‘तौक्ते’ चक्रवात से कर्नाटक, गोवा, कोंकण में मूसलाधार बारिश

  • सैकड़ों घरों का नुकसान
  • अनगिनत पेड़, बिजली के खंबे उखड़े
  •  यह तूफान १८ मई को गुजरात के तट से टकराएगा और इस वजह से इस राज्य के तटीय क्षेत्र से करीबन डेढ़ लाख नागरिकों का सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरण किया गया

‘तौक्ते’मुंबई/मैंगलोर/पणजी – ‘तौक्ते’ चक्रवात ने कर्नाटक के बाद गोवा में बड़ा उत्पात मचाया। मूसलाधार बारिश और तेज़ हवाओं से तटीय क्षेत्र के गांवों में बड़ा नुकसान पहुँचा है और कई ठिकानों पर पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए हैं। कर्नाटक में करीबन ७३ गाँवों में इस तूफान से बड़ा नुकसान हुआ है और इस दौरान चार की मौत होने का भी वृत्त है। गोवा में भी तूफान से दो की मौत हुई है और सौ से अधिक घरों का बड़ा नुकसान हुआ है। रविवार के दिन कोंकण के सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। शाम के बाद रायगड़ और मुंबई के तटीय क्षेत्र में भी तेज़ हवाएं चलने लगीं।

पांच दिन पहले अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र निर्माण हुआ था और तीन दिन पहले इससे ‘तौक्ते’ चक्रवात का निर्माण हुआ। इस वजह से केरल में दो दिन जोरदार बारिश हुई। इस दौरान कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति निर्माण हुई थी। बीते ४८ घंटों के दौरान ‘तौक्ते’ के प्रभाव से कर्नाटक और गोवा को तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश ने नुकसान पहुँचाया है। कर्नाटक के ७ जिलों में १७ तहसील के तटीय इलाके में इस तूफान का अधिक प्रभाव दिखाई दिया। कुछ गांवों में बड़ा नुकसान हुआ है और सैंकड़ों पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ गए हैं। इस वजह से कई इलाकों में बिजली खंड़ित हुई है और कई इलाकों में पानी भरा है। समुद्र में उठ रहीं बड़ी लहरें तटीय क्षेत्र से टकरा रही थीं। इससे किनारों पर खड़े मछुआरों के कई जहाज़ों का भी नुकसान हुआ है।

‘तौक्ते’इस दौरान गोवा में ५०० से अधिक पेड़ उखड़ गए हैं और सौ से अधिक घरों का बड़ा नुकसान होने की जानकारी गोवा सरकार ने साझा की है। रविवार की सुबह यह तूफान गोवा के तटीय क्षेत्र से कुछ दूरी से गुजरात की दिशा में आगे बढ़ा। इस वजह से गोवा और सिंधुदूर्ग में लगभग ७० से ८० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। इस दौरान बारिश का जोर भी बढ़ गया था। गोवा के तट से आगे बढ़ने के बाद इस तूफान ने कोंकण क्षेत्र में बारिश का जोर बढ़ाया। रत्नागिरी जिले में तूफानी बारिश शुरू होने के साथ ही रायगड़, मुंबई, ठाणे जिलों में भी तेज़ हवाएं चलीं। रायगड़ में रविवार की शाम से ही बारिश शुरू हुई। इसके अलावा महाराष्ट्र के अन्य जिलों में भी इस तूफान के प्रभाव की वजह से तूफानी हवाओं के साथ बारिश हुई।

यह तूफान जैसे-जैसे गुजरात की दिशा में बढ़ रहा है, वैसे-वैसे हवा की गति अधिक बढ़ रही है। अगले २४ घंटों के दौरान हवा की रफ्तार बढ़कर १२० किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँचने का अनुमान है। यह तूफान १८ मई को गुजरात के द्वारका, जामनगर, भावनगर से टकराएगा और इस दौरान इसके हवा की रफ्तार प्रति घंटा १६५ किलोमीटर होगी, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है। साथ ही दादरा-नगर हवेली, दमन के अलावा गुजरात के भरूच, सूरत और अहमदाबाद के कुछ हिस्सों में मूसलाधार बारिश होने का अनुमान मौसम विभाग ने व्यक्त किया है। इस पृष्ठभूमि पर गुजरात के तटीय इलाकों से करीबन डेढ़ लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया है।

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