वायु सेना के जम्मू स्थित अड्डे पर दो विस्फोट

  • ‘ड्रोन’ हमले के ज़रिये पाकिस्तान ने ही विस्फोट किए होने का आरोप
  • यह युद्ध का ऐलान होने का पूर्व सेना अधिकारी का इशारा

जम्मू – रविवार सुबह होने से पहले जम्मू स्थित वायु सेना के अड्डे पर दो विस्फोट हुए। इन विस्फोटों की तीव्रता कम थी और इससे वायु सेना के अड्डे का ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन, यह विस्फोट करने के लिए ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल हुआ और यह देश के रक्षा बलों पर पहला ‘ड्रोन’ हमला माना जाता है। इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया जा रहा है। लद्दाख की यात्रा पर पहुँचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना के वरिष्ठ अफसरों से चर्चा करके यहां की सुरक्षा का जायज़ा किया। इस हमले के पीछे पाकिस्तान और पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी संगठन होने का भरोसा सामरिक विश्‍लेषकों को हुआ है। वायु सेना के अड्डे पर हुआ यह हमला यानी युद्ध का ही ऐलान साबित होता हैं, ऐसा इशारा पूर्व सेना अधिकारी दे रहे हैं। पाकिस्तान की इस हरकत को प्रत्युत्तर देने के अलावा अन्य विकल्प भारत के सामने नहीं है, इस बात का अहसास भी पूर्व लष्करी अधिकारी एवं विश्‍लेषक करा रहे हैं। 

दो ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल करके किए गए इन दो विस्फोटों की घटना में वायु सेना के दो कर्मी घायल हुए हैं और इस दौरान एक मंज़िला इमारत की छत का नुकसान हुआ है। इस विस्फोट में ज्यादा नुकसान हुआ नहीं है, फिर भी यह विस्फोट सुरक्षा यंत्रणाओं को प्राप्त काफी बड़ी इशारे की घंटी होने की बात स्पष्ट हो रही है। अंतरराष्ट्रीय सीमा एवं नियंत्रण रेखा पर मौजूद हवाई सुरक्षा यंत्रणा कम उंचाई पर उड़ान भर रहे और कम भार के ‘ड्रोन्स’ को लक्ष्य नहीं कर सकती। इसी का लाभ उठाकर पाकिस्तान जम्मू-कश्‍मीर और पंजाब में ड्रोन्स के ज़रिये हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहा है। बीते दो-तीन वर्षों से पाकिस्तान इस तरह के हमले करने की तैयारी करने में जुटा है। इसका संज्ञान भारतीय यंत्रणाओं ने भी लिया था। भारत ‘ड्रोन’ विरोधी यंत्रणा खरीदने की तैयारी में होने की खबरें भी प्राप्त हुई थीं। लेकिन, उससे पहले ही यह हमला किया गया है, इस ओर पूर्व लष्करी अधिकारी ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्‍मीर के राजनीतिक पार्टी की नेताओं से मुलाकात की थी। इस मुलाकात में जम्मू-कश्‍मीर जो में वर्तमान केंद्रीय प्रदेश है इसे राज्य का दर्ज़ा फिर से बहाल करने का ऐलान किया गया। इस वजह से पाकिस्तान की बड़ी निराशा हुई है और इससे हुई विफलता में पाकिस्तान ने यह हमला किया, ऐसा आरोप भारतीय माध्यम लगा रहे हैं। साथ ही यह हमला वायु सेना के अड्डे पर किया गया और वहां पर तैनात हेलिकॉटर्स इस हमले का लक्ष्य थे, इस बात का अहसास विश्‍लेषक करा रहे हैं। इस पर भारत ने प्रत्युत्तर नहीं दिया तो अगले दिनों में इस तरह के हमलों की श्रृंखला शुरू हो जाएगी, ऐसा इशारा सामरिक विश्‍लेषक दे रहे हैं।

इस हमले के बाद वायु सेना और थलसेना के अन्य अड्डों की सुरक्षा बढ़ाई गई है। इस हमले की जानकारी प्राप्त हो रही थी, तभी जम्मू के बेनिहाल इलाके से ‘लश्‍कर ए तोयबा’ के एक आतंकी को छह किलो भार के ‘आयईडी’ विस्फोटकों के साथ गिरफ्तार करने की जानकारी जम्मू-कश्‍मीर के पुलिस महासंचालक ने साझा की है। इस गिरफ्तारी की वजह से भीड़ वाले इलाकों में विस्फोट की बड़ी साज़िश नाकाम की गई है। इस आतंकी की गिरफ्तारी की वजह से पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी संगठन जम्मू और कश्‍मीर में हमले करने की कड़ी कोशिश करने में जुटे होने की बात स्पष्ट हो रही है।

पांच दिन पहले ही रक्षाबल प्रमुख जनरल बिपीन रावत ने यह इशारा दिया था कि, कश्‍मीर की नियंत्रण रेखा पर युद्धविराम हुआ है फिर भी पाकिस्तान की हरकतें अभी बंद नहीं हुई हैं। पाकिस्तान ‘ड्रोन्स’ का इस्तेमाल करके भारत की सीमा में हथियार और नशीले पदार्थों की तस्करी करा रहा है। इसकी वजह से पाकिस्तान के साथ किए गए युद्धविराम के ज्यादा मायने नहीं होते, ऐसा बयान जनरल रावत ने किया था। उनका यह इशारा सच्चाई में उतरा है और नियंत्रण रेखा पर हुआ युद्धविराम यानी पाकिस्तान की साज़िश का हिस्सा होने के संकेत प्राप्त हो रहे हैं। हमेशा की तरह पाकिस्तान इस हमले की ज़िम्मेदारी झटकेगा और इसके लिए उल्टा भारत पर ही आरोप लगाने की तैयारी पाकिस्तानी नेताओं ने काफी पहले ही की हुई थी। भारत स्वयं ही आतंकी हमले करवाकर इसके लिए पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराएगा और पाकिस्तान पर हमला करेगा, ऐसे बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने पहले से ही शुरू किए हैं।

इसी बीच भारतीय वायु सेना के अड्डे पर हुए इस हमले के बाद पाकिस्तान ने सुरक्षा में बढ़ोतरी करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। भारत और पाकिस्तान अघोषित स्तर पर बातचीत कर रहे हैं और तभी कोई आतंकी गुट यह बातचीत नाकाम करने के लिए हमला कर सकता है, यह दावा पाकिस्तान के पत्रकार कर रहे हैं। भारतीय समाचार चैनलों से बातचीत करते समय पाकिस्तानी पत्रकारों ने यह दावा किया। लेकिन, इस हमले का ज़िम्मा आतंकी संगठनों पर धकेलकर पाकिस्तान इस बार अपना बचाव नहीं कर सकता। क्योंकि, भारत में आतंकी हमला हुआ और इसके तार पाकिस्तान से जुडे हुए दिखाई देते हैं तो पाकिस्तान को सबक सिखाए बगैर भारत चुप नहीं बैठेगा, यह इशारा भारत के रक्षामंत्री, रक्षाबलप्रमुख एवं सेनाप्रमुख ने समय समय पर दिया है।

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