तालिबान पर प्रतिबंध बरकरार रखे गए तो अमरीका, यूरोप में शरणार्थियों के झुंड़ छोड़े जाएंगे – तालिबान की धमकी

taliban-sanctions-us-europe-migrants-1काबुल/न्यूयॉर्क – ‘तालिबान की हुकूमत को कमज़ोर करना किसी के हित में नहीं है क्योंकि, अफ़गानिस्तान के शरणार्थियों के झुंड़ पश्‍चिमी देशों की ओर निकल पड़ें तो इसके नकारात्मक परिणाम सीधे वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक क्षेत्र पर पड़ेंगे’, ऐसी धमकी तालिबान का अस्थायी विदेशमंत्री अमिर खान मुत्ताकी ने दी है। इससे बचना हो तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय अफ़गानिस्तान के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना शुरू करे, ऐसा तालिबान धमका रही है। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अफ़गानियों के लिए आर्थिक सहायता देना शुरू किया तो इसका लाभ पाकिस्तान से जुड़े आतंकी संगठन ‘हक्कानी नेटवर्क’ को होगा, यह इशारा अमरिकी सिनेटर दे रहे हैं।

कतार की राजधानी दोहा में तालिबान बीते कुछ दिनों से पश्‍चिमी देशों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर रही है। विदेशमंत्री मुत्ताकी ही तालिबान का नेतृत्व कर रहा है और बीते हफ्ते अमरिकी प्रतिनिधियों से भी मुत्ताकी ने ही चर्चा की थी। इस चर्चा के दौरान अफ़गानिस्तान की तालिबानी हुकूमत को अस्थिर करना किसी के हित में नहीं होगा, ऐसा मुत्ताकी ने धमकाया था। इसी दौरान कुछ घंटे पहले यूरोपिय महासंघ के प्रतिनिधियों से हुई बैठक में तालिबान ने इससे अधिक गंभीर इशारा दिया है।

taliban-sanctions-us-europe-migrants-3‘सभी देश तालिबान पर लगाए गए प्रतिबंध हटाकर अफ़गानिस्तान के बैंकों को शुरू करने के लिए सहयोग करें। अंतरराष्ट्रीय निधी आता रहा तो अफ़गानिस्तान के सरकारी कर्मचारियों को वेतन देना मुमकिन होगा’, यह दावा भी मुत्ताकी ने किया। लेकिन, प्रतिबंध हटाने की माँग करने के साथ ही तालिबान ने यूरोपिय देशों पर अफ़गान शरणार्थियों के झुंड़ छोड़ने की धमकी दी है।

अमरीका से अधिक यूरोपिय देश अफ़गान शरणार्थियों के झुंड़ों की वजह से ड़रे हुए हैं, यह दावा किया जा रहा है क्योंकि, बीते कुछ वर्षों में इराक-सीरिया का संघर्ष और अफ्रीका में हो रही हिंसा, अस्थिरता एवं अराजकता की वजह से लाखों शरणार्थियों के झुंड़ यूरोप जा पहुँचे हैं। इसके दुष्प्रभाव यूरोप के जनजीवन पर होते हुए दिख रहे हैं।

taliban-sanctions-us-europe-migrants-2तालिबान ने काबुल पर कब्ज़ा करने के बाद बीते दो महीनों में पड़ोसी देशों के रास्ते यूरोप की दिशा में निकल पड़े शरणार्थियों के झुंड़ तुर्की के करीब पहुँचने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। तुर्की ने इन शरणार्थियों को अस्वीकार करने का बयान करके इन्हें यूरोपिय देशों की ओर भेजने का इशारा दिया है। इसी दौरान ईरान, ताजिकिस्तान, उज़बेकिस्तान और पाकिस्तान की सीमाओं पर भी हज़ारों की संख्या में पहुँचे अफ़गान शरणार्थियों के झुंड़ों का जमावड़ा है। ऐसी स्थिति में तालिबान ने इन झुंड़ों को यूरोपिय देशों की ओर भेजने की धमकी दी है।

‘अमरीका या अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने मानवता के प्रति अफ़गानिस्तान को आर्थिक सहायता प्रदान की तो यह सहायता अफ़गान नागरिकों तक पहुँचेगी, इस भ्रम में ना रहें’, ऐसी सख्त चेतावनी अमरिकी सिनेटर माईक वॉल्टझ्‌ ने दी है। ‘काबुल पर कब्ज़ा करनेवाला आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क को इस आर्थिक सहायता से लाभ होगा। हक्कानी नेटवर्क ने इससे पहले भी अंतरराष्ट्रीय सहायता की डकैती की थी’, इस बात की याद इससे पहले अफ़गानिस्तान में तैनाती का तजूर्बा रखनेवाले सिनेटर वॉल्टझ्‌ ने अमरिकी सिनेट को दिलाई है।

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