हॉंगकॉंग में ‘तिआनमेन’ की घटना दोहराई गई तो अमरिका-चीन व्यापार के लिए खतरा होगा – राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की चीन को चेतावनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन: चीन की हुकूमत ने हॉंगकॉंग में ‘तिआनमेन स्क्वेअर’ की हिंसा की घटना दोहराई तो अमरिका-चीन के व्यापार समझौते के लिए खतरा होगा, यह इशारा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दिया है| हॉंगकॉंग की समस्या पर मानवीय पद्धती से हल निकले, यह हमें उम्मीद है, यह वक्तव्य भी ट्रम्प ने किया है| चीन से शेन्झेन शहर में तैनात किए गए अर्धसैनिक दल की पृष्ठभूमि पर अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ‘तिआनमेन’ का जिक्र करना ध्यान आकर्षित कर रहा है|

वर्ष १९८९ के जून महीने में चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने ‘तिआनमेन स्क्वेअर’ में शुरू प्रदर्शन बडी निर्दयता के साथ खतम किए थे| इस दौरान चीन ने प्रदर्शनकारियों के विरोध में बडी निर्दयता के साथ लष्करी कार्रवाई की थी| प्रदर्शन कुचलने के लिए चीन ने ३ और ४ जून के रोज की कार्रवाई में सेना के टैंक का इस्तेमाल किया था| इस कार्रवाई में हजारों निहत्था छात्राओं की बलि गई थी| चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने इस कार्रवाई के बारे में दिए आंकडो में बताई संख्या से भी कई अधिक गुना संख्या में छात्रा इस कार्रवाई में मारे गए थे, यह दावे किए जा रहे है|

हॉंगकॉंग में यही घटना दोहराई नही जाएगी, यह दावे चीन के प्रसारमाध्यमों ने हाल ही में किए थे| लेकिन, साथ ही चीन की हुकूमत इससे भी अलग मार्ग से हॉंगकॉंग के प्रदर्शन कुचने की धमकियां दे रही थी| इस वजह से अब हॉंगकॉंग में शुरू प्रदर्शन मसलने की तैयारी चीन ने की है, ऐसे संकेत प्राप्त हुए थे| लेकिन, हॉंगकॉंग समेत अन्य मुद्दों पर चीन पर बना अंतरराष्ट्रीय दबाव और अर्थव्यवस्था की शुरू गिरावट की वजह से अब चीन के लिए स्थिति आसान नही रही है, यह दावे विश्‍लेषक कर रहे है|

हॉंगकॉंग के प्रदर्शनों का मुद्दा उपस्थित करते समय ट्रम्प ने इसे अमरिका-चीन व्यापारी समझौते से जोडना चीन के लिए और भी मुश्किले खडी करनेवाला साबित हुआ है| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने शुरू किए व्यापारयुद्ध की वजह से चीन काफी मुश्किलों में फंसा है| इससे बाहर निकलने की कोशिश में होनेवाले चीन के नेताओं के लिए हॉंगकॉंग में तीव्र हुए प्रदर्शन नया सीरदर्द साबित हो रहे है| चीन ने इस मुद्दे पर अमरिका को बोल सुनाए है, फिर भी हॉंगकॉंग के प्रदर्शनों को अमरिका का होनेवाला समर्थन बरकरार है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.