भारत यात्रा पर आये अमरिकी जनप्रतिनिधि दलाई लामा से मिले; चीन की तरफ से प्रतिक्रिया आने की आशंका

धरमशाला, दि. ९ : अमरिकी जनप्रतिनिधियों का उच्चस्तरीय मंडल भारत यात्रा पर आया है| इस मंडल के सदस्यों ने मंगलवार को धरमशाला में तिब्बती नेता और बौद्ध धर्मगुरू दलाई लामा और तिब्बतियों की निर्वासित सरकार के अध्यक्ष सिकयाँग से मुलाक़ात की| तिब्बत पर अपनी पकड़ मजबूत करने की फिराक में रहनेवाले चीन को इसके कारण बड़ा धक्का लगा है, ऐसा कहा जाता है। इसी वजह से चीन से तीखी प्रतिक्रिया आने की आशंका जतायी जा रही है|

भारत यात्रापिछले महिने में दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश यात्रा के बाद, चीन भारत को झटका देगा, ऐसा चीन ने कई बार धमकाया है| भारत में आयोजित किये रशिया-भारत-चीन (आरआयसी) की त्रिस्तरीय बैठक में चीन के विदेशमंत्री शामिल नहीं हुए थे| इसके पीछे, दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा के बाद दोनों देशों में बढ़ता तनाव यह महत्त्वपूर्ण कारण माना जाता है| पिछले कुछ दिनों में कई बार चीन की सरकारी मीडिया नें दलाई लामा के मसले पर भारत की कड़ी आलोचना की थी|

‘अरुणाचल प्रदेश का तवांग यह दक्षिण तिब्बत है और इस वादग्रस्त इलाके में दलाई लामा को आने की इजाज़त देकर भारत ने गलती की है’ ऐसा चीन ने कहा था| साथ ही, अरुणाचल प्रदेश में छह जगहों के नाम बदलकर चीन ने भारत के इस राज्य पर अपनी दावेदारी और मज़बूत करने की कोशिश की|

लेकिन ‘अरुणाचल प्रदेश यह भारत का अविभाज्य अंग है और चीन भारत के निजी मामलों में टांग न अड़ायें| नाम बदलकर दावा वैध होनेवाला नहीं’ ऐसी प्रतिक्रिया भारत ने दी थी|

दलाई लामा की अरुणाचल प्रदेश यात्रा के बाद भारत-चीन तनाव के बढ़ते, अमरीका के जनप्रतिनिधियों का मंडल दलाई लामा से मिलने के लिये भारत यात्रा पर आया है| अमरीका की जनप्रतिनिधि और डेमोक्रॅटिक पार्टी की वरिष्ठ नेता नॅन्सी पेलोसी की अध्यक्षता में आये मंडल ने मंगलवार को दलाई लामा से मुलाकात की| ‘दलाई लामा की पवित्रता और तिब्बती जनता, संस्कृति के प्रति उनका लगाव हमें प्रेरणा देता है’, ऐसा इस समय नॅन्सी पेलोसी ने कहा| तिब्बत की निर्वासित सरकार ने इस मंडल के सम्मान पर बुधवार को धरमशाला की ‘तसुगलाखांग’ इस पवित्र जगह पर खास कार्यक्रम आयोजित किया है|

पिछले हफ्ते अमरीका के विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन ने तिब्बत में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघन का मसला उठाया था| साथ ही, कुछ दिन पहले अमरीका के जनप्रतिनिधिगृह में ‘रेसिप्रोकल ऍक्सेस टू तिब्बत एक्ट’ (आरएटी) नाम का विधेयक रखा गया है| इसके बाद अमरीका के जनप्रतिनिधियों ने दलाई लामा से की मुलाकात चीन पर दबाव बढ़ानेवाली होगी, ऐसा कहा जाता है|

तिब्बत पर अपनी पकड़ मजबूत करने के कोशिशों को इसके कारण बहुत बड़ा झटका लगा है, ऐसा कहा जाता है| चीन के खिलाफ अमरीका और भारत में बढ़ते सहयोग के तौर पर इसकी ओर देखा जा रहा है| साथ ही, वर्तमान में उत्तर कोरिया के परमाणुकार्यक्रम को रोकने के लिए राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प चीन का सहयोग प्राप्त करने की कोशिश में हैं| उत्तर कोरिया पर दबाव बढ़ाने के लिए चीन द्वारा उत्तम सहयोग मिल रहा है, ऐसी प्रशंसा हाल ही में ट्रम्प ने की थी| लेकिन अमरीका के जनप्रतिनिधियों ने दलाई लामा से मुलाकात करके चीन पर का दबाव बरकरार रखा है, ऐसा कहा जाता है|

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