ईरान पर अमरिका के नए प्रतिबंध

Third World Warवॉशिंगटन: नए प्रतिबंध लगाकर अमरिका ने ईरान पर और भी दबाव बढाया है| इन प्रतिबंधों के तहेत ईरान से लोहा, स्टिल, तांबा और एल्युमिनियम की खरीद करनेवालों पर कार्रवाई होगी, यह कडी चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने दी है| यूरोपीय देशोंने, उसमें भी ब्रिटेन ने ईरान के साथ व्यापारी सहयोग बरकरार रखा तो, ब्रिटेन को भी अमरिकी प्रतिबंधों का सामना करना होगा, यह चेतावनी अमरिका ने दी है| इस वजह से इन प्रतिबंधो से सीर्फ ईरान को ही नही, बल्कि यूरोपीय देशों को भी बडा झटका लग सकता है| इसके पहले अमरिका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों को यूरोपीय देशों ने कडा विरोध जताया था|

ईरान, अमरिका, नए प्रतिबंध, लोहा, स्टिल, तांबा, एल्युमिनियम, वॉशिंगटनराष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने बुधवार के दिन ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया| इन नए प्रतिबंधों के तहेत लोहा, स्टिल, तांबा और एल्युमिनियम या संबंधी उत्पाद की खरीद के लिए किसी ने भी ईरान के व्यवहार किया तो वह ईरान पर लगाए आर्थिक प्रतिबंधों का भंग साबित होगा| और इन प्रतिबंधों का भंद करनेवालों पर कडी कार्रवाई होगी, यह चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दी है| साथ ही ईरान ने अपनी भूमिका में बदलाव किया नही तो इसके आगे और भी कडी कार्रवाई करने की चेतावनी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दी है|

ईरान पर लगाए प्रतिबंध जाहीर करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘एक्जिक्युटिव्ह ऑर्डर’ का इस्तेमाल किया| ईरान की कुल निर्यात में इन खनिजों की निर्यात का हिस्सा करीबन १० प्रतिशत होने की बात कही जा रही है| ईरान की अर्थव्यवस्था बडी तादाद में ईंधन की निर्यात पर निर्भर है| अमरिका ने पहले ही ईरान की ईंधन निर्यात पर कडे प्रतिबंध लगाने का ऐलान करने से ईरान की ईंधन निर्याथ में गिरावट हुई है| इससे सीधे ईरान की ईंधन और बैंकिंग क्षेत्र पर असर हो रहा है और ईरान की अर्थव्यवस्था मुश्किल में फंसी है| ऐसी स्थिति में अमरिका ने लगाए नए प्रतिबंध ईरान की स्थिति और भी खराब करने का कारण हो सकते है|

ईरान, अमरिका, नए प्रतिबंध, लोहा, स्टिल, तांबा, एल्युमिनियम, वॉशिंगटनलेकिन, अमरिका ने यह प्रतिबंध ईरान के साथ ही यूरोपीय देशों को कडा इशारा दे रहे है| अपने ईंधन और बैंकिंग क्षेत्र के हितसंबंधों का ख्याल रखने के लिए ईरान ने यूरोपीय देशों को ६० दिनों का समय दिया है| इस अवधि में यूरोपीय देशों ने ईरान के ईंधन और बैंकिंग क्षेत्र को संकट से बाहर निकालना होगा| नही तो ईरान पहले की तरह युरेनियम का संवर्धन शुरू करेगा, यह धमकी ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने दी थी| लेकिन, इस धमकी के आगे झुककर यूरोपीय देशों ने ईरान के साथ सहयोग किया तो उन्हें अमरिका की कार्रवाई का सामना करना होगा, यह इशारा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के सहायक टिम मॉरिसन इन्होंने दिया है| मॉरिसन इन्होंने अमरिका के खास मित्र रहे ब्रिटेन को भी चेतावनी दी हुई दिख रही है| ईरान के साथ व्यापार शुरू रखा तो ब्रिटेन को भी अमरिका के प्रतिबंधों का सामना करना होगा, ऐसा मॉरिसन ने कहा है|

इस दौरान, यूरोपीय देशों ने भी युरेनियम संवर्धन को लेकर ईरान ने दी धमकी पर नाराजगी व्यक्त की है| लेकिन, साथ ही ईरान पर नए प्रतिबंध लगानेवाले अमरिका की भी आलोचना की है| इस वजह से ईरान के मुद्दे पर यूरोपीय देशों के लिए दोनों बाजू से समस्या खडी होती दिख रही है| एक ओर ईरान पर अधिक से अधिक कडे प्रतिबंध लगानेवाली अमरिका ईरान के साथ व्यवहार करनेवाले मित्रदेशों को किसी भी तरह से सहुलियत देने के लिए तैयार नही| वही, दुसरे और मुश्किल से घिरा ईरान परमाणु समझौते का भंग करके यूरोपीय देशों पर दबाव बढा रहा है| इस वजह से यूरोपीय देश मुश्किल में फंसे है और एक ही समय में अमरिका या ईरान इनमें से एक का चयन करने की निर्णायक घडी अब यूरोपीय देशों के सामने है|

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