ट्रम्प-पोम्पिओ की पहल से शुरू हुई ‘वुहान लैब थिअरी’ की जाँच बायडेन प्रशासन ने रोक दी थी – अमरिकी समाचार चैनल का दावा

वॉशिंग्टन/बीजिंग – अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने कोरोना वायरस का निर्माण चीन के वुहान लैब में ही होने के मुद्दे की जाँच शुरू की थी। लेकिन, ज्यो बायडेन ने राष्ट्राध्यक्ष पद का ज़िम्मा संभालते ही, सबूत ना होने का कारण बताकर इस जाँच को समेट लिया था, ऐसी चौकानेवाली जानकारी सामने आयी है। अमरीका के ‘सीएनएन’ समाचार चैनल ने इससे संबंधित वृत्त जारी किया है। बीते कुछ दिनों में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वुहान की ‘लैब लीक थिअरी’ का मुद्दा फिर से चर्चा का केंद्र बना है, ऐसे में यह बात सामने आना ध्यान आकर्षित करता है।

Wuhan-lab-trump-pompeo-01-768x432अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने, वर्ष २०१९ में चीन से संक्रमित हुई कोरोना की महामारी के जड़े वुहान में होने का ज़िक्र सबसे पहले किया था। अपने बयानों के ज़रिये उन्होंने लगातार ‘वुहान वायरस’ कहकर, कोरोना संक्रमण के पीछे चीन का ही हाथ होने के दावे किए थे। लेकिन अमरिकी माध्यमों ने, ट्रम्प गैरज़िम्मेदाराना बयान कर रहे हैं, ऐसा कहकर उनकी कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद ट्रम्प एवं पूर्व विदेशमंत्री माईक पोम्पिओ ने, वुहान लैब संबंधित जाँच करने के संकेत भी दिए थे।

बीते वर्ष के अन्त में पोम्पिओ ने, विदेश विभाग की यंत्रणा के माध्यम से ‘लैब लीक थिअरी’ की गोपनीय जाँच शुरू की थी। इस जाँच के ज़रिये, चीन की सेना के ‘बायोवेपन प्रोग्राम’, वुहान लैब एवं कोरोना वायरस के ताल्लुकात आदि की तलाश करने कोशिश हो रही थी। विदेश विभाग ने कोरोना की जाँच से संबंधित एक ‘फैक्ट शीट’ जारी करने की बात भी सामने आयी थी।

Wuhan-lab-trump-pompeoलेकिन, जनवरी महीने में बायडेन ने राष्ट्राध्यक्ष पद का ज़िम्मा स्वीकारने के बाद ट्रम्प के निर्णय रद करने की प्रक्रिया शुरू की। इसमें चीन के विरोध में जारी कार्रवाई नर्म करने का उद्देश्‍य होने की बात सामने आयी थी। इसके अनुसार ट्रम्प और पॉम्पिओ की पहल से शुरू की गई ‘वुहान लैब’ की जाँच भी बंद की गई। इसके लिए कानूनी दायरा, नाकाफी सबूत एवं स्रोत का गलत इस्तेमाल करना, इन जैसें कारणों को आगे किया गया था। जाँच करनेवाले दल के सदस्यों ने इन कारणों से इन्कार किया है।

कुछ दिन पहले ही अमरीका के पूर्व विदेशमंत्री एवं ‘सीआयए’ के पूर्व संचालक माईक पोम्पिओ ने, कोरोना संक्रमण की शुरुआत चीन के वुहान लैब से ही होने का बयान किया था। उन्होंने अपने बयान में यह दावा भी किया था कि परिस्थितिजन्य सबूत और चीन की हुकूमत द्वारा लैब से संबंधित जानकारी छुपाने के लिए हो रही कड़ी कोशिशें, कोरोना वायरस का निर्माण चीन के वुहान लैब में ही होने की बात दर्शाते हैं।

इसी बीच, बुधवार के दिन राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने, अमरीका की गुप्तचर यंत्रणाओं को कोरोना की जड़ों की तलाश करने की जारी कोशिशें तेज़ करने के लिए कहा है और इसकी रपट ९० दिनों में पेश करने के आदेश दिए हैं। इस आदेश के साथ ही बायडेन प्रशासन का दोगलापन फिर से सामने आया हैं। ट्रम्प प्रशासन की कोशिशों को बंद करने के बाद फिर से उसी बुनियाद पर जाँच करने के आदेश जारी करने का मुद्दा, ट्रम्प की नीति ही उचित होने की पुष्टि करता है।

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