‘ग्रीस तुर्की को जवाब देने को तैयार’ : ग्रीक रक्षामंत्री

अथेन्स, दि. २८: तुर्की द्वारा किसी भी प्रकार से उकसाया गया, तो उसे कड़ा जवाब देने के लिए ग्रीस तैयार है, ऐसी चेतावनी ग्रीक रक्षामंत्री ने दी है| तुर्की राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन द्वारा, युरोपीय संघ की सदस्यता के मसले पर नया जनमतसंग्रह लेने की तथा निर्वासितों को घुसाने की धमकी दी गयी है| तुर्की में अप्रैल महीने में होनेवाले जनमतसंग्रह के मसले पर तुर्की और युरोपीय संघ में तनाव पैदा हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर, ग्रीस की चेतावनी नया मसला खड़ा कर सकती है|

‘तुर्की में १६ अप्रैल को जनमत संग्रह लिया जा रहा है| उसके बाद युरोपीय महासंघ के साथ सदस्यता के मसले पर ब्रेक्झिट की तरह फिर एक जनमतसंग्रह लिया जायेगा| तुर्की जनता जो कुछ भी फैसला करेगी, हम उसका पालन करेंगे| कुछ युरोपीय देशों के नकाब गिर चुके हैं और ऐसी स्थिति में हमारे सब्र की भी मर्यादा है, यह अन्य देशों को पता होना चाहिए|’ ऐसे शब्दों में तुर्की राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन ने धमकाया है|

तुर्की में होनेवाले जनमतसंग्रह में एर्दोगन के जीत की संभावना जतायी जा रही है| अगर ऐसा होता है, तो राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन युरोप के खिलाफ और भी आक्रामक भूमिका अपनाने की संभावना है| तुर्की में पिछले साल हुए असफल सैनिकी विद्रोह के बाद कुछ अधिकारियों ने ग्रीस में आश्रय लिया था| उनके प्रत्यार्पण की माँग ग्रीक न्यायालय ने खारिज कर दी है| इससे तुर्की और ग्रीस में तनाव है तथा शाब्दिक रूप में झडपें भी शुरू हैं|

इसीके चलते तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष द्वारा, निर्वासितों का प्रवाह फिर से युरोप में छोड़ने की धमकी भी दी गयी है| अगर यह प्रवाह ग्रीस में दाखिल हुआ या वैसे प्रयास हुए, तो सुरक्षा का मसला खड़ा हो सकता है| इन चीजों को ध्यान में रखते हुए ग्रीस ने भी तैयार होने की चेतावनी दी है| ‘ग्रीस की सेना किसी भी प्रकार के उकसावे का करारा जवाब देने के लिए तैयार है| हम तैयार हैं, क्योंकि हम उसी माध्यम से शांति कायम रखते हैं|’ ऐसी चेतावनी ग्रीक रक्षामंत्री पॅनोस कॅमेनोस ने दी है|

तुर्की में अप्रैल महीने में हो रहे जनमतसंग्रह की पृष्ठभूमि पर, तुर्की और युरोपीय संघ के बीच निर्माण हुआ तनाव दिनबदिन बढ़ता नजर आ रहा है| तुर्की राष्ट्राध्यक्ष एर्दोगन द्वारा युरोपीय संघ पर एक के बाद एक आरोपों और चेतावनियों की बौछार शुरू है| युरोप की कड़ी आलोचना करते हुए एर्दोगन ने, ‘लहुलुहान हुए हाथ’, ‘फैसिस्ट’, ‘नाझीवादी’ और ‘गैस चेंबर का इस्तेमाल करनेवाले’ ऐसे कठोर शब्दों का प्रयोग किया था| युरोप अगर उसका संकुचित दृष्टिकोन कायम रखता है, तो आनेवाले समय में कोई भी युरोपीय नागरिक दुनिया के किसी भी कोने में सुरक्षित नहीं होगा, ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी थी|

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