अंतरिक्ष में चीन ने किए दस ‘स्कैव्हेंजर्स’ तैनात – हांगकांग के समाचार पत्र का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – एक महीने पहले भारत ने किए उपग्रह भेदी मिसाइल के परीक्षण पर आलोचना करते हुए आंतरराष्ट्रीय समुदाय भारत के इस परीक्षण के विरोध में भूमिका अपनाए, यह मांग चीन के मुखपत्र ने की थीं| उसी के साथ अंतरिक्ष का उपयोग शांति के लिए करने का स्वर भी इस मुखपत्र ने लगाया था| ऐसे में अब चीन ने विदेशी उपग्रहों को लक्ष्य करने के लिए अंतरिक्ष में दस उपग्रह भेदी ‘स्कैव्हेंजर्स’ तैनात किए हा, यह जानकारी एक अखबार ने प्रसिद्ध की हैं| चीन के अंतरिक्ष संशोधन से संबंधित एक वरिष्ठ अधिकारी ने वर्णित अखबार से बात करते हुए चीन ने उठाए इस कदमों की जानकारी उजागर की हैं|

तंत्रज्ञान क्षेत्र में तेजी से उन्नति करने वाले चीन ने रोबोटिक हाथ होने वाले छोटे उपग्रह तैयार करने की चर्चा पिछले कुछ वर्षों से शुरू थीं| चीन इस रोबोटिक हाथ का उपयोग कर अंतरिक्ष में शत्रु के उपग्रह नष्ट अथवा निष्क्रिय कर सकता हैं, ऐसा भी कहा गया था| उपग्रह भेदी मिसाइल से भी चीन के हथियार कम जोखिम के और सबसे अधिक विध्वंसक होने का दावा किया गया था| परंतु अपनी सुरक्षा विषयक सज्जता के बारे में अत्यंत गोपनीयता रखनेवाले चीन ने इस बारे में खुलासा नहीं किया था| परंतु चीन के ‘नैशनल लैबोरेटरी ऑफ स्पेस फ्लाइट डायनॅमिक्स टेक्नोलॉजी’ के सहसंचालक ‘जियांजूं लुओ’ ने हांगकांग स्थित एक अखबार से बात करते हुए इस संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा किया हैं|

पिछले दस सालों में चीन ने अंतरिक्ष में कई उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं| इनमें से कुछ उपग्रह आकार से छोटे और वजन में २२ पौंड (लगभग १० किलो) भार के हैं| इन उपग्रहों को रोबोटिक हाथ लगाए गए हैं और इनका उपयोग संशोधन के लिए करने का दावा लुओ ने किया हैं| ऐसे लगभग दस उपग्रह अंतरिक्ष में ‘स्कैव्हेंजर्स’ के रूप में उपग्रह के मार्ग में आने वाले कचरे को दूर करने का काम कर रहे है, यह जानकारी लुओ ने बताई| यह ‘स्कैव्हेंजर्स’ उपग्रह पृथ्वी की कक्षा में चारों ओर घूम रहे कचरे में सरलता से मिल जाने के कारण अन्य उपग्रहों के सहयोग से इन उपग्रहों को ढूंढना मुश्किल है, ऐसा वर्णित अखबार ने कहा हैं|

इन ‘स्कैव्हेंजर्स’ उपग्रहों के अभी तक के अभियान के बारे में लुओ ने जानकारी देने से टाला हैं| परंतु इन उपग्रहों का उपयोग संशोधन के साथ सुरक्षा विषयक कार्रवाई के लिए भी किया जा सकता हैं, ऐसे संकेत लुओ ने दिए हैं| इन ‘स्कैव्हेंजर्स’ उपग्रहों के बारे में और जानकारी गोपनीय रखी गई हैं| क्योंकि इस विषय की सभी जानकारी सार्वजनिक करना उचित साबित नहीं होगा, ऐसा लुओ ने कहां हैं| इस कारण चीन के ‘स्कैव्हेंजर्स’ उपग्रह अन्य देशों के उपग्रहों के लिए खतरनाक होने की संभावना दृढ़ हो गई हैं|

दौरान, वर्ष २००७ में चीन ने अंतरिक्ष में अपने निष्क्रिय उपग्रह भेद कर सनसनी पैदा कर दी थीं| इसी परीक्षण के साथ वे अंतरिक्ष युद्ध के लिए सज्ज होने की चेतावनी चीन ने दी थीं| इस अग्रस्थान पर चीन ने बहुत बड़ा मुकाम हासिल किया हैं, ऐसा बता कर कुछ महीनों पहले अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ‘स्पेस फोर्स’ की स्थापना की थीं| अंतरिक्ष में अमरिका के उपग्रहों की सुरक्षा के लिए यह ‘स्पेस फोर्स’ काम करेगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने कहा था| ऐसी परिस्थिति में, चीन के अंतरिक्ष संशोधन से संबंधित अधिकारी ने ‘स्कैव्हेंजर्स’ के बारे में जानकारी का खुलासा किया हैं|

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