अमरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए – ईरान ने की अमरिका और सौदी अरब पर आलोचना

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन/तेहरान: कोरोना व्हायरस का संकट खडा हुआ है, ऐसे में ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाए, यह निवेदन ईरान कर रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भी ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाने की मांग की थी। पर, अमरिका ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाकर ईरान ने रखी मांग ठुकराई है। अगले दिनों में अमरिका से किसी भी प्रकार की सहायता प्राप्त होने की उम्मीद ईरान रख नही सकेगा, ऐसा कडे संदेशा ट्रम्प प्रशासन ने दिया है।

अमरिका के कोषागर विभाग ने गुरूवार के दिन ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया। अमरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगाने बाद ‘नैशनल इरानियन ऑईल’ इस राष्ट्रीय कंपनी के साथ व्यवहार कर रही पांच कंपनियों पर यह प्रतिबंध लगाए है। इन पांचों कंपनियां यूएई स्थित है। इनमें पेट्रो ग्रंड एफझेडई, अल्फाबेट इंटरनैशनल डीएमसीसी, स्विसोल ट्रेड डीएमसीसी, आलम अलथ्रवा जनरल ट्रेडिंग एलसीसी और अलवानियो कंपनी एलसीसी का समावेश है।

इन पांचों कंपनियों ने पीछले वर्ष में ईरान से लाखों मेट्रिक टन ईंधन की खरीद की है, ऐसा आरोप अमरिकी कोषागारमंत्री स्टिवन म्नुकिन ने किया है। पांचों कंपनियों ने अमरिकी प्रतिबंधों का उल्लंघन करके ईरान के साथ व्यापारी व्यवहार जारी रखकर ईरान की आतंकी हरकतों का समर्थन किया है, यहआरोप अमरिकी कोषागारमंत्री ने रखा है। ईंधन के निर्यात से प्राप्त हो रहे महसूल का इस्तेमाल ईरान खाडी क्षेत्र में आतंकी गतिविधियों के लिए कर रहा है, इसकी याद भी अमरिकी कोषागारमंत्री ने दिलाई।

इस वजह से ईरान के ईंधन को अंतरराष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कर रही यूएई की इन कंपनियों पर यह कार्रवाई की है, यह बयान अमरिका ने किया है। पीछले पांच दिनों में अमरिका ने ईड़ान पर दुसरी बार प्रतिबंध लगाए है। इस हफ्ते में अमरिका ने ईरान से ईंधन  संबंधी सहयोग करनेवाले चीन, हाँगकाँग और दक्षिण अफ्रीका की कंपनियों पर प्रतिबंध लगाकर इन कंपनियों को ‘ब्लैक लिस्ट’ किया था। मात्र, कुछ ही घंटों में अमरिका ने ईरान को दो बडे झटके देकर ईंधन संबंधित प्रतिबंधों का फंदा और भी कंसा जाएगा, यह संकेत दिए है।

इसी बीच, ईरान ने अमरिका के इन प्रतिबंधों पर आलोचना की है। साथ ही अमरिका के यह प्रतिबंध एकतरफा है और १२० सदस्य देशों की ‘नॉन अलायड मुव्हमेंट – नाम’ संगठन निषेध करें, यह निवेदन किया था। पर, यह गुट अमरिका के विरोध में जाने से दूर रहा है और यह एक अफसोस की गतिविधि होने की आलोचना ईरान ने की है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भी अमरिका के सामने ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाने की मांग रखी थी। भयंकर महामारी का सामना कर रहे ईरान पर लगाए प्रतिबंध जारी रखना अमानवीय साबित होगा, यह बात पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कही है।

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