अफ़गानिस्तान के कंदहार में तालिबान ने की ३३ लोगों की हत्या – २२ हज़ार से भी अधिक अफ़गानी भाग खड़े हुए

Afghan-Kandahar-Attacks-3काबुल – अफ़गानिस्तान के कंदहार प्रांत में ३३ लोगों की निर्दयता से हत्या करके तालिबान ने फिर से क्रूरता का अमानुष प्रदर्शन किया। इस भयंकर हत्याकांड़ से कंदहार समेत पूरा अफ़गानिस्तान दहल उठा है। ऐसे में कंदहार के २२ हज़ार से अधिक लोगों ने अपनी जान बचाने के लिए दूसरे प्रांत की ओर दौड़ लगाने की जानकारी सामने आ रही है। इसी बीच आगे बढ़ रहे तालिबान को रोकने के लिए अफ़गानिस्तान के ३४ में से ३१ प्रांतों में कर्फ्यू लगाया गया है।

वर्तमान की तालिबान ९० के दशक की तरह चरमपंथी नहीं होगी, यह संदेश तालिबान दे रही थी। तालिबान की छवि सुधारने के लिए पाकिस्तान काफी बड़ी कोशिश कर रहा है। लेकिन, कंदहार के हत्याकांड़ ने तालिबान का क्रूर और अमानवीय चेहरा फिर से विश्‍व के सामने आया है। अफ़गानिस्तान के मानव अधिकार संगठन ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार बीते दो हफ्तों के दौरान कंदहार के दक्षिणी हिस्से में यह हत्याकांड़ हुए हैं।

Afghan-Kandahar-Attacks-02धार्मिक नेता, स्थानीय गिरोह के प्रमुख, नागरी व्यवस्था के कर्मचारी, महिला पत्रकार और मानव अधिकार संगठन के समर्थकों को तालिबान ने लक्ष्य किया है। युद्ध के दौर में भी आम नागरिकों की हत्या करना युद्ध अपराध होता है, ऐसी आलोचना मानव अधिकार संगठन ने की है। अफ़गान सरकार और आतंकी संगठन इस संघर्ष में आम नागरिकों की जान लेने से दूर रहें, ऐसी गुहार मानव अधिकार संगठन ने लगाई है।

लेकिन, ध्यान आकर्षित करनेवाली बात यह है कि, अफ़गान मानव अधिकार संगठन ने इस क्रूर हत्याकांड़ के लिए तालिबान को दोषी करार नहीं दिया है। लेकिन, जिस हिस्से में यह हत्याकांड़ हुआ उस कंदहार प्रांत में तालिबान का वर्चस्व है। बीते दो हफ्तों के दौरान तालिबान ने वहां के स्पिन बोल्दाक समेत अहम हिस्सों पर कब्ज़ा करके सौ से अधिक लोगों को मार दिया है, यह जानकारी कुछ दिन पहले ही सामने आयी थी। साथ ही तालिबान ने अफ़गान सरकार और सेना की सहायता करनेवालों की तलाश शुरू करने के दावे अफ़गान मानव अधिकार संगठन ने किए हैं।

Afghan-Kandahar-Attacks-01कंदहार शहर के करीबी इलाके में तालिबान ने कम से कम ३०० से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर अज्ञात स्थान पर छुपाने की जानकारी भी सामने आयी थी। इस वजह से इन ३३ लोगों के हत्याकांड़ के पीछे तालिबान ही होने की कड़ी संभावना जताई जा रही है। दो दशक पहले कंदहार ही तालिबान का प्रमुख सत्ता केंद्र बना था। बीते कुछ हफ्तों के दौरान तालिबान ने कंदहार के अधिकांश जिलों पर कब्ज़ा करने के बाद ड़रे हुए २२ हज़ार से अधिक अफ़गानी नागरिक वहां से भाग खड़े हुए हैं और इस पर मानव अधिकार संगठन ने चिंता जताई है।

इसी बीच, तालिबान के आतंकियों की आगे कूच रोकने के लिए अफ़गान सरकार ने ३१ प्रांतों में कर्फ्यू का ऐलान किया है। काबुल, पंजशीर और नांगरहार इन तीन प्रांतों के अलावा पूरे देश में कर्फ्यू रहेगा, ऐसा अफ़गानिस्तान के अंदरुनि सुरक्षा मंत्रालय ने कहा है। राजधानी काबुल की सुरक्षा के लिए अफ़गान सरकार ने यह कर्फ्यू लगाने का निर्णय किया होने का दावा अफ़गान नेता कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.