चक्रवाती तूफान ‘तौक्ते’ : मूसलाधार बारिश और ज़ोरदार हवाओं ने कोकण तटवर्ती इलाके में मचाई तबाही

चक्रवाती तूफान

नई दिल्ली/मुंबई – ‘तौक्ते’ चक्रवाती तूफान के कारण आई मूसलाधार बारिश और ज़ोरदार हवाओं ने सोमवार को मुंबई समेत पूरे कोकण तटवर्ती इलाके में तबाही मचाई। इस आपत्ति में छः लोगों की मृत्यु हुई है। १०८-११४ मील प्रति घंटा रफ्तार से बह रही हवाओं के कारण सैकड़ों घरों का नुकसान हुआ होकर, बड़े पैमाने पर पेड़ भी गिरे हैं। मुंबई में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर जलभराव हुआ था। साथ ही, राज्य के नासिक, पुणे, कोल्हापुर, धुले, सातारा, अकोला, जलगाव, नंदुरबार इन जिलों में चक्रवात के प्रभाव के कारण बारिश हुई।

‘तौक्ते’ चक्रीवात ने गुजरात की दिशा में जाते समय पिछले तीन-चार दिनों में केरल, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर नुकसान किया। इस चक्रवात के प्रभाव के कारण इन राज्यों में भारी बरसात हुई । कर्नाटक में इससे छः लोगों की मृत्यु हुई थी; वहीं, गोवा में दो लोग मारे गए थे। कोकण तटवर्ती इलाके से गुजरात की दिशा में जाते समय ‘तौक्ते’ चक्रवात की रफ्तार और बढ़ने के कारण कोकण में इस चक्रवात का बड़ा प्रभाव दिखाई दिया। तकरीबन ढाई हज़ार मकान इस चक्रवात में तहस-नहस हुए। साथ ही सैकड़ों की तादाद में पेड़ गिरे होने की जानकारी सामने आई है। रायगढ़ जिले में ही लगभग १८०० मकानों का नुकसान हुआ है। रायगढ़ ज़िले में ४ लोगों की जान गई होकर, सिंधुदुर्ग, नई मुंबई, उल्हासनगर में १-१ व्यक्ति की जान गई है।

सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगड, मुंबई, ठाणे, पालघर इन कोकण तटवर्ती इलाके के छः ज़िलों में हवाओं की रफ्तार प्रचंड थी। रत्नागिरी, रायगड में हवाओं की रफ्तार ८० से ९० किलोमीटर प्रति घंटे इतनी थी। मुंबई में हवाओं की रफ्तार १०८ से ११४ किलोमीटर प्रति घंटा थी। मुंबई में दृष्यमानता कम होने के कारण हवाई अड्डे बंद किए गए। वहीं, कुछ स्थानों पर जलभराव होने के कारण सड़क की यातायात भी ठप हुई थी। साथ ही, कई भागों में तिरपाल, टिन के छप्पर तेज हवाओं के कारण उड़ गए । मुंबई में अस्थाई समय के लिए बनाए गए कोविड सेंटर्स का भी बड़ा नुकसान हुआ है। इनमें से कुछ सेंटर्स में ऑक्सीजन और वेंटीलेटर पर होने वाले ५०० से अधिक मरीजों को रविवार को ही अन्यत्र स्थानांतरित किया गया था। इससे बड़ी आपत्ति टल गई।

सोमवार शाम नौ बजे के बाद ‘तौक्ते’ चक्रीवात गुजरात के सौराष्ट्र तटवर्ती इलाके पर टकराने की शुरुआत हुई। इस समय चक्रवात की रफ्तार १८५ किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक थी। इस कारण गुजरात के भरूच, पोरबंदर, भावनगर को बड़े पैमाने पर तूफानी हवाएँ और बारिश की मार लगी है। इसके अलावा सुरत, अहमदाबाद, वडोदरा, जामनगर में भी भारी नुकसान होने की ख़बर है। तूफान शक्तिशाली होने की चेतावनी दी जाने के बाद, गुजरात प्रशासन ने तटवर्ती इलाके से लगभग डेढ़ लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित जगहों पर स्थानांतरित किया गया है।

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