‘आयएस’ के विनाश तक सीरिया में तुर्की के हमले शुरू रहेंगे : तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष की घोषणा

बैरूत/वॉशिंग्टन, दि. ३० (वृत्तसंस्था) – ‘आतंकवाद का पूरा सफ़ाया करने तक तुर्की द्वारा सीरिया में की जा रही सैनिकी कार्रवाई शुरू रहेगी’ ऐसी घोषणा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने की| साथ ही, सीरिया में कार्रवाई करते समय ‘आयएस’ और ‘कुर्द विद्रोहियों’ में कोई भी फ़र्क़ नहीं किया जाएगा, ऐसा भी एर्दोगन ने स्पष्ट किया| लेकिन तुर्की की इस कार्रवाई पर नाराज़गी जताते हुए, कुर्दों के साथ संघर्ष ना करे, ऐसी सूचना अमरीका के रक्षा मंत्री ऍश्टन कार्टर ने की है|

syria-turkey-erdogan- तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगनपिछले सप्ताह दक्षिण तुर्की के ‘गाझियानतेप’ शहर में हुए आत्मघाती हमले के बाद एर्दोगन सरकार ने, सीरिया में सेना भेजते हुए, आंतकवाद के खिलाफ़ कार्रवाई करने की घोषणा की थी| तुर्की की इस कार्रवाई को हफ्ता बीत चुका है| इसी मौके पर राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने, तुर्की के भीतर या सीमा के नज़दीक किसी भी आतंकी संगठन की उपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसा स्पष्ट किया|

इसीलिए तुर्की की सेना ने ‘जाराबुलूस’ पर कार्रवाई की| वहीं, जरूरत पड़ने पर ‘जाराबुलूस’ की कार्रवाई को दोहराया भी जा सकता है, ऐसी घोषणा एर्दोगन ने की| साथ ही, सीरिया में शुरू यह कार्रवाई जल्दी ख़त्म होनेवाली नहीं| ‘आयएस’ का विनाश होने के बाद ही तुर्की की सेना सीरिया से पीछे हटेगी, ऐसी घोषणा एर्दोगन ने की| वहीं, सीरिया से ‘आयएस’ का सफ़ाया करने के लिए तुर्की किसी भी प्रकार की सहायता करेगी, ऐसा भी एर्दोगन ने स्पष्ट कर दिया|

तुर्की की सेना ने ‘जाराबुलूस’ में की कार्रवाई में आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है| लेकिन सीरिया के मानवाधिकार संगठन की जानकारी के अनुसार, तुर्की के हमले में इस शहर की ३५ कुर्द जनता मारी गयी है| वहीं, कुर्द नेता भी तुर्की पर यही इल्जाम लगा रहे हैं| तुर्की ने ‘जाराबुलूस’ में की कार्रवाई कुर्दों के खिलाफ़ थी और आगे चलकर भी तुर्की कुर्दों के इलाक़ों को निशाना बनानेवाला है, ऐसा इल्ज़ाम कुर्द नेताओं ने लगाया है| लेकिन तुर्की ने इन इल्ज़ामों को ठुकरा दिया|

आतंकवाद के खिलाफ़ कार्रवाई करते हुए तुर्की ‘आयएस’ और ‘कुर्द विद्रोहियों’ में भेदभाव नहीं करेगा, ऐसा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष ने कहा है| कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ़ जिस आक्रामकता से संघर्ष किया जा रहा है, उसी तरह से ‘आयएस’ के खिलाफ़ भी संघर्ष किया जाएगा, ऐसा एर्दोगन ने स्पष्ट किया|

लेकिन तुर्की द्वारा सीरिया में शुरू कार्रवाई पर अमरीका ने चिंता जताई है| सीरिया में आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करनेवाले ‘सीरियन डेमोक्रॅटिक फोर्सेस’ (एसडीएफ) के विद्रोहियों को तुर्की निशाना बना रहा है, जिसपर अमरीका अपनी नाराज़गी जता चुका है| पिछले कई वर्षों से अमरीका ‘एसडीएफ’ को साथ लेकर सीरिया में अस्साद सरकार के खिलाफ़ संघर्ष कर रही है| लेकिन इसी संगठन पर तुर्की द्वारा हमले किए जाने पर अमरीका बेहद नाराज़ हुआ है| तुर्की के हमलों में ४० से अधिक कुर्द विद्रोही मारे जाने की आशंका जताई जा रही है| वहीं, तुर्की ने ‘आयएस’ के इलाकों को छोड़कर कुर्द विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाया, ऐसा आरोप अमरीका के विशेष दूत ब्रेट मॅकगर्क ने किया है| वहीं, कुर्द विद्रोहियों द्वारा भी तुर्की पर हमले चढ़ाने की धमकी दी गयी है|

अमरिकी रक्षा मंत्री ऍश्टन कार्टर ने सीरिया में चल रहे इस संघर्ष पर नाराज़गी जताते हुए कहा कि तुर्की और कुर्द विद्रोही आपस में संघर्ष छोड़ दें| ‘आयएस’ पर हमले करना यह हमारा मुख्य ‘लक्ष्य’ है, इसकी याद भी अमरिकी रक्षा मंत्री ने दिला दी|

इसी दौरान इस सप्ताह के आखिर चीन में ‘जी-२०’ की बैठक होनेवाली है| इस बैठक की पृष्ठभूमि पर, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन से मुलाकात करेंगे; साथ ही, तुर्की में छेड़ी गई बग़ावत और सीरिया में चल रहे संघर्ष पर चर्चा करेंगे, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं|

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