पोलैंड पर कार्रवाई करके युरोपीय महासंघ तीसरा विश्वयुद्ध शुरू करना चाहता है – पोलैंड के प्रधानमंत्री मॅटेस्झ मोराविकी का आरोप

वॉर्सा/ब्रुसेल्स – युरोपीय महासंघ पोलैंड के सिर पर बंदूक रखकर माँगें कर रहा होकर, पोलैंड पर कार्रवाई करके युरोपीय महासंघ तीसरा विश्वयुद्ध शुरू करना चाहता है, ऐसा सनसनीखेज आरोप प्रधानमंत्री मॅटेस्झ मोराविकी ने किया है। यदि ऐसा हुआ तो पोलैंड अपने हाथ में होनेवाले सभी शस्त्रों का इस्तेमाल करके अपना बचाव करेगा, ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी। न्यायालयीन यंत्रणाएँ तथा अन्य रणनीतिक सुधारों को लेकर पोलैंड और युरोपीय महासंघ के बीच तनाव बहुत बढ़ा होकर, प्रधानमंत्री मोराविकी ने किया बयान यह तनाव अधिक तीव्र होने के संकेत दे रहा है।

तीसरा विश्वयुद्ध‘महासंघ के नियमों के अनुसार ना होनेवाले न्यायालयीन सुधार अगर पोलैंड ने रद्द नहीं किए, तो आर्थिक जुर्माना लगाने की धमकी दी गई है। युरोपीय महासंघ हमारे सिर पर बंदूक रखकर माँगे कर रहा है। अगर महासंघ तीसरा विश्वयुद्ध ही शुरु करना चाहता है, तो पोलैंड अपने हाथ में होनेवाले किसी भी शस्त्र का इस्तेमाल करके अपने अधिकारों की रक्षा करेगा’, ऐसा बयान प्रधानमंत्री मॅटेस्झ मोराविकी ने किया। मोराविकी के इस बयान पर पोलैंड समेत महासंघ की ओर से तीव्र प्रतिक्रियाएँ आईं हैं।

युद्ध का उल्लेख करके दबाव डालने की कोशिशों को महासंघ में स्थान नहीं है, ऐसा युरोपियन कमिशन के प्रवक्ता ने डटकर कहा। युरोपियन संसद के सदस्य होनेवाले मरेक बेल्का ने, पोलिश प्रधानमंत्री का मानसिक संतुलन बिगड़ा होने का दावा किया है। युरोपियन कौन्सिल के पूर्व प्रमुख डोनाल्ड टस्क ने, मोराविकी का बयान मूर्खतापूर्ण होने की आलोचना की है।

तीसरा विश्वयुद्धपोलैंड की सत्ताधारी ‘लॉ अ‍ॅण्ड जस्टिस पार्टी’ द्वारा राज्य संविधान तथा न्यायालय नियंत्रण में कई सुधार किए जा रहे हैं। उसी समय, युरोपीय महासंघ की, शरणार्थी, प्रसार माध्यमों के अधिकार तथा अन्य कुछ मुद्दों पर होनेवालीं नीतियों का पोलैंड ने विरोध किया है। युरोपीय महासंघ पोलैंड पर अतिरिक्त अधिकार जताने की कोशिश कर रहा है, ऐसा आरोप भी सत्ताधारी पार्टी ने किया है। उसी पृष्ठभूमि पर, पोलैंड के संविधान न्यायालय ने यह फैसला सुनाया था कि युरोपीय महासंघ के समझौते में होनेवाले कुछ प्रावधान पोलैंड के कानून से विसंगत हैं। किसी सदस्य देश ने पहली ही बार महासंघ के कानूनी दायरे को खुलेआम चुनौती दी है, ऐसा माना जाता है।

पोलैंड ने महासंघ को दी चुनौती तोड़ने के लिए उस देश को दी जानेवाली आर्थिक निधि पूरी तरह रोक दें, ऐसा मशवरा महासंघ के कुछ सदस्य देश तथा वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया था। पिछले कुछ दिनों में महासंघ ने पोलैंड पर अधिक से अधिक दबाव बढ़ाने की शुरुआत की है, यह बात भी सामने आई थी। ऐसी स्थिति में पोलैंड के प्रधानमंत्री ने किया तीसरे विश्वयुद्ध का बयान गौरतलब साबित होता है।

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