एक हफ्ते के जाम के बाद सुएज़ से यातायात शुरू – ‘एवर गिवन’ जहाज़ आगे निकला

कैरो – बीते सात दिनों से सुएज़ कनाल में विश्‍व की मालवाहक यातायात को लगा जाम सोमवार के दिन हट गया। चीन से यूरोप की दिशा में जानेवाले ‘एमवी एवर गिवन’ जहाज़ को आगे निकालने में संबंधित यंत्रणा कामयाब हुई। इसके साथ ही सुएज़ कनाल से मालवाहक जहाज़ों की यातायात फिर से शुरू हुई है। लेकिन, एक हफ्ते के इस जाम के कारण बना बैकलॉग दूर करने के लिए अभी काफी समय लग सकता है, ऐसा दावा इस क्षेत्र की कंपनियाँ कर रही हैं। इसके साथ ही सुएज़ कनाल के लिए विकल्प के तौर पर अन्य मार्ग की तलाश का विचार भी शुरू हुआ है।

suez-canalभूमध्य समुद्र की दिशा में जा रहा ‘एवर गिवन कंटेनर’ जहाज़ बीते हफ्ते सुएज़ कनाल में बीचोबीच फंसा हुआ था। २.२० लाख टन से अधिक भार का ४०० मीटर लंबाई वाला यह जहाज़ २० हज़ार कंटेनर्स के साथ सफर की क्षमता रखता है। इस जहाज़ के फंसने से लगे जाम की वजह से सोमवार तक तकरीबन चार सौ जहाज़ों की यातायात ठप हुई थी। इससे अरबों डॉलर्स का नुकसान होने की चिंता जताई जा रही थी। यह जाम हटाने के लिए कुछ हफ्तों का समय लग सकता है, ऐसा इशारा इस जाम को हटाने में जुटी एक कंपनी ने दिया था।

पांच दिनों की कोशिशों के बाद भी यह जहाज़ फंसा रहने से अन्य कंपनियों ने अपने मालवाहक जहाज़ों के मार्ग में बदलाव करने का इशारा दिया था। साथ ही सुएज़ कनाल के लिए विकल्प तलाशने के संकेत भी दिए थे। एशिया और यूरोप के बीच यातायात करनेवाले जहाज़ों के लिए रशिया ने नॉर्थ सी के मार्ग से आर्क्टिक के विकल्प का सुझाव दिया था। इस बीच ईरान ने भी भारत द्वारा विकसित हो रहे छाबहार बंदरगाह से अज़रबैजान के रास्ते रशिया पहुँचनेवाले ७,२०० किलोमीटर दूरी के रास्ते के विकल्प का सुझाव दिया था। इस जाम को हटाने के लिए अमरीका और चीन ने अपनी नौसेनाएं और खास दल रवाना करने का ऐलान भी किया था।

इजिप्ट की यंत्रणाओं ने भी ड्रेज़र लगाकर एवर गिवन का अगला और पिछला हिस्सा रेत से बाहर निकालने की कोशिश शुरू की थी। भारतीय समय के अनुसार सोमवार सुबह इस कंटेनर जहाज़ को रेत से हटाकर पानी में उतारने में कामयाबी हासिल हुई। इसके बाद टग जहाज़ों की सहायता से इस मालवाहक जहाज़ की दिशा बदलकर तट से समांतर करने के लिए दोपहर हो गई। शाम होते होते एवर गिवन जहाज़ भूमध्य समुद्र की दिशा में रवाना हुआ और सैटेलाईट ट्रैंकर द्वारा इस जहाज़ के सफर पर नज़र रखी जा रही है।

सोमवार देर रात तक सुएज़ कनाल से मालवाहक जहाज़ों की यातायात धीमी गति से हो रही थी। सुएज़ कनाल के दोनों ओर सैंकड़ों जहाज़ जाम में फंसे हुए हैं। सुएज़ कनाल से लगा जाम हट गया है फिर भी यहां पर जहाज़ों की यातायात पर लगा पूरा जाम हटाने के लिए कुछ दिन लग सकते हैं। इस जाम के कारण निर्माण हुई स्थिति का बैकलॉग हटाने के लिए भी कुछ हफ्ते लग सकते हैं, ऐसे दावे किए जा रहे हैं।

इसी बीच आनेवाले दिनों में सुएज़ कनाल के लिए विकल्प तलाशने की बड़ी ज़रूरत होने का दावा अंतरराष्ट्रीय कंपनियाँ कर रही हैं। प्रतिदिन ३० लाख टन सामान की यातायात हो रहे इस समुद्री मार्ग में अगले दिनों में यदि फिर से जाम लगा तो इसका र्इंधन की यातायात पर भी बड़ा विपरित असर होगा। इस ओर भी विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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