चीन की ‘बीएआर’ को झटका – संयुक्त राष्ट्रसंघ ने किया अफगान प्रस्ताव पारित

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरसंयुक्त राष्ट्र: अफगानिस्तान का विकास करने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ ने तय किए कार्यक्रम से चीन के ट्रिलियन डॉलर्स की ‘बेल्ट एण्ड रोड’ (बीएआर) परियोजना को बाहर रखा है| संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में अमरिका और चीन में हुई बहस के बाद राष्ट्रसंघ ने ‘बीएआर’ को शामिल किए बिना संबंधित प्रस्ताव पारित किया|

चीन के ‘बेल्ट एण्ड रोड’ यह एक ट्रिलियन डॉलर्स की महत्वाकांक्षी परियोजना है| इस परियोजना के तहेत चीन के पूर्वीय हिस्से के शहर यूरोप से जोडने का काम हो रहा है| रशिया, मध्य एशिया, ईरान से तुर्की और उसके बाद यूरोपिय देशों में पहुंच रहे ‘बीएआर’ को अफगानिस्तान से राह मिले, इस लिए चीन की बडी कोशिश हो रही थी|

इसके लिए चीन ने इस वर्ष के शुरू में ही सुरक्षा परिषद के सामने प्रस्ताव रखा था| अफगानिस्तान के विकास की पूरी जिम्मेदारी संयुक्त राष्ट्रसंघ संभाल रहा है| इसके तहेत चीन की ‘बीएआर’ को भी स्थान मिले, यह चीन की मांग थी| लेकिन, लगातार दुसरी बार संयुक्त राष्ट्रसंघ ने चीन का यह प्रस्ताव ठुकराया है| राष्ट्रसंघ की बैठक में अमरिका ने चीन के इस प्रस्ताव पर कडा विरोध किया|

चीन के राजदूत झैंग जून और अमरिकी राजदूत केली क्रॉफ्ट के बीच इस विषय पर बडी बहस हुई| अफगानिस्तान में ‘बीएआर’ को अवसर प्राप्त होता है तो इस देश का विकास होगा और शांति स्थापित होगी, यह दावा जून ने किया| लेकिन, चीन के ‘बीएआर’ की वजह से अफगानिस्तान में भ्रष्टाचार बढेगा और वहां के तनाव में और भी इजाफा होगा, यह कहकर अमरिका के राजदूत क्रॉफ्ट ने चीन ने इस विषय पर किए सभी दावे भी उन्होंने ठुकराए|

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