युक्रैन का यात्री विमान गिराने का अपराध ईरान से हुआ – ईरानी राष्ट्राध्यक्ष का बयान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

तेहरान – युक्रैन जाने के लिए तेहरान से उडान भरनेवाला यात्री विमान मिसाइल हमला करके गिराने की बात ईरान ने स्वीकार की है| १७६ लोगों की मौत का कारण बनी यह एक बडी गलती है| यह कहकर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने इस गलती पर खेद व्यक्त किया है| तभी ईरान यह विमान गिरानेवाले को सजा करके नुकसान का हर्जाना दे, यह मांग युक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष वलोदिम्योर झेलेन्स्की ने रखी है| ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरिफ ने इस गलती को अमरिका का ‘साहसवाद’ भी उतनाही जिम्मेदार होने का आरोप किया है|

अमरिका, कनाडा और ब्रिटेन ने पहले ही यह विमान ईरान ने ही गिराया होगा, यह आशंका व्यक्त की थी| यह हमला पुरे एहसास के साथ किया गया नही है, बल्कि गलते से इस यात्री विमान को लक्ष्य किया गया होगा, यह बयान अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प, कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रुडो और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉन्सन ने किया था| उन्होंने जताई आशंका सही साबित हुई है और ईरान की रिव्होल्युशनरी गार्डस् ने ही मिसाइल हमला करके यह विमान गिराया है, यह अब स्पष्ट हुआ है| रिव्होल्युशनरी गार्डस् के ब्रिगेडियर जनरल हाजिझादेह ने इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकारी है| यह विमान यानी मिसाइल होने का समझ होने से यह हमला किया गया, यह खुलासा ईरान कर रहा है|

यह यकिनन बडी मानवी गलती होने की बात कहकर ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया| इस हमले में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति हम पुरी प्रामाणिकता से सहानुभूति व्यक्त कर रहे है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने कहा| वही, ईरान के विदेशमंत्री ने इस घटना पर दुख जताकर इस गलती के लिए अमरिका का साहसवाद जिम्मेदार होने का आरोप रखा है| युक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने ईरान ने अपनी गलती स्वीकार ने के बाद बडा गुस्सा व्यक्त किया है| इस घटना को जिम्मेदार लोगों पर कडी कार्रवाई करें और नुकसान का हरजाना दे, यह मांग भी राष्ट्राध्यक्ष झेलेन्स्की ने ईरान के सामने रखी है|

‘इस भयंकर घटना की जिम्मेदारी तय की जाए और इस घटना में मारे गए लोगों से न्याय हो’, यह मांग कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष जस्टिन ट्रुडो ने रखी है| लेकिन इस विषय पर अमरिका और ब्रिटेन ने अधिकृत प्रतिक्रिया अभी दर्ज नही की है| शुरू में यह विमान इंजन में हुई खराबी के  कारण गिरने का दावा ईरान ने किया था| तभी भी यह विमान ईरान ने ही गिराया होगा, यह आशंका व्यक्त की गई थी| अगले दिनों में इस दुर्घटना में ईरान का हाथ होने की बात साबित हुई तो इसके गंभीर परीणाम इस देश को भुगतने होंगे, यह इशारा दिया जा रहा है|

गलतफहमी के कारण यह विमान गिराया गया होगा, ऐसा अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने कहा था| प्रधानमंत्री ने भी इसकी पुष्टि की थी| अब ईरान ने अपनी गलती स्वीकारी है और इसके बाद अमरिका और ब्रिटेन की ओर सभीयों की नजरें लगी है| ईरान को सबक सिखानें के लिए अमरिका इसका इस्तेमाल कर सकती है| अभी वैसे संकेत प्राप्त नही हुए है, फिर भी आगे के दिनों में अमरिका अपनी भुमिका में बदलाव करके ईरान को परेशान कर सकती है| इन कोशिशों को ब्रिटेन और कनाडा का समर्थन प्राप्त होता है तो ईरान के सामने खडी चुनौतियों में बडी बढोतरी होगी|

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