लीबियन सरकार की सुरक्षा के लिए तुर्की के दो हजार मर्सिनरिज् लीबिया पहुंचे

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

त्रिपोली/अंकारा – लीबिया की सराज सरकार की सुरक्षा के लिए तुर्की के २,४०० सैनिक राजधानी त्रिपोली पहुंचे है| तुर्की ने लीबिया के लिए छह हजार सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिक तैनात करने का ऐलान किया है| इसके अलावा तुर्की की सेना और तुर्कीश मुस्लिम ब्रदरहूड इन चरमपंथी संगठनों के हथियारी सैनिक भी भेजे गए है| ऐसे में लीबिया में किसी भी गुट को तीसरां देश हथियार प्रदान ना करें, यह निर्णय बर्लिन में आयोजित बैठक में किया गया है| पर, लीबिया में हो रही अपनी यह तैनाती नियमों के दायरे में होने का दावा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन कर रहेहै|

लीबिया में प्रधानमंत्री सराज की ‘गव्हर्नमेंट ऑफ नैशनल अकॉर्ड’ (जीएनए) और बागी सेनाप्रमुख जनरल खलिफा हफ्तार की ‘लीबियन नैशलम आर्मी’ (एलएनए) के गुटों का संघर्ष हो रहा है| इस संघर्ष में सराज की ‘जीएनए’ सेना को सहाय्य हो इस लिए तुर्की ने कुछ दिन पहले लीबिया के साथ लष्करी समझौता भी किया था| इस सहयोग का दाखिला देकर तुर्की ने सीरिया में बडी संख्या में सेना की तैनाती की है|

दो दिन पहले लीबिया के संघर्ष के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए राजधानी बर्लिन में एक बैठक शीघ्रता से बुलाई गई थी| इसमें मेजबान जर्मनी के साथ अमरिका, रशिया, ब्रिटेन, फ्रान्स, तुर्की एवं यूरोपिय महासंघ और संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रमुख शामिल हुए थे| लीबियन सरकार और बागियों के नेता भी इस बैठक में मौजुद थे|

इसके आगे युद्धविराम और शांतिवार्ता के जरिए लीबिया का गृहयुद्ध खतम करने की कोशिश होगी, यह बात इस बैठक में तय की गई है| गृहयुद्ध और तैज ना हो इस के लिए तीसरें देश या संगठन लीबिया के गुटों को हथियार प्रदान ना करें, यह निर्णय इस बैठक में किया गया| इस बैठक को कुछ घंटे नही होते, तभी तुर्की के कान्ट्रैक्ट सैनिक लीबिया में उतरने की बात सामने आ रही है|

सीरियन मानव अधिकार संगठन ने साझा की जानकारी के अनुसार कुछ घंटे पहले कुल २,४०० सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिक त्रिपोली पहुंचे है| पिछले हफ्ते में भी कान्ट्रैक्ट सैनिकों का छोटा दल लीबिया पहुंचा था| विमान से यात्रा कर रहे इन सैनिकों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है| आगे इन सैनिकों को लीबियन सेना की वर्दी में तैनात किया गया था| लीबियन बागियों के हमले में इनमें से २४ सैनिक मारे गए है| इसके बाद सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिकों की लीबिया में यह बडी तैनाती हुई है|

तुर्की के साथ हुए समझौते के अनुसार लीबियन सरकार हर एक सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिक को प्रति महीना दो हजार डॉलर्स प्रदान करेगी| इस का भार लीबियन अर्थव्यवस्था को उठाना पडेगा, इस ओर लीबियन बागियों ने ध्यान आकर्षित किया है| साथ ही जर्मनी में हुई बैठक में किए गए निर्णय के अनुसार लीबिया में तीसरें देश की सेना तैनाती एवं हथियारों की सप्लाई पर प्रतिबंध लगाए गए है| इससे तुर्की ने यह लष्करी तैनाती करके नियमों का उल्लंघन किया है, यह आरोप लीबियन बागी कर रहे है|

इसी बीच, राजधानी त्रिपोली में पहुंचे इन सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिकों ने लीबियन बागियों पर हमलें करना शुरू किया होने की खबरें प्राप्त हो रही है| सीरियन कान्ट्रैक्ट सैनिकों के इन हमलों की वजह से त्रिपोली में जारी किया गया युद्धविराम खतम होने की चिंता जताई जा रही है| जर्मनी की बैठक की पृष्ठभूमि पर त्रिपोली में युद्धविराम जारी किया गया था| पर, कान्ट्रैक्ट सैनिकों के हमलों की वजह से त्रिपोली में एक बडा संघर्ष शुरू होने के आसार स्पष्ट हो रहे है| तभी, लीबिया में बने तनाव की पृष्ठभूमि पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन के दामों पर असर होगा, यह चिंता भी जताई जा रही है|

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