रशिया और तुर्की की ‘तुर्कस्ट्रीम’ ईंधन पाईपलाईन जनवरी २०२० में कार्यरत होगी – राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरअंकारा/मास्को: रशिया और तुर्की के सहयोग का अहम स्तर होनेवाली तुर्कस्ट्रीमयह अहम ईंधन परियोजना जनवरी २०२० में कार्यान्वित होगी, यह ऐलान तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने किया है| करीबन १२ अरब यूरो खर्च करके इस ईंधन परियोजना को अंजाम दिया गया है और इस के तहेत रशिया और तुर्की के बीच १,०९० किलोमीटर दूरी की ईंधन पाईपलाईन का निर्माण हो रहा है| इस परियजोना से तुर्की के साथ ही यूरोपिय देशों में भी ईंधन प्रदान करना संभव होगा और ऐसे में अब सर्बिया एवं हंगेरी भी इस पाईपलाईन की परियोजना से जुड चुके है|

पिछले कुछ वर्षों में तुर्की ने अपनी ईंधन की जरूरत पुरी करने के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना बनाई थी| इसमें रशिया के निकट होनेवाले मध्य एशियाई देशों का समावेश होनेवाले तनापऔर तुर्कस्ट्रीमइन दो परियोजनाओं का समावेश है| ‘ट्रान्स एनातोलियन नैचरल गैस पाईपलाईन(तनाप) यह परियोजना शनिवार के दिन कार्यान्वित हुई| इस के जरिए तुर्की को अब अझरबैजान से १२ अरब घनमीटर नैसर्गिक ईंधन गैस आयात करना संभव होगा और इसमें से १० अरब घनमीटर ईंधन गैस ग्रीस, इटली और अल्बेनिया इन यूरोपिय देशों को प्रदान होगा|

तनापपरियोजना पुरी होने के अवसर पर तुर्की में आयोजित किए गए एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने तुर्कस्ट्रीमपरियोजना का ऐलान किया| वर्ष २०१६ में शुरू की हुई यह परियोजना मात्र तीन वर्ष में पुरी की गई है और इसके जरिए प्रतिवर्ष करीबन एक ट्रिलियन घनफूट ईंधन गैस आयात होगा| एक हजार किलोमीटर्स से भी अधिक लंबाई के इस परियोजना का ९०० किलोमीटर्स से भी अधिक हिस्सा ब्लैक सीसमुद्री क्षेत्र में स्थापित है|

तुर्कस्ट्रीमपरियोजना ८ जनवरी के रोज कार्यान्वित होगी और इसके लिए रशिया के राष्ट्राद्यक्ष व्लादिमीर पुतिन मौजुद रहेंगे, यह दावा सूत्रों ने किया है| रशिया ने अभी इस दावे का समर्थन किया नही है| तुर्की और रशिया के बीच बना सहयोग पिछले कुछ वर्षों से मजबूत हो रहा है और रशिया का तुर्की को एस४००हवाई सुरक्षा यंत्रणा प्रदान करना, ईंधन पाईपलाईन परियोजना और स्थानिय चलनों में व्यवहार करने के मुद्दे इसी का हिस्सा होने की बात कही जा रही है|

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