चीन का विभाजन करने की कोशिश करनेवालों का अंत कुचले हुए शरीर एवं हड्डियों में होगा – हॉंगकॉंग और तैवान को चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग – ‘जो भी कोई चीन के किसी भी हिस्से से देश को तोडने की कोशिश करता है, उसका अंत कुचले हुए शरीर एवं हड्डियों में होगा’, यह धमकी चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने दी है| कोई भी बाहरी ताकद चीन का विभाजन करने के खाली सपने ना देखें, यह चेतावनी भी राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने इस दौरान दी है| जिनपिंग ने दी धमकी हॉंगकॉंग के साथ तैवान को भी कडे शब्दों में दिया संदेशा होने की बात समझी जा रही है|

पिछले पांच महीनों से हॉंगकॉंग में लगातार प्रदर्शन हो रहे है| शुरू में स्थानिय प्रशासन के विरोध में शुरू हुए इन प्रदर्शनों ने अब चीन की हुकूमत के विरोधी लडाई का स्वरूप प्राप्त किया है| स्थानिय प्रशासन इन प्रदर्शनों के विरोध में लगातार आक्रामक कार्रवाई कर रहा है| फिर भी, हजारों प्रदर्शक लगातार रास्तों पर उतरकर चीन के विरोध में तीव्र असंतोष व्यक्त कर रहे है| चीन की हुकूमत १ अक्टुबर के दिन कम्युनिस्ट पार्टी के ‘नैशनल डे’ से पहले हॉंगकॉंग की समस्या खतम करेगी, यह संभावना व्यक्त की जा रही थी|

लेकिन, व्यापारयुद्ध, अर्थव्यवस्था की गिरावट, साउथ चाइना सी में बढ रही चुनौती, बेल्ट ऍण्ड रोड इनिशिएटिव्ह को लगे झटकों की पृष्ठभूमि पर चीन की हुकूमत ने हॉंगकॉंग के मुद्दे पर नरमाई बरती थी| चीन ने इन प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि पर लष्करी कार्रवाई करने के इशारे दिए थे, पर असलियत में इन इशारों के अनुसार कुछ भी कार्रवाई नही की थी|

पर, इस महीने के शुरू में ‘नैशनल डे’ के अवसर पर किया लष्करी ताकद का प्रदर्शन और अमरिका के साथ आंशिक व्यापारी समझौते की पृष्ठभूमि पर चीन ने हॉंगकॉंग का मुद्दा अग्रिमता से संभालने का तय किया दिख रहा है| पिछले हफ्ते में हॉंगकॉंग के स्थानिय प्रशासकीय प्रमुख कैरी लैम ने किया वक्तव्य इसी के संकेत देनेवाले समझे जा रहे है| लैम ने कहा था की, इसके आगे जरूरत पडने पर हॉंगकॉंग में शुरू प्रदर्शन नियंत्रण में लाने के लिए चीन की सहायता लेने के संकेत दिए थे|

ऐसे में चीन के राष्ट्राध्यक्ष ने कुचले हुए शरीर और हड्डियोंं का जिक्र करना ध्यान आकर्षित करता है| राष्ट्राध्यक्ष जिनपिंग ने किया यह जिक्र तीन दशक पहले चीन ने ‘तिआनाम्नेन स्क्वेअर’ में किए कार्रवाई की याद दिलानेवाला है| वर्ष १९८९ में चीन में जनतंत्र की मांग के साथ किए गए प्रदर्शन चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने टैंक और बंदुक के बल पर कुचल दिए थे| इन प्रदर्शनकारियों पर की हुई कार्रवाई में यकिनन कितने लोग बलि गए, यह बात चीन के नेताओं ने आज भी सार्वजनिक नही की है|

चीन की राज्यक्रांती के प्रणेता माओ त्से तुंग के बाद चीन के सर्वाधिकार हाथ में रखनेवाले एकमेव राष्ट्राध्यक्ष यह शी जिनपिंग की पहचान हुई है| इस सर्वसामर्थ्यवान एकाधिकार शाही के बल पर जिनपिंग हॉंगकॉंग समेत देश के अन्य हिस्सों में हो रहा विरोध कुचलने की कोशिश कर रहे है, यह संकेत प्राप्त होने लगे है|

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