चार दशकों के बाद ब्रिटन का खाड़ी में कायमस्वरूपी रक्षा तल कार्यान्वित

ब्रिटन, रक्षा तल, खाड़ी में कायमस्वरूपी, कार्यान्वित, परमाणु कार्यक्रम, मनामा, लंडन, जंगी जहाजमनामा/लंडन: सीरिया, येमेन, इस्रायल-पॅलेस्टाईन संघर्ष और ईरान का परमाणु कार्यक्रम इस वजह से अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं का केंद्र साबित होने वाले खाड़ी में ब्रिटन ने अपना पहला कायमस्वरूपी रक्षातल कार्यरत किया है। पर्शियन खाड़ी के हिस्से वाले बाहरिन में ब्रिटन ने ‘एचएमएस जुफैर’ यह रक्षा तल शुरू किया है और यहा ५०० सैनिक और जंगी जहाज तैनात किए जाने वाले हैं। ब्रिटन का यह नया रक्षा तल अमरिकी नौसेना के प्रमुख पांचवे अरमाडा तल के पास है।

ब्रिटन, रक्षा तल, खाड़ी में कायमस्वरूपी, कार्यान्वित, परमाणु कार्यक्रम, मनामा, लंडन, जंगी जहाजब्रिटन का लष्कर देश के अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर पर अस्तित्व का प्रतिक है। बाहरिन में स्थित रक्षातल खाड़ी की सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है और ब्रिटन को सुरक्षित रखने में अनमोल भूमिका निभाएगा’, इन शब्दों में ब्रिटन के रक्षामंत्री गेविन विल्यम्सन ने बाहरिन में स्थित रक्षातल का महत्व स्पष्ट किया है। ब्रिटन अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर महत्वपूर्ण सत्ता है और नया रक्षातल अंतर्राष्ट्रीय स्तर से ब्रिटन को संभावित विविध खतरों का मुकाबला करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा, ऐसा भी रक्षामंत्री विल्यमसन ने इस समय कहा है।

ब्रिटन के राजघराने के सदस्य ‘ड्यूक ऑफ़ यॉर्क प्रिंस अँड्र्यू’ ने बाहरिन में स्थित रक्षातल का उद्घाटन किया। इस समय ब्रिटन के ‘जॉइंट फोर्सेस कमांड’ के प्रमुख जनरल सर क्रिस डेव्हरेल और बाहरिन के ‘क्राउन प्रिंस सलमान बिन हमद अल खलिफा’ उपस्थित थे। ब्रिटन ने सन २०१४ में बाहरिन के साथ रक्षातल के बारे में अनुबंध किया था। इस रक्षातल के निर्माण के लिए करीब डेढ़ करोड़ पौंड का खर्चा हुआ है, ऐसा माना जाता है।

इसके पहले बाहरिन में निर्माण किया हुआ रक्षातल सन १९७१ में बाहरिन को मिली आजादी के बाद ब्रिटन ने बंद किया था।

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