संयुक्त राष्ट्रसंघ का मानवाधिकार आयोग इस्रायल विरोधी – संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरिकी राजदूत का आरोप

वॉशिंग्टन: “इस्रायल के अस्तित्व को नकारने के लिए संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार आयोग का ‘एजेंडा ७’ बनाया गया है। मानवाधिकार आयोग राजनीतिक भ्रष्टाचार और नैतिक दिवाले से पीड़ित होने का यह प्रमाण है और यह एक खतरे की सूचना है”, ऐसी तीव्र आलोचना संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरिकी राजदूत निकी हैले ने की है। उसीके साथ ही इस्रायल के बारे में विरोधी भूमिका लेनेवाले मानवाधिकार आयोग ने चीन, व्हेनेझुएला, क्यूबा और जिंबाबवे जैसे देशों के मामले में दोहरी भूमिका अपनाने का आरोप हैले ने लगाए है।

अमरिका एक प्रसिद्ध अभ्याससमूह को संबोधित करते हुए राजदूत हैले ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार आयोग की आलोचना की है। संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार आयोग की नीति हमेशा एकतरफा रही है, ऐसा आरोप हैले ने लगाया है। इसके लिए हैले ने इस्रायल के फैसले की जानकारी देकर मानवाधिकार आयोग इस्रायल विरोधी होने का आरोप लगाया है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ, मानवाधिकार आयोग, इस्रायल, विरोधी, निकी हैले, आरोप, अमरिका, चीन“मानवाधिकार आयोग ने हमेशा से ही इस्रायल के खिलाफ भूमिका अपनाई है। ईरान, सीरिया, उत्तर कोरिया के खिलाफ आयोग ने जितने फैसले नहीं लिए हैं, उससे भी कई गुना अधिक निर्णय इस्रायल के खिलाफ लिए हैं। मानवाधिकार आयोग का ‘एजेंडा ७’ यह इस्रायल के अस्तित्व को नकारने के लिए ही बनाया गया है”, ऐसा हैले ने आगे कहा है।

‘ऐसे इस नैतिकता गवाएँ मानवाधिकार आयोग में सुधार किए जाएं इसलिए अमरिका ने १२५ से अधिक सदस्य देशों की भेंट ली थी। अपने नाम के साथ शोभा न देनेवाले इस संगठन के खिलाफ अन्य देश आवाज उठाएँ, ऐसा आवाहन अमरिका ने किया था। लेकिन अमरिका की इन कोशिशों को उचित सफलता नहीं मिली, इसलिए अमरिका ने आखिर इस आयोग से बाहर निकलने का निर्णय लिया’, ऐसा कहकर हैले ने मानवाधिकार आयोग पर बहिष्कार डालकर इस संगठन से बाहर निकलने के अमरिका के निर्णय का समर्थन किया।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकारों का उपहास करने वाले रशिया, चीन, क्यूबा और इजिप्त जैसे देशों को आयोग से लाभ मिलते ही अमरिका की माँग का विरोध किया, ऐसी हैले ने आलोचना की है। मुख्य बात यह है कि अंतर्राष्ट्रीय सत्र पर मानवाधिकार के पक्ष में लड़नेवाले ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ और ‘ह्यूमन राईट्स वॉच’ जैसे संगठनों ने भी अमरिका की सुधारवादी भूमिका के खिलाफ रशिया और चीन की नीतियों का समर्थन किया, ऐसी तीव्र आलोचना भी हैले ने की है।

संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानवाधिकार आयोग से अमरिका पीछे हट गया है, लेकिन मानवाधिकारों की सुरक्षा के लिए अमरिका की चल रही कोशिशें रुकनेवाले नहीं हैं, ऐसा हैले ने कहा है। पिछले कुछ महीनों से आयोग की इस्रायल विरोधी भूमिका पर आलोचना करने के बाद जून महीने में अमरिका ने इस संगठन से बाहर निकलने की घोषणा की थी। दौरान, अमरिका के बाद इस्रायल ने भी इस संगठन से बाहर निकलने की घोषणा की थी।

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