युएई बराका न्यूक्लियर प्लांट का ‘युनिट २’ कार्यान्वित करेगा – साल के अंत में ‘न्यूक्लिअर इमर्जन्सी’ अभ्यास का आयोजन

दुबई – ‘युएई’ ने बराका परमाणु ऊर्जा प्रोजेक्ट का ‘युनिट २’ कार्यान्वित करने का ऐलान किया। महज सालभर में बराका न्यूक्लियर प्लांट के दो न्यूक्लियर रिएक्टर्स कार्यान्वित करके अपने देश ने बड़ी सफलता हासिल की होने का दावा युएई की सरकार ने किया है। इसी बीच, ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर खाड़ी क्षेत्र में तनाव उत्पन्न हुआ है। ऐसे हालातों में, यूएई ने अपने न्यूक्लियर प्लांट का दूसरा न्यूक्लियर रिएक्टर कार्यान्वित करने के बारे में की हुई घोषणा महत्वपूर्ण साबित होती है।

uae-barakah-nuclear-plantयुएई की ‘फेडरल अथॉरिटी फॉर न्यूक्लिअर रेग्युलेशन्स’ (एफएएनआर) ने अल-धाफ्रा में ‘युनिट २’ न्यूक्लियर रिएक्टर कार्यान्वित करने की अनुमति दे दी। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा आयोग के निष्कर्षों पर बराका न्यूक्लियर प्लांट का काम शुरू होने का दावा युएई कर रहा है। बराका यह अरब देशों में पहला न्यूक्लियर प्लांट है। इस न्यूक्लियर प्लांट का निर्माण दक्षिण कोरिया की ‘केप्को’ कंपनी ने किया है। यूएई इस प्रोजेक्ट में कुल सात न्यूक्लियर रिएक्टर्स का निर्माण करनेवाला है।

इनमें से पहला न्यूक्लियर रिएक्टर पिछले साल ही कार्यरत हुआ है। अबूधाबी के अल-धाफ्रा इलाके में यूएई ने बराका यह पहला न्यूक्लियर प्लांट शुरू किया। पिछले साल अगस्त महीने में इस प्लांट के ‘युनिट १’ को राष्ट्रीय पॉवर ग्रीड के साथ जोड़ा गया। दिसंबर महीने में ही हुए परीक्षण में इस न्यूक्लियर रिएक्टर ने अपनी क्षमता १०० प्रतिशत ऊर्जा का निर्माण किया था। इस साल इस न्यूक्लियर रिएक्टर का व्यवसायिक स्तर पर इस्तेमाल शुरू होगा।

वहीं, तीसरा और चौथा न्यूक्लियर प्लांट अगले साल भर में कार्यरत होंगे, ऐसा दावा किया जाता है। ये चारों न्यूक्लियर रिएक्टर्स पूरी तरह कार्यरत होने के बाद ५६०० मेगावॅट ऊर्जा का निर्माण कर सकते हैं। यदि ऐसा हुआ, तो युएई की माँग के कुल २५ प्रतिशत बिजली की सप्लाई इन चार न्यूक्लियर रिएक्टरों द्वारा होगी, ऐसा कहा जाता है। आन्तर्राष्ट्रीय परमाणुऊर्जा आयोग में नियुक्त युएई के प्रतिनिधी हमाद अल-काबी ने अपने देश की भूमिका का स्वागत किया।

बराका न्यूक्लियर प्लांट का युनिट २ कार्यान्वित करने की घोषणा यही दर्शा रही है कि युएई का नेतृत्व दूरदर्शी है, ऐसा काबी ने कहा। साथ ही, यह सामरिक सफलता होने का दावा काबी ने किया।

uae-barakah-nuclear-plantइसी बीच, बराका न्यूक्लियर प्लांट का एक और न्यूक्लियर रिएक्टर शुरू करने वाले यूएई ने इस साल के अंत में न्यूक्लियर इमरजेंसी अभ्यास का आयोजन किया है। ३६ घंटे के इस अभ्यास में लगभग १७० देश सहभागी होनेवाले हैं, ऐसा दावा किया जाता है। इस अभ्यास के उपलक्ष्य में न्यूक्लियर इमरजेंसी के दौर में अन्तर्राष्ट्रीय प्रतिसाद और क्षमता की जाँच की जानेवाली है। ईरान के तटवर्ती इलाके से ३४० किलोमीटर दूरी पर होनेवाले बराका न्यूक्लियर प्लांट में ही इस अभ्यास का आयोजन किया जानेवाला है, ऐसी जानकारी काबी ने दी।

युुएई के दक्षिणी और पूर्वी ओर होने वाले ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर तनाव बढ़ता चला जा रहा है। ईरान परमाणु अस्त्र का निर्माण कर रहा होने का आरोप किया जाता है। वहीं, युएई के दक्षिणी ओर से ईरान से जुड़े हाउथी विद्रोहियों से ड्रोन तथा क्षेपणास्त्र हमलों का खतरा भी कायम है। ऐसे हालातों में, अपने न्यूक्लियर प्लांट की सुरक्षा के लिए तथा आनेवाले समय में संकटों का मुकाबला करने के लिए इस अभ्यास की आवश्यकता है, यह बात काबी ने रेखांकित की।

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