सन १९५८ में अमरीका ने ताइवान के लिए चीन पर परमाणु हमला करने की तैयारी रखी थी – अमरिकी अखबार का दावा

वॉशिंग्टन/तैपेई – अमरीका ने सन १९५८ में ताइवान के मुद्दे पर चीन पर परमाणु बम गिराने की योजना बनाई थी, ऐसा दावा अमरीका के एक शीर्ष अखबार ने किया है। अमरिकी लेखक एवं ‘व्हिसलब्लोअर’ डैनिअल एल्सबर्ग ने यह जानकारी प्रदान की, ऐसा अमरिकी अखबार ने कहा है। बीते कुछ महीनों से चीन की सेना तैवान पर हमला करने के उद्देश्‍य से लगातार युद्धाभ्यास कर रही है। इसी दौरान अमरीका और मित्रदेशों ने भी इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की गतिविधियों को गतिमान किया है। यह घटना ऐसें संकेत दे रही है कि ताइवान के लिए अमरीका-चीन संघर्ष भड़क सकता है। इस पृष्ठभूमि पर, सन १९५८ के परमाणु हमले की योजना की खुफिया जानकारी सार्वजनिक होना, यह गौरतलब घटना साबित होती है।

US-china-taiwan-01-300x225चीन सन १९४९ में आज़ाद होने के बाद चिनी नेता ‘चैंग कै-शेक’ के नेतृत्व में नैशनलिस्ट गव्हर्मेंट ने तैवान में पनाह ली थी। इस हुकूमत को पराजित करके तैवान पर कब्ज़ा करने के लिए चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत लगातार हमलें कर रही थी। वर्ष १९५८ में चीन ने, तैवान की ‘फर्स्ट लाईन ऑफ डिफेन्स’ के तौर पर पहचाने जा रहें ‘क्वेमे एवं मात्सु’ द्विपों पर तोंप से हमलें शुरू किए। चीन के इस हमले को रोकने के लिए अमरीका अलग-अलग विकल्पों पर सोच विचार कर रही थी।

US-china-taiwanअमरीका के उस समय के वायुसेनाप्रमुख जनरल नैथन ट्विंनिंग एवं पैसिफिक क्षेत्र के वायुसेना के कमांडर जनरल लॉरेन्स ए.कुटर ने, चीन को रोकने के लिए परमाणु हमला करने की योजना रखी थी। जनरल नैथन ट्विंनिंग ने चीन के हवाई अड्डों पर १० से १५ किलोटन भार के परमाणु बम गिराने का सुझाव रखा था। इससे भी अगर चीन नहीं झुक जाता, तो शांघाय तक के अलग अलग शहरों पर परमाणु हमलें करने की योजना जनरल ट्विनिंग ने बनायी थी। अमरीका की इस भयंकर रणनीति के संकेत प्राप्त होने के बाद चिनी सेना ने अक्तूबर महीने में हमलें रोककर ताइवान के साथ युद्धविराम किया था।

US-china-taiwan-02-300x219अमरीका के उस समय के राष्ट्राध्यक्ष ड्वीट आयसेनहॉवर चीन पर परमाणु हमला करने के लिए अनुकूल नही थे। अमरीका ने चीन पर हमला करने पर ‘सोवियत रशिया’ चीन के समर्थन में अमरिकी अड्डों पर परमाणु हमला करेगा, यह डर राष्ट्राध्यक्ष आयसेनहॉवर और व्हाईट हाउस के कुछ सलाहकारों ने जताया था। इस वजह से, परमाणु हमला करने का प्रस्ताव कुछ समय के लिए बाजू मे रखा गया, ऐसा ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ ने अपनी खबर में कहा है।

फिलहाल अमरीका और चीन के बीच काफी तनाव बना है और इसमें ताइवान भी एक प्रमुख मुद्दा है। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने वर्ष २०१९ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान, ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए हर एक विकल्प का इस्तेमाल करने की चेतावनी खुलेआम दी थी। इसके बाद चीन के रक्षाबलों ने ताइवान के क्षेत्र में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाई हैं और चिनी युद्धपोत, पनडुब्बियाँ एवं लड़ाकू विमान ताइवान की सीमा में घुसपैठ कर रहे हैं। साथ ही, ताइवान के करीबी क्षेत्र में मौजूद अपने रक्षा ठिकानों पर भी चीन ने अपनी तैनाती बढ़ाई हैं। दूसरी ओर, अमरीका ने भी मित्रदेशों के साथ इस क्षेत्र में लष्करी मौजूदगी बढ़ाकर चीन को स्पष्ट चेतावनी दी है।

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