रशिया ने हस्तक्षेप किया तो अमरिका लीबिया के संघर्ष में उतरेगी – अमरिकी विदेश मंत्रालय का इशारा

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वॉशिंगटन – ‘लीबिया में सरकार और बागियों के बीच शुरू संघर्ष का रशिया गलत लाभ उठा रही है| इस संघर्ष से रशिया दूर रहे| नही तो, लीबिया के समर्थन में अमरिका भी इस संघर्ष में उतरेगी’, यह इशारा अमरिकी विदेश मंत्रालय ने दिया है| लीबिया यह ईंधन से भरा देश है और अमरिका की ‘स्पेशल फोर्सेस’ के सैनिक पहले सी लीबिया में तैनात है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिका ने दिए इस इशारे की अहमियत है|

लीबिया में मुअम्मर गद्दाफी की हुकूमत का तख्तापलट करने के बाद इस देश में संगठित हुई सरकार को अमरिका के उस समय राष्ट्राध्यक्ष रहें बराक ओबामा ने समर्थन दिया था| वही, अब अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अबतक लीबिया में शुरू संघर्ष से अमरिका को दूर रखने की भूमिका अपनाई है| पर, पहली बार अमरिका ने लीबिया के संघर्ष पर रशिया को इशारा देकर अपनी भूमिका स्पष्ट की है, यह दावा होने लगा है| लीबिया में शुरू संघर्ष के बारे में अमरिकी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार के दिन यह प्रतिक्रिया दर्ज की है|

‘लीबिया में बागी सरकार के विरोध शुरू संघर्ष बंद करें| यह संघर्ष बंद हुआ तो ही अगले समय में अमरिका और लीबिया के बीच सहयोग स्थापित हो सकता है| पर, इसके लिए लीबिया की सियासत में तीसरें देश का हो रहा हस्तक्षेप बंद करना होगा| लीबिया की सार्वभूमता को अमरिका का समर्थन है और लीबिया में शुरू इस संघर्ष का रशिया गलत लाभ ना उठाए| नही तो अमरिका को भी लीबिया के संघर्ष में उतरना होगा’, यह इशारा अमरिका के विदेश मंत्रालय ने दिया है| साथ ही लीबियन बागी नेता जनरल खलिफा हफ्तार भी त्रिपोली पर हवाई हमलें करना बंद करे, यह निवेदन अमरिका ने किया है|

लीबिया में ‘गव्हर्नमेंट ऑफ नैशनल अकॉर्ड’ (जीएनए) यह गठबंधन की सरकार बनी है| प्रधानमंत्री फयझ अल सेराज इस सरकार का नेतृत्व कर रहे है और संयुक्त राष्ट्रसंघ, तुर्की और यूरोपिय देश उनकी सरकार का समर्थन कर रहे है| पर, प्रधानमंत्री सेराज लीबिया को चरमपंथ की ओर ले जा रहे है, यह आरोप ‘लीबियन नैशनल आर्मी’ इस बागी गुट के प्रमुख जनरल खलिफा हफ्तार ने किया है| इसके अलावा भ्रष्टाचार और अन्य मुद्दों पर पिछले आठ महीनों से लीबियन सरकार और हफ्तार बागियों के बीच कडा संघर्ष जारी है|

राजधानी त्रिपोली पर कब्जा करके प्रधानमंत्री सेराज की सरकार हटाने के लिए जनरल हफ्तार ने संघर्ष शुरू किया है| पिछले दो महीनों से त्रिपोली में कडा संघर्ष जारी है और इसमें हजार से भी अधिक लोग मारे गए है| इसके अलावा लाखों लोग बेघर हुए है, यह चिंता संयुक्त राष्ट्रसंघ ने व्यक्त की है| लीबिया के इस संघर्ष में रशिया के कॉन्ट्रैक्ट के सैनिक बागियों की सहायता कर रहे है, यह आरोप भी हो रहा है| रशिया के इन कॉन्ट्रैक्ट के सैनिकों के फोटो भी सार्वजनिक हुए थे| वही, तुर्की ने लीबियन प्रधानमंत्री सेराज को ड्रोन्स और मिसाइलों की आपुर्ति शुरू की है|

लीबिया में शुरू इस संघर्ष में अमरिका शामिल नही हुई है| पर, ईंधन से भरे देश के तौर पर जाने जा रहे लीबिया में शुरू संघर्ष के दौरान रशिया का हस्तक्षेप बढ गया तो अमरिका भी इस संघर्ष में उतरेगी, यह दावा पश्‍चिमी माध्यम भी कर रहे है|

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