पंजशीर पर कब्ज़ा करने के लिए तालिबान के जोरदार हमले शुरू

पेशावर/संयुक्त राष्ट्र – अफ़गानिस्तान में सरकार गठन करने का ऐलान शुक्रवार के दिन करने की घोषणा तालिबान ने की थी। लेकिन, इसे अब एक दिन आगे बढ़ाया गया है। इसकी वजह तालिबान ने साझा नहीं की है। पंजशीर की घाटी से नॉर्दन अलायन्स से प्राप्त हो रही चुनौती ही इसका कारण होगा, यह चर्चा माध्यमों में जारी है। पंजशीर पर कब्ज़ा करने के लिए तालिबान ने हमला किया था। लेकिन, तालिबान इस कोशिश में नाकाम हुई, यह दावा नॉर्दन अलायन्स कर रही है। इसके अलावा नॉर्दन अलायन्स ने तालिबान के खिलाफ शुरू किया हुआ संघर्ष यानी उम्मीद की किरण होने का दावा अमरुल्ला सालेह ने किया है। तालिबान ने सरकार गठित करने के कार्यक्रम में बदलाव किया हैं। फिर भी अफ़गानिस्तान के प्रांतों के गवर्नर की सूचि तालिबान ने दो दिन पहले ही सार्वजनिक की थी। अभी तक हासिल नहीं हुए पंजशीर प्रांत का ज़िम्मा तालिबान ने अमिर खान मुत्ताकी के हाथों में सौंप दिया था। दोहा में हुई बातचीत में अहम भूमिका निभानेवाले मुत्ताकी ने नेतृत्व प्राप्त होने के बाद पंजशीर पर जोरदार हमले करने के आदेश दिए।

पंजशीरबीते दो दिनों से तालिबान के सैंकड़ों आतंकी अमरिकी सेना के हमवी गाड़ियों से पंजशीर घाटी में पहुँच रहे हैं। पंजशीर हासिल करके अफ़गानिस्तान में शामिल करने के लिए मुत्ताकी ने अमरीका के ब्लैक हॉक हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल करने की गतिविधियाँ शुरू करने का दावा किया जा रहा है।

इस लष्करी कार्रवाई के साथ ही तालिबान और तालिबानी समर्थकों ने सोशल मीडिया एवं माध्यमों से दुष्प्रचार भी शुरू किया है। अमरुल्ला सालेह और अहमद मसूद के नेतृत्व में लड़ रहे नॉर्दन अलायन्स के ३४ लड़ाकों को तालिबान ने ढ़ेर किया है, यह दावा इन माध्यमों ने किया था। साथ ही ११ सुरक्षा चौकियों पर कब्ज़ा करने का वृत्त भी प्रसिद्ध किया था। पाकिस्तान में सोशल मीडिया के अकाऊंटस्‌ इस दुष्प्रचार को हवा देने की बात सामने आयी है।

पंजशीरलेकिन, नॉर्दन अलायन्स ने तालिबान और उनके पाकिस्तानी समर्थकों के इन दावों से इन्कार किया है। उल्टा अपनी ही कार्रवाई में तालिबान को जान का बड़ा नुकसान उठाना पड़ा और कुछ आतंकी भाग खड़े हुए, यह दावा नॉर्दन अलायन्स ने किया। इसके फोटो और वीडियो भी नॉर्दन अलायन्स ने जारी किए। इसके बाद पंजशीर की घाटी में टेलिफोन और इंटरनेट सेवा कुछ समय के लिए खंड़ित करने के आरोप भी लगाए गए थे।

तो, शुक्रवार के दिन तालिबान समर्थक माध्यमों ने पंजशीर के संघर्ष में आतंकी संगठन को सफलता हासिल होने के नए दावे किए। तालिबान के हमलों से बचने के लिए सालेह और मसूद भागकर ताजिकिस्तान जा पहुँचे हैं, ऐसी खबरें भी प्रसिद्ध हुईं थी। इसकी पुष्टी नहीं हो सकी है। लेकिन, पंजशीर के संघर्ष में नॉर्दन अलायन्स के पराभूत होने पर तालिबान के आतंकी इस क्षेत्र में युद्ध अपराध करके अमानुष नरसंहार करेंगे, यह चिंता भी जताई जा रही है।

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