लद्दाख की एलएसी पर तनाव खत्म नहीं हुआ है – अमरीका के गुप्तचर विभाग की रिपोर्ट

वॉशिंग्टन – भारत और चीन ने लद्दाख की एलएसी से सेना वापसी की प्रक्रिया शुरू की है। लेकिन अभी भी यहाँ पर तनाव खत्म नहीं हुआ है। इससे यही दिखाई दे रहा है कि दोनों देशों के संबंध अभी भी तनावपूर्ण हैं, ऐसा दावा अमरीका के गुप्तचर विभाग ने अपनी रिपोर्ट में किया है। इससे पहले भारत के लष्करप्रमुख ने भी स्पष्ट किया था कि लद्दाख की एलएसी पर खतरा टला ज़रूर है, लेकिन खत्म नहीं हुआ है। उसी का प्रतिबिंब अमरिकी गुप्तचर विभाग की रिपोर्ट में पड़ा दिख रहा है।

लद्दाख की एलएसी पर तनाव कम करने के लिए भारत और चीन के बीच चर्चा का ११ वाँ सत्र हाल ही में संपन्न हुआ। इस चर्चा से कुछ खास हाथ नहीं लगा है। भारत की माँग नामंजूर करने का निश्चय करके ही चीन के लष्करी अधिकारी इस चर्चा में सहभागी हुए थे, ऐसा दावा भारतीय लष्करी अधिकारियों ने किया था। इस चर्चा के बाद दोनों देशों के लष्करी अधिकारियों का संयुक्त निवेदन जारी नहीं हुआ है। चीन का सरकारी मुखपत्र होनेवाले ग्लोबल टाइम्स ने भी इस बात पर उँगली रखकर, यहाँ का तनाव खत्म नहीं हुआ है ऐसा कहा है। उसी समय, इसके लिए भारत ही जिम्मेदार होने का दावा भी चीन का यह सरकारी मुखपत्र कर रहा है।

अमरीका के ‘ऑफिस ऑफ द डायरेक्टर ऑॅफ नॅशनल इंटेलिजन्स-ओडीएनआय’ ने अपनी रिपोर्ट में, लद्दाख की एलएसी पर बने हालातों की जानकारी दी है। यहाँ का तनाव अभी भी खत्म नहीं हुआ है और इसी कारण भारत और चीन के संबंध तनावपूर्ण ही हैं, ऐसा इस रिपोर्ट में नमूद किया गया है। हालाँकि लद्दाख की एलएसी के कुछ भाग से दोनों देशों ने सेनाएँ पीछे हटाईं हैं, फिर भी उसका यहाँ के तनाव पर असर नहीं हुआ है, ऐसा अमरीका के गुप्तचर विभाग का कहना है। भारत के लष्कर प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भी कुछ दिन पहले यह चेतावनी दी थी।

लद्दाख की एलएसी के ‘गोग्रा’, ‘हॉट स्प्रिंग’ और ‘डेप्सांग’ में अभी भी चीन का लष्कर तैनात है। यहाँ का लष्कर हटाए बिना एलएसी पर सौहार्द स्थापित नहीं होगा, है भारत ने चीन को बार-बार जताया था। लेकिन चीन अभी भी यहाँ से पीछे हटने के लिए तैयार नहीं है । इस कारण भारतीय लष्कर ने भी चीन के विरोध में आवश्यक गतिविधियाँ शुरू कीं होने के स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। इसके अनुसार, इस क्षेत्र में गर्मियों के दौर में सेना तैनाती शुरू की गई है। यह भारतीय सेना की नियमित तैनाती का भाग माना जाता है। लेकिन इस क्षेत्र में चीन के साथ तनाव खत्म नहीं हुआ है, ऐसे में भारतीय सेना ने शुरू कि ये गतिविधियाँ चीन को उचित संदेश देनेवालीं स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहीं हैं।

भारत की माँग मान्य करके इस क्षेत्र से पीछे हटें, तो इससे अपनी प्रतिष्ठा मिट्टी में मिल जाएगी, ऐसी धारणा चीन ने बनाई है। लद्दाख की एलएसी पर बने तनाव में भारत, चीन को टक्कर देने की हिम्मत रखनेवाले देश के रूप में दुनिया के सामने आया है। यह बात चीन को बहुत ही चुभ रही होकर, भारत को झटका देने की एक और कोशिश चीन द्वारा की जाएगी, ऐसी चेतावनी पूर्व लष्करी अधिकारी तथा सामरिक विश्लेषक दे रहे हैं। भारतीय लष्करी अधिकारियों ने, हम चीन से सावधान हैं और चीन के लष्कर पर भारतीय सेना कड़ी नजर रखे हुए है, इसका यकीन दिलाया है।

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