इस्रायल से सहयोग करके ‘यूएई’ सुरक्षित नहीं रहेगा – ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रिफ

तेहरान – इस्रायल के साथ मित्रता से भरा सहयोग स्थापित करके हम सुरक्षित रहेंगे, इस गलतफहमी में ‘संयुक्त अरब अमीरात’ (यूएई) के राजा रह रहे हैं। लेकिन, इस्रायल से सहयोग स्थापित करने के बावजूद ‘यूएई’ सुरक्षित नहीं रह सकता’, ऐसी चेतावनी ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रिफ ने दी है। बीते दस दिनों में ईरान ने यूएई को दी हुई यह दूसरी चेतावनी है। इससे पहले ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने यूएई को अगले परिणामों के लिए तैयार रहने की धमकी दी थी। इसी बीच, अमरीका के विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ खाड़ी देशों की विशेष दौरे पर पहुँचने से कुछ घंटे पहले ईरान ने यूएई को यह नई चेतावनी दी है।

इस्रायल से सहयोग करके ‘यूएई’ सुरक्षित नहीं रहेगा - ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रिफबीते कुछ दिनों से ईरान ने इस्रायल-यूएई के बीच हुए शांति समझौते के मुद्दे पर धमकाना शुरू किया है। सोमवार के दिन राजधानी तेहरान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बोलते समय विदेशमंत्री ज़रिफ ने इस समझौते पर आलोचना करके यूएई और इस्रायल को चेतावनी दी है। इस सहयोग की वजह से इस्रायल से हमें सुरक्षा प्राप्त होगी, हथियारों की खरीद करना संभव होगा, इस विचार में यूएई रह रहा था। लेकिन, इस्रायल स्वयं की सुरक्षा नहीं कर सकता, यह कहकर ज़रिफ ने इस्रायल अपने निशाने पर होने के संकेत दिए। इसी वजह से पहले से असुरक्षित इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करके यूएई भी सुरक्षित नहीं हो सकता, यह दावा ज़रिफ ने किया है। तभी पड़ोसी देशों के साथ शत्रुता करके रक्षा खरीदी करना संभव नहीं होगा, इस बात की याद भी ज़रिफ ने दिलाई।

इस्रायल से सहयोग करके ‘यूएई’ सुरक्षित नहीं रहेगा - ईरान के विदेशमंत्री जावेद ज़रिफईरान के विदेश मंत्रालय ने भी इस सहयोग के मामले में इस्रायल और यूएई पर आलोचना की है। इस्रायल और यूएई का यह शांति समझौता यानी सामरिक मुर्खता है और जल्द ही इस्रायल को अपनी इस गलती का एहसास होगा, ऐसी आलोचना ईरान के विदेश मंत्रालय ने की है। इस समझौते की वजह से खाड़ी क्षेत्र में विरोधकों का बड़ा मोर्चा तैयार होगा, यह दावा ईरान के विदेश मंत्रालय ने किया। साथ ही ईरान के विदेश मंत्रालय ने विश्‍वभर की इस्लामी जनता को इस सहयोग के खिलाफ़ खड़ा होने के लिए आवाहन किया है। गाज़ा के हमास और इस्लामिक जिहाद इन आतंकी संगठनों ने भी खाड़ी क्षेत्र के चरमपंथियों को इस सहयोग का विरोध करने के लिए उकसाया है।

१३ अगस्त के दिन अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्रायल और यूएई के ऐतिहासिक शांति समझौते का ऐलान किया था। यह सहयोग आगे बढ़ाने के लिए अमरिकी विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ इस्रायल और खाड़ी देशों का दौरा कर रहे हैं। यूएई की तरह ही खाड़ी क्षेत्र के अन्य अरब देश भी अब इस्रायल के साथ सहयोग स्थापित करें, इसके लिए अमरिकी विदेशमंत्री कोशिश करेंगे, यह कहा जा रहा है। ओमान, बहारिन इन देशों ने अनुरूप संकेत भी दिए हैं। इस पृष्ठभूमि पर ईरान के विदेशमंत्री ने यूएई के माध्यम से खाड़ी क्षेत्र के अन्य अरब देशों को भी इशारा दिया हुआ दिख रहा है।

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