कृष्ण वर्णीय आतंकवादियों से अमरिका की सुरक्षा को खतरा- ‘एफबीआय’ की नई रिपोर्ट का इशारा

वॉशिंगटन: अमरिका में ‘कृष्ण वर्णीय आतंकवादियों’ की संख्या बढ़ रही है और और यह समूह देश के सुरक्षा दलों के लिए बड़ा खतरा है, ऐसा इशारा ‘फ़ेडरल ब्यूरो ऑफ़ इन्वेस्टीगेशन’ (एफबीआय) की नई रिपोर्ट में दिया गया है। अमरिका की पुलिस के हाथों होने वाली काले वर्ण के लोगों की हत्या और अन्य यंत्रणा की तरफ से होने वाला अन्याय इस पृष्ठभूमि पर इस संख्या के बढने का दावा इस रिपोर्ट में किया गया है। ‘एफबीआय’ ने अपनी रिपोर्ट में, जुलाई २०१६ में डलास में ‘मिका जोंसन’ इस काले वर्ण के युवक ने पांच पुलिस अधिकारीयों की की हुई हत्या, इस घटना का विशेष रूप से उल्लेख किया गया है।

अमरिका की प्रमुख जाँच एजेंसी ‘एफबीआय’ ने अगस्त माह में रिपोर्ट तैयार करने की जानकारी ‘फॉरेन पालिसी’ की वेबसाइट पर दी हुई खबर में स्पष्ट की गई है। ‘एफबीआय’ के ‘इंटेलिजेंस असेसमेंट’ प्रकार में आने वाली रिपोर्ट के अंतर्गत काले वर्णीयों से संभावित खतरे के सन्दर्भ में रिपोर्ट बनाई गई है। ‘ब्लैक आइडेंटिटी एक्सट्रिमिस्ट्स लाइकली मोटीवेटेड टू टारगेट लॉ एन्फोर्समेंट ऑफिसर्स’ ऐसा इस रिपोर्ट का शीर्षक है।

इस रिपोर्ट में, अगस्त २०१४ में मिसौरी प्रान्त में स्थित फर्ग्युसन में मायकल ब्रावून इस काले वर्ण के युवक की हुई हत्या, काले वर्ण के समाज में गुस्सा और हिंसा भडकाने में महत्वपूर्ण घटक साबित हुआ है, ऐसा स्पष्ट रूप से उल्लेख किया गया है। ‘पुलिस की तरफ से काले वर्ण के लोगों पर होने वाले ‘कथित’ अत्याचारों ने इस में और भी अधिक बढ़ोत्तरी की है। काले वर्ण के लोगों के खिलाफ ऐसी अत्याचारों की घटनाएँ एक के बाद एक हमेशा सामने आती रही हैं और उस मे से कट्टरपंथी काले वर्ण के लोगों की हिंसक सोच को प्रोत्साहन मिलता गया’, ऐसा एफबीआय की रिपोर्ट में कहा गया है।

काले वर्ण के आतंकवादी समूह का ‘ब्लैक आइडेंटिटी एक्सट्रिमिस्ट्स’ ऐसा उल्लेख करके यह समूह अमरिकन रक्षा दलों के अधिकारीयों के खिलाफ हिंसक घटनाओं को अंजाम देगा, साथ ही उसे उत्तेजन देगा, ऐसा निष्कर्ष एफबीआय ने अपनी रिपोर्ट में निकाला है। उस के लिए काले वर्ण के लोगों पर पुलिस दलों की तरफ से होने वाले अत्त्याचारों का कारण बताया जाएगा, ऐसा भी इस रिपोर्ट में बताया गया है।

‘एफबीआय’ की यह रिपोर्ट अमरिका के काले वर्ण के समाज में बढ़ रहे असंतोष के संकेत देने वाली मानी जा रही है। लेकिन कुछ भूतपूर्व अधिकारी और विश्लेषकों ने इस रिपोर्ट पर तीव्र नाराजगी व्यक्त की है। अमरिका के काले वर्ण के समाज को ‘लक्ष्य’ बनाने के लिए इस रिपोर्ट को बनाया गया है, ऐसा आरोप लगाया गया है। पिछले कुछ महीनों से अमरिका में कट्टरपंथी गोर लोगों की कार्रवाइयां बढने की घटनाएँ सामने आ रही हैं, ऐसे में इस रिपोर्ट का सामने आना इसके पीछे विशिष्ट योजना होने का दावा भी कुछ लोगों ने किया है।

अमरिका में सन २०१७ में पुलिस ने की हुई कार्रवाई में करीब ७५० लोगों की जान गई है, जिसमें १६८ लोग काले वर्ण के नागरिक हैं।

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