन को लक्ष्य बनाने वाले आक्रामक प्रतिबंधों की घोषणा की है। इन प्रतिबंधों में पुतिन के निकटवर्ती के तौर पर पहचाने जाने वाले सात उद्योजकों के साथ साथ १७ नेता और अधिकारियों का समावेश है। ट्रम्प प्रशासन ने रशिया के खिलाफ की हुई यह सबसे आक्रामक कार्रवाई है, ऐसा दावा किया जा रहा है। रशिया ने अमरिका के नए प्रतिबन्ध मतलब लोकतंत्र की अधोगति है और बहुत बड़ी गलती है, ऐसी टीका की है।

व्लादिमिर पुतिन, लक्ष्य, अमरिका, रशिया, प्रतिबंधों की घोषणा, तीव्र प्रत्युत्तर का इशारा, जेरुसलेम, गाझा, ट्रम्प प्रशासनशुक्रवार को अमरिकी वित्तमंत्री स्टीव मुचिन ने रशिया के खिलाफ के प्रतिबंधों की घोषणा की। इस बार यह प्रतिबन्ध रशियन राजवट के गैर जिम्मेदाराना बर्ताव पर की हुई कार्रवाई है, ऐसा उन्होंने स्पष्ट किया है। अमरिका ने लादे प्रतिबंधों में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के जमाई और उद्योजक ‘किरिल शॅमालोव्ह’ का समावेश है। उसके अलावा रशिया की सबसे बड़ी कंपनी ‘पॉलिअस’ के प्रमुख ‘सुलेमान केरिमोव्ह’, इंधन कंपनी ‘गाझप्रोम’ के प्रमुख ‘अलेक्सी मिलर’, एल्युमिनिअम उद्योजक ‘ओलेग देरिपास्का’, व्हीटीबी’ बैंक के प्रमुख ‘आंद्रे कोस्तिन’ जैसे प्रमुख रशियन नेता और उद्योजकों का समावेश है।

अमरिका ने लक्ष्य किए हुए सभी उद्योजक, नेता और अधिकारी यह रशिया के राष्ट्राधयक्ष पुतिन के निकटवर्ती लोगों का हिस्सा हैं। इस वजह से अमरिका ने खुलकर पुतिन को ही लक्ष्य किया है, यह स्पष्ट हुआ है। अमरिका ने लादे प्रतिबंधों पर रशिया ने आक्रामक प्रतिक्रिया दी है। रशिया के विदेश विभाग ने प्रसिद्ध किए निवेदन में, नए प्रतिबन्ध अमरिका में लोकतंत्र की अधोगति हुई है, यह दिखाते हैं, ऐसी टिपण्णी की है। अमरिका में स्थित रशियन दूतावास ने यह प्रतिबन्ध अमरिका की बड़ी गलती साबित होगी, ऐसा इशारा दिया है।

 

आवश्यकता पड़ने पर अमरिका रशिया को थप्पड़ मारेगा – अमरीकी राजदूत निकी हॅले

वॉशिंग्टन: ‘जरुरत पड़ने पर अमरिका रशिया के साथ सहकार्य करेगा। आवश्यकता पड़ने पर अमरिका रशिया को थप्पड़ भी लगाएगा। लेकिन रशिया कभी भी अमरिका का दोस्त नहीं हो सकता’, इन कड़क शब्दों में संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरिकी राजदूत निकी हॅले ने रशिया के बारे में अपनी भूमिका स्पष्ट की। साथ ही आने वाले समय में ट्रम्प प्रशासन रशिया के खिलाफ अधिक कठोर भूमिका अपनाएगा, ऐसे संकेत भी निकी हॅले ने दिए हैं।

व्लादिमिर पुतिन, लक्ष्य, अमरिका, रशिया, प्रतिबंधों की घोषणा, तीव्र प्रत्युत्तर का इशारा, जेरुसलेम, गाझा, ट्रम्प प्रशासनअमरिका के एक विश्वविद्यालय ने आयोजित किए कार्यक्रम में बोलते समय हॅले ने अपनी स्पष्ट भूमिका रखी। सवाल जवाबों के समय रशिया के बारे में पूछे गए सवालों को उत्तर देते समय हॅले ने रशिया कभी भी अमरिका का दोस्त नहीं हो सकता, ऐसा दावा किया है। पिछले कुछ दिनों से अमरिका ने रशिया के मामले में कठोर नियमों का सिलसिला शुरू किया है और राजदूत हॅले ने आने वाले समय में भी ट्रम्प प्रशासन रशिया के साथ इसी तरह से बर्ताव करेगा, इस बात को स्पष्ट किया है। जब तक रशिया अपने बर्ताव में सुधार नहीं लाता, तब तक रशिया के बारे में अमरिका की नीति नहीं बदलेगी, ऐसा इशारा भी हॅले ने दिया है।

दौरान, ‘रशिया ने जिम्मेदार देश के तौर पर भूमिका पूरी की तो इस देश के पीछे अन्य देश भी खड़े रह सकते हैं’, ऐसा कहकर रशिया की गैर जिम्मेदारी की वजह से ही इस देश पर अमरिका को कार्रवाई करना पड़ रहा है, ऐसा आरोप निकी हॅले ने लगाया है। सीरिया की समस्या पर रशिया ने अपनाई भूमिका पर हॅले ने कई बार कठोर टीका की थी। साथ ही अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष पद के चुनाव में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाकर अमरिका की तरफ से रशिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

रशिया के भूतपूर्व जासूस सर्जेई स्क्रिपल पर हुए विषप्रयोग के आरोप को लेकर अमरिकाने रशिया के ६० राजनीतिक और जासूसों को खदेड़ा था। इसका प्रमाण देकर हॅले ने ट्रम्प प्रशासन ने रशिया के खिलाफ आज तक किसी ने स्वीकारी नहीं होगी इतनी कठोर भूमिका स्वीकारी है, इस बात की तरफ ध्यान आकर्षित किया है।

 

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