भूतपूर्व रशियन जासूस के विषबाधा प्रकरण में – अमरिका, फ्रांस और नाटो का ब्रिटन को समर्थन

वॉशिंग्टन: एक सार्वभौम देश की भूमि पर उसके नागरिक की हत्या करने की घटना का किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं किया जा सकता, इन शब्दों में अमरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने रशिया को फटकार लगाई है| ब्रिटन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने संसद में रशियन राजवट को लक्ष्य बनाने के बाद अमरिका और नाटो के साथ यूरोपीय देशों ने ब्रिटन को समर्थन दिया है| फ्रांस के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्युअल मैक्रॉन ने इस प्रकरण में ब्रिटन की प्रधानमंत्री मे से फोन पर चर्चा करके पूरा सहकार्य देने का आश्वासन दिया है|

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पिछले हफ्ते ब्रिटन के ‘सॅलिसबेरी’ इलाके में सर्जेई और युलिआ स्क्रिपल बेहोशी की हालत में पाए गए्| उनपर जहरीले रासायनिक घटक की सहायता से हमला होने की बात सामने आई है और सदर घटक रशिया की तरफ से विकसित किया जाता है, ऐसी जानकारी सामने आई है| इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटन ने रशियन राजवट को लक्ष्य बनाकर आक्रामक कार्रवाई का इशारा दिया था| उसपर अमरिका, नाटो और फ्रांसने प्रतिक्रिया दी है|

अमरिका का राष्ट्राधयक्ष कार्यालय व्हाईट हाउस से निवेदन प्रसिद्ध किया गया है और उसमें ब्रिटन में घटी घटना तीव्र क्रोधजनक होने की टीका की गई है| सदर निवेदन में रशिया का नाम नहीं लिया गया है| लेकिन अमरिका के विदेश मंत्री टिलरसन ने दिए निवेदन में रशिया को आक्रामक शब्दों में फटकार लगाई है| युक्रेन से सीरिया तक दुनिया भर में रशिया अस्थिरता फैला रहा है और वह अत्यंत गैर जिम्मेदार देश है, ऐसा आरोप टिलरसन ने किया है|

उसी समय ब्रिटन में घटी घटना में, हमला करने वाले और उनको आदेश देने वाले दोनों को भी गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा, ऐसा इशारा भी उन्होंने दिया है| इस प्रकरण में अमरिका पूरी तरह से ब्रिटन के पीछे खड़ा रहेगा, ऐसा आश्वासन भी अमरिकी विदेश मंत्री ने दिया है| नाटो के प्रमुख जेन्स स्टॉल्टनबर्ग ने, ब्रिटन में हुए हमले के प्रकरण में तीव्र चिंता व्यक्त की है| ब्रिटन नाटो का अत्यंत महत्वपूर्ण देश है और हमले के प्रकरण में नाटो ब्रिटन के संपर्क में हमेशा रहेगा, ऐसा आश्वासन उन्होंने दिया है|

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