केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री का ‘ओपेक’ देशों को भारत में निवेश करन के लिए आवाहन

नई दिल्ली – केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओपेक देशों को भारत में निवेश करने का आवाहन किया है। कोरोना के संकट के बाद ईंधन और अन्य ऊर्जा क्षेत्रों में हुए बदलावों की ओर ‘ओपेक’ देश ध्यान दें। इस क्षेत्र में कोरोना के संकट की वजह से ‘सप्लाई चेन’ में कठिनाई हो रही है और ईंधन की कीमत में हो रहे उतार-चढ़ाव और विसंगति की ओर ओपेक देशों ने ध्यान देने की आवश्‍यकता है, यह बयान प्रधान ने किया। भारत-ओपेक देशों की चौथी उच्च स्तरीय बैठक शुक्रवार के दिन हुई। इस दौरान प्रधान बोल रहे थे।

ईंधन उत्पादक और निर्यातक ओपेक देशों के साथ कोरोना के संकट के बाद आयोजित पहली बैठक शुक्रवार के दिन हुई। ईंधन सुरक्षा के नज़रिये से ओपेक भारत का अमूल्य भागीदार है। ओपेक देश भारत को ७८ प्रतिशत ईंधन की आपूर्ति करते हैं। इसके अलावा भारत को ५९ प्रतिशत एलपीजी और ३८ प्रतिशत एलएनजी की आपूर्ति भी ओपेक देश करते हैं। इन शब्दों में भारत के नज़रिये से ओपेक देशों की अहमियत प्रधान ने रेखांकित की।

वैश्विक ऊर्जा क्षेत्र में तेज़ी से बदलाव हो रहे हैं, इस क्षेत्र में चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। साथ ही ईंधन बाजार को संतुलित रखने के लिए ओपेक देश कर रहे प्रावधानों पर इस दौरान चर्चा होने की बात प्रधान ने कही है। भारत को ईंधन सप्लाई की गारंटी इन देशों ने दी है, यह भी प्रधान ने कहा। भारत का ऊर्जा बाज़ार अन्य बाज़ारों से भी तेज़ी से बढ़ रहा है। भारत की इस माँग का ओपेक देशों को लंबे समय के लिए लाभ होगा, यह कहकर इसी कारण ओपेक देश भारत में निवेश करें, यह आवाहन प्रधान ने किया।

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