तुर्की के लष्कर के इराक में घुसकर कुर्दों पर हमले – ३१ कुर्दों को मारने का तुर्की का दावा

turkey-iraq-kurdsइस्तंबूल/बगदाद – तुर्की के लष्कर ने इराक में घुसकर कुर्दों के विरोध में मुहिम छेड़ी है। पिछले तीन दिनों में कम से कम ३१ कुर्द आतंकवादियों को मार गिराने का दावा तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने किया। वहीं, इराक के कुर्दिस्तान प्रांत में एक गाँव पर कब्ज़ा किया होने की जानकारी इराकी माध्यम दे रहे हैं। इराक में घुसकर हमला करनेवाले तुर्की को अंतरराष्ट्रीय समुदाय समय पर ही रोकें, अन्यथा तुर्की कुर्दों का नरसंहार कराएगा, ऐसी चिंता कुर्द संगठन व्यक्त कर रहे हैं।

पिछले शुक्रवार से तुर्की ने इराक के कुर्दिस्तान प्रांत में ‘पेन्स-सिमसेक’ और ‘पेन्स-यिल्दिरीम’ ऐसी दो लष्करी मुहिमें छेड़ीं हैं। आतंकवादी संगठन घोषित किए गए ‘कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी-पीकेके’ के आतंकी इस इलाके में अड्डा जमाए होने का आरोप तुर्की कर रहा है। उन पर कार्रवाई करने के लिए तुर्की के जवान और लष्करी वाहन बड़ी संख्या में सीमारेखा को लाँघकर कुर्दिस्तान प्रांत के दुहोक जिले के किस्ताह पहाड़ी इलाके में दाखिल हुए हैं।

पिछले तीन दिनों की कार्रवाई में लष्कर ने कुर्दों के १,१३२ और हवाईदल ने १२० स्थानों को लक्ष्य किया। इस कार्रवाई में कुर्दों की बड़ी हानि होने का दावा तुर्की का रक्षा मंत्रालय कर रहा है। कम से कम ३१ कुर्द आतंकियों को मार गिराया होने की जानकारी तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने दी। इस संघर्ष में अपना एक जवान मारा गया और छः लोग घायल हुए, ऐसा भी तुर्की ने कहा है। वहीं, तुर्की के लष्कर ने यहाँ के बारवी बाला गाँव पर कब्ज़ा किया होने की जानकारी ‘बगदाद टूडे’ इस अरबी न्यूज़ एजेंसी ने दी। लेकिन तुर्की के लष्कर ने इस संदर्भ में विवरण नहीं दिया है।

turkey-iraq-kurdsतुर्की ने कुर्दिस्तान प्रांत में लष्कर घुसाकर शुरू की कार्रवाई की दुनिया भर के कुर्द संगठन आलोचना कर रहे हैं। तुर्की के जवानों को हेलिकॉप्टर से पॅराड्रॉप कराके कुर्दिस्तान के दूहोक जिले में उतरवाए जा रही हैं। तुर्की कि यह घुसपैठ अलग ही संकेत देने वाली होने का डर ब्रुसेल्सस्थित ‘कुर्दिस्तान नॅशनल कॉंग्रेस-केएनके’ इस कुर्द संगठन ने जाहिर किया।

‘तुर्की इराक के कुर्दिस्तान में हत्याकांड और नरसंहार करवाने की तैयारी में है। संयुक्त राष्ट्रसंघ, युरोपिय महासंघ, नाटो तथा अन्य आन्तर्राष्ट्रीय समुदाय कुर्दों का हत्याकांड और नरसंहार टालने के लिए तुर्की को रोकें’, ऐसा आवाहन केएनके के उपाध्यक्ष अहमद कारामूस ने किया। ऑटोमन साम्राज्य ने अर्मेनियन्स के किये वंशसंहार के विरोध में दुनिया भर से तुर्की की आलोचना हो रही थी। उसी दिन, तुर्की ने उर्दू का वंशसंहार शुरू किया होने का आरोप कारामूस ने किया।

बता दें, पिछले तीन दशकों से ‘पीकेके’ इस कुर्द संगठन ने तुर्की में किए हमलों में ४० हज़ार से अधिक लोगों की मृत्यु हुई होने का आरोप तुर्की कर रहा है। तुर्की समेत अमेरिका और युरोपीय महासंघ ने पीकेके को ‘आतंकवादी संगठन’ घोषित किया है। पीकेके की तरह ही, इराक और सीरिया स्थित कुर्द संगठनों को भी ‘आतंकवादी’ करार देकर तुर्की ने इन संगठनों पर भी कार्रवाई की है। लेकिन कुर्द आतंकवादी नहीं हैं, बल्कि तुर्की, सिरिया, इराक और ईरान इन देशों में बिखेरे हुए कुर्द स्वतंत्र देश की माँग कर रहे हैं।

turkey-iraq-kurdsदूसरे विश्वयुद्ध के पश्चात के दौर में कुर्द समुदाय का जानबूझकर इन चार-पाँच देशों में विभाजन किया गया। लेकिन अब कुर्दिस्तान का निर्माण किये बिना कुर्द शांत नहीं बैठेंगे, ऐसा कुर्दों के बागी संगठन आत्मविश्वासपूर्वक कहने लगे हैं। इराक और सिरिया स्थित कुर्दवंशीय इसके लिए ज़ोरदार प्रयास कर रहे हैं। वहीं, इससे अपनी एकसंघता को ख़तरा है, ऐसा माननेवाले तुर्की ने इराक में घुसकर कुर्दों पर हमले करने का सत्र शुरू किया है।

लेकिन इस हमलों के पीछे कुर्द बागियों का बंदोबस्त करने के अलावा भी तुर्की की कुछ अलग ही साज़िश होने का आरोप किया जाता है। इराक का इंधन क्षेत्र फिलहाल कुर्दो के कब्ज़े में हैं और उसपर तुर्की की नजर होने के कारण तुर्की कुर्दों पर की इस कार्रवाई में खास दिलचस्पी दिखा रहा है, ऐसा कहा जाता है। अभी तक इन आरोपों पर तुर्की से संतोषजनक उत्तर नहीं मिला है।

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