तुर्की शरणार्थियों के लिए यूरोप के द्वार खोलेगा – तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरअंकारा: अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने यूरोपिय महासंघ के साथ तुर्की की जरूरी सहायता नही की तो, हम यूरोप के दरवाजें फिर से शरणार्थियों के लिए खुले करेंगे, यह धमकी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने दी है| तुर्की में फिलहाल ३६ लाख सीरियन शरणार्थि मौजूद है और इनमें से कम से कम १० लाख शरणार्थियों को उत्तर सीरिया में स्थानांतरित करने का प्लैन एर्दोगन ने बनाया है| लेकिन, तुर्की की सीमा से सटें इस क्षेत्र में ‘सेफ झोन’ तैयार करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने मंजुरी नही दी है और इस कारण यह प्लैन आगे नही बड रहा है, यह दावा तुर्की ने किया है|

उत्तर सीरिया में तुर्की की आर्थिक सहायता प्राप्त करनेवाले कई गुट सक्रिय है और यह गुट अस्साद हुकूमत के विरोध में संघर्ष कर रहे है| पिछले कुछ महीनों में सीरिया के राष्ट्राध्यक्ष अस्साद की सेना ने उत्तर सीरिया के कुछ हिस्सों पर हमलें किए है और अहम जगहों पर कब्जा प्राप्त किया है| तुर्की में एर्दोगन के विरोध में खडे कुर्द बागियों द्वारा भी इस क्षेत्र में कार्रवाई की गई है| अस्साद हुकूमत को रशिया और?ईरान की सहायता प्राप्त हो रही है और अमरिका कुर्द बागियों के साथ खडी है|

इस वजह से तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन के लिए तुर्की समर्थक गुटों को सुरक्षित रखाना जरूरी बना है और इसके वह ‘सेफ झोन’ की मांग कर रहे है| अमरिका ने उनकी यह मांग ठुकराई नही है, फिर भी इस विषय पर कुछ मतभेद होने की बात स्पष्ट की है| वही, यूरोपिय देशों ने इस विषय पर तुर्की का समर्थन नही किया है| रशिया ने भी इस मुद्दे पर अपनी भूमिका स्पष्ट नही की है| इस पृष्ठभूमि पर तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन फिर एक बार आक्रामक हुए है और शरणार्थियों का इस्तेमाल करने की धमकी दी है|

‘तुर्की में पनाह लिए हुए कम से कम १० लाख सीरियन भाईयों को सीमा के नजदिक तैयार होनेवाले ४५० किलोमीटर के सुरक्षित क्षेत्र में स्थापित करने का हमारा उद्देश्य है| तुर्की को सीरियन शरणार्थियों के लिए शहरों का निर्माण करना मुमकिन है और उन्हें सुरक्षित भी रखा जाएगा| इसके लिए सुरक्षित क्षेत्र बनना जरूरी है| उत्तरी सीरिया में लगभग ३० किलोमीटर के अंदर घरों का निर्माण हो सकेगा और इसके लिए अन्य लोगों की सहायता प्राप्त होनी जरूरी है| ऐसा हुआ तो ही सीरियन शरणार्थियों को अच्छी व्यवस्था देना तुर्की को मुमकिन होगा| यदि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने यह सहायता प्रदान नही की तो इन्हीं शरणार्थियों के लिए यूरोप के दरवाजे खोलने के लिए तुर्की विवश होगा’, यह धमकी एर्दोगन ने दी है|

सीरियन शरणार्थियों का बोझ आगे तुर्की अकेला संभल नही सकेगा, यह इशारा देकर राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने यूरोपिय महासंघ को लक्ष्य किया| यूरोप शरणार्थियों के लिए मंजूर की हुई आर्थिक सहायता प्रदान नही कर रहा है, यह आरोप भी तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने किया| यूरोपिय महासंघ और तुर्की के बीच शरणार्थियों के मुद्दे पर समझौता किया गया है| इसके अनुसार यूरोप में अवैध तरीके से घुसपैठ कर रहे शरणार्थियों को तुर्की भेजा जा रहा है और इसके बदले में महासंघ ने तुर्की को अरबों यूरों की आर्थिक सहायता देने का वादा किया है| लेकिन, यह आर्थिक सहायता प्राप्त नही हुई है, यह दावा तुर्की कर रहा है|

पिछले वर्ष से सीरिया के साथ खाडी से यूरोप पहुंच रहे शरणार्थियों के झुंड कम होने का रपट स्वयंसेवी संस्थाओं ने दिया है| इसके लिए यूरोप और तुर्की के बीच हुआ समझौता अहम साबित होने का जिक्र भी इस रपट में किया गया है| लेकिन, एर्दोगन ने दी हुई धमकी की पृष्ठभूमि पर शरणार्थियों के झुंड फिर से बढने पर यूरोप को बडे संकट का सामना लगेगा, यह संभावना व्यक्त हो रही है|

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