‘यूएई’ को सोमालिया को येमन और लीबिया में तब्दील करना है – सोमालिया के सूचनामंत्री का आरोप

मोगादिशु – ‘संयुक्त अरब अमीरात’ को सोमालिया की स्थिति लीबिया और येमन की तरह करनी है और देश में अराजकता फैलानी है, ऐसा आरोप सोमालिया के मंत्री ने किया है। सोमालिया में फिलहाल चुनाव के मुद्दे पर हिंसा भड़की हुई है और इस दौरान कई नागरिक गंभीर रूप से घायल हैं। इस पर चिंता जताकर यूएई ने सोमालिया की सरकार का ज़िक्र बतौर ‘अस्थायी सरकार’ करके वहां पर जारी हिंसा पर चिंता व्यक्त की थी।

uae-somalia-uaeसोमालिया के राष्ट्राध्यक्ष मोहम्मद अब्दुल्लाही मोहम्मद ने ८ फ़रवरी के दिन चुनाव करवाने का ऐलान बीते महीने में किया था। लेकिन, इसी मुद्दे पर सियासी दलों में सहमति करने में वह नाकाम साबित होने से चुनाव नहीं हो सके थे। इस नाकामयाबी का कारण आगे करके सोमालिया के कुछ सियासी दलों ने राष्ट्राध्यक्ष के इस्तीफे की माँग की है। इसके लिए देश में शुरू हुए प्रदर्शनों को रोकने के लिए सेना की तैनाती की गई है।

सेना ने इन प्रदर्शनों को रोकने के लिए बल का प्रयोग किया है और बीते हफ्ते में कुछ हिस्सों में प्रदर्शनकारी और सेना के बीच जोरदार मुठभेड़ भी हुई। इस दौरान पांच सैनिक मारे गए हैं और कई प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं। खाड़ी क्षेत्र के प्रमुख देश ‘यूएई’ ने इस पर प्रतिक्रिया दर्ज़ की थी। इसमें सोमालिया की राजधानी मोगादिशु में हो रही हिंसा पर तीव्र चिंता व्यक्त की गई थी। सोमालिया के सभी सियासी दल स्थिर भविष्य के विचार में संयम बरतें, यह आवाहन भी किया गया है। इस निवेदन में ‘यूएई’ के विदेश विभाग ने सोमालिया की सरकार का ज़िक्र अस्थायी सरकार के तौर पर किया था।

इस ज़िक्र पर सोमालिया में तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। सोमालिया के विदेश विभाग ने एक विदेशी हुकूमत देश की स्थिति को लेकर गलत जानकारी फैला रही है और विद्रोह करने के लिए उकसा रही है, यह आरोप किया था। विदेश विभाग ने देश के नाम का ज़िक्र किया नहीं है, फिर भी इसके बाद सोमालिया के सूचनामंत्री ने ‘यूएई’ का सीधा नाम लेकर सोमालिया में जारी हिंसा के पीछे सीधे सीधे ‘यूएई’ का ही हाथ होने के संकेत दिए।

uae-somalia-uae‘यूएई’ ने जारी किया निवेदन अंतरराष्ट्रीय स्तर के दायरे के अनुरूप नहीं है। उसका बयान दोनों देशों के संबंध और अरब संस्कृति से मुनासिब नहीं है। ‘यूएई’ को सोमालिया की स्थिति येमन और लीबिया की तरह बनानी है। संयुक्त अरब अमीरात को सोमालिया में अराजकता फैलानी है’, यह आरोप सोमालिया के सूचनामंत्री ओस्मान डुब्बे ने किया है। चुनाव सोमालिया की अंदरुनि बात है और अन्य किसी भी देश को इसमें दखलअंदाज़ी करने का अधिकार नहीं है, यह इशारा भी सोमालिया के सूचनामंत्री ने दिया है।

uae-somalia-uae‘यूएई’ का निवेदन और सोमालिया के मंत्री ने किए आरोपों की वजह से दोनों देशों के संबंधों में अधिक तनाव निर्माण होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में सोमालिया में तुर्की और कतार का वर्चस्व बढ़ रहा है और इस वजह से ‘यूएई’ और इजिप्ट जैसे देश बेचैन हुए हैं। सोमालिया की सरकार ने तुर्की और कतार के दबाव में देश में स्थित ‘यूएई’ का लष्करी प्रशिक्षण केंद्र बंद किया होने की बात समझी जा रही है।

इस पर प्रत्युत्तर देने के लिए यूएई ने सोमालिया के स्वायत्त प्रांत ‘सोमालीलैण्ड’ के साथ स्वतंत्र समझौता करके नया बंदरगाह और अड्डे का निर्माण करने की गतिविधियां शुरू की हैं। इस वजह से सोमालिया की सरकार भी भड़की हुई है और देश में जारी हिंसा और समस्याओं के लिए सीधे ‘यूएई’ पर आरोप लगाना शुरू किया है। सोमालिया में हो रही घटनाएँ अफ्रीकी देशों पर वर्चस्व स्थापित करने के लिए अरब और खाड़ी देशों में होनेवाले संभावित संघर्ष के संकेत होने का दावा विश्‍लेषक कर रहे हैं।

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