लीबिया में सेना तैनात करने के मुद्दे पर तुर्की की इजिप्ट को चेतावनी

अंकारा/कैरो – लीबिया के संघर्ष में जनरल हफ्तार के बागियों को लष्करी सहायता प्रदान कर रहे इजिप्ट को इसके लिए प्रत्युत्तर देना की चेतावनी तुर्की ने दी है। पिछले महीने में इजिप्ट के लड़ाकू विमानों ने लीबिया में किए हवाई हमलें में तुर्की का लष्करी अड्डा तहस नहस किया था। इसपर तुर्की ने यह प्रतिक्रिया दी हुई दिख रही है। तभी इजिप्ट और फ्रान्स की नौसेना ने भूमध्य सागर में हाल ही में अहम युद्धाभ्यास किया। यह युद्धाभ्यास यानी तुर्की के लिए इशारा होने का दावा किया जा रहा हैं।

इजिप्ट को चेतावनी

पिछले कुछ वर्षों से सीरिया में जारी संघर्ष अब धीरे धीरे लीबिया की ओर बढ़ रहा है, यह दावा आंतर्राष्ट्रीय विश्‍लेषक और माध्यम कर रहे हैं। लीबिया में वर्ष २०१५ से संयुक्त राष्ट्रसंघ की मंज़ुरी प्राप्त होनेवाली सराज की सरकार और जनरल खलिफा हफ्तार के बागियों के संगठन में संघर्ष हो रहा है। यह संघर्ष लीबिया के र्इंधन भंड़ारों के लिए जारी है, ऐसा दावा भी किया जा रहा है। लीबिया में चरमपंथियों का समर्थन प्राप्त सराज की सरकार को तुर्की की सेना का समर्थन प्राप्त हो रहा है। लीबिया की राजधानी त्रिपोली के साथ पश्‍चिमी ओर के हिस्से में तुर्की के सैनिक और सीरिया में मौजूद तुर्की से जुड़े चरमपंथी गुट तैनात होने के फोटो भी जारी हुए थे। तभी रशिया, इजिप्ट एवं संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) लीबिया स्थित हफ्तार बागियों को लष्करी सहायता प्रदान कर रहे हैं, यह दावा भी हो रहा है।

इजिप्ट को चेतावनी

रशिया ने इस संघर्ष में अपने मर्सिनरीज उतारें हैं, यह आरोप तुर्की के माध्यमों ने किया था। वहीं, कुछ दिन पहले इजिप्ट की सरकार ने लीबिया में सेना उतारने का ऐलान किया। र्इंधन से भरें एवं सामरिक नज़रिये से अहम होनेवाले सिरते इस पूर्वीय लीबियन शहर की सुरक्षा के लिए इजिप्ट की सरकार ने यह ऐलान किया था। इजिप्ट की संसद ने भी लीबिया में यह सेना तैनाती करने के लिए मंजूरी दी थी। इस निर्णय की वज़ह से तिलमिला उठे तुर्की ने इजिप्ट को गंभीर परीणामों का इशारा दिया हैं। तुर्की के सुरक्षा सलाहकार इब्राहिम कालिन ने दो दिन पहले वृत्तसंस्था को दी हुई मुलाकात के दौरान लीबिया में जारी संघर्ष में विदेशी सेना के बढ़ते समावेश पर जोरदार आलोचना की।

इजिप्ट की सेना यदि लीबिया में जारी संघर्ष में सम्मिलित हुई, तो इस देश में शांति स्थापित करने की सभी कोशिशें नाकाम होंगी, यह इशारा कालिन ने दिया। ऐसा हुआ तो लीबिया में सेना की तैनाती करना इजिप्ट के लिए खतरा साबित होगा, यह धमकी कालिन ने दी थी। साथ ही लीबिया के हफ़्तार बगियों का समर्थन कर रहें फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन पर भी कालिन ने आलोचना की। लीबिया की सुरक्षा और शांति के लिए फ्रान्स खतरा बना रहा हैं, यह आरोप भी कालिन ने किया। तुर्की ने दिए इस इशारे के कुछ ही घंटे बाद इजिप्ट और फ्रान्स  की नौसेना ने युद्धाभ्यास किया।

इजिप्ट को चेतावनी

इजिप्ट की सेना ने जारी की हुई जानकारी के अनुसार, इजिप्ट और फ्रान्स की नौसेना ने भूमध्य सागर में किए इस युद्धाभ्यास में दोनों देशों की प्रमुख विध्वंसक एवं लड़ाकू विमान शामिल हुए थे। इस दौरान ज़मीन एवं हवाई लक्ष्य को निशाना करने का युद्धाभ्यास किया गया। लीबिया के तटीय क्षेत्र पर स्थित सिरते शहर के करीब यह युद्धाभ्यास किया गया। लीबिया की सराज की हुकूमत और तुर्की की सेना इस र्इंधन से भरें शहर पर कब्ज़ा करने की तैयारी में होने की ख़बरें प्रसिद्ध हो रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर लीबियन बागियों के कब्ज़े में होनेवाले इस शहर की सुरक्षा के लिए इजिप्ट और फ्रान्स की नौसेना का यह युद्धाभ्यास होने का दावा किया जा रहा हैं। यह युद्धाभ्यास करके इजिप्ट और फ्रान्स ने तुर्की को स्पष्ट संदेशा दिया हैं, यह दावा भी माध्यमों से किया जा रहा हैं। लीबिया में जारी गृहयुद्ध के दौरान तुर्की और इजिप्ट के बीच बने तनाव के पीछे भी बड़ा कारण होने का दावा हो रहा हैं।

कुछ दिन पहले लीबिया के अल-वतिया अड्डे पर हुए हवाई हमले में इस अड्डे पर तैनात तुर्की के एफ-16 लड़ाकू विमान, ड्रोन्स, राडार एवं हवाई सुरक्षा यंत्रणा नष्ट हुई थी। इजिप्ट की वायुसेना में मौजूद राफेल विमानों ने यह कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी। लीबिया के जनरल खलिफा हफ्तार की बागी संगठन के समर्थन में इजिप्ट ने यह कार्रवाई करने की बात कही जा रही थी। लीबिया की सराज की हुकूमत और तुर्की की सेना को सिरते पर कार्रवाई करने से रोकने के लिए ही इजिप्ट ने यह हमलें किए हैं, यह दावा भी हो रहा हैं। अपने लष्करी ठिकाने पर हुए इस हमले से गुस्सा हुआ तुर्की अब इजिप्ट को धमकाता हुआ दिखाई दे रहा हैं।

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