चीनविरोधी जागतिक ‘सेमीकंडक्टर’ गुट में तैवान भी शामिल हो – तैवानी विश्‍लेषकों का आवाहन

तैपेई – हुवेई मामले के कारण पश्‍चिमी देशों का भरोसा खोनेवाले चीन के साथ जारी व्यापार में गिरावट हो रही है। लेकिन, इस वजह से रक्षा संबंधित उपकरण, गाड़ियों के लिए इस्तेमाल हो रहे ‘सेमीकंडक्टर’ की अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों में बड़ी किल्लत बन रही है। यह तैवान के लिए प्राप्त हुआ बड़ा अवसर साबित होता है। इसका लाभ उठाकर तकनीक के क्षेत्र में बढ़त प्राप्त करने के लिए और साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए तैवान ने चीन के खिलाफ खड़ी हो रही ‘सेमीकंडक्टर’ के जागतिक सप्लाई चेन (ग्लोबल सप्लाई चेन) में शामिल होना होगा, ऐसा आवाहन तैवान स्थित विश्‍लेषकों ने किया है।

taiwan-china-semiconductorविश्‍वभर में गाड़ियों एवं रक्षा संबंधी उपकरणों में इस्तेमाल हो रहे ‘सेमीकंडक्टर’ के निर्यातक देशों में अब तक अमरीका के अलावा एशिया-प्रशांत क्षेत्र के चीन, जापान, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और तैवान जैसे देशों का समावेश था। अमरीका के ‘सेमीकंडक्टर’ क्षेत्र में भी चीन ने भारी मात्रा में निवेश किया होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, एक साल पहले हुवेई मामले में चीन के खिलाफ जासूसी के आरोप होने के बाद चीन के ‘सेमीकंडक्टर्स’ की माँग पर बड़ा असर पड़ा है। चीन के इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों की माँग में भी गिरावट हो रही है।

इसी बीच अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बड़ी कमी निर्माण हुई है। ऐसी स्थिति में सेमीकंडक्टर्स के निर्माण के लिए अन्य देश तैवान की ओर अधिक समय तक अनदेखा नहीं करेंगे, यह दावा तैवान के व्यापारी प्रतिनिधि जॉन डेंग ने किया। ऑटोमोबाईल क्षेत्र के लिए आवश्‍यक ‘सेमीकंडक्टर्स’ तैवान सप्लाई कर सकता है, इस ओर डेंग ने ध्यान आकर्षित किया। इसके लिए जर्मनी ने जनवरी में तैवान की ‘तैवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी’ (टीसीएमसी) से ‘सेमीकंडक्टर्स’ की आपूर्ति करने की माँग की थी। साथ ही अमरीका और जापान भी ‘टीसीएमसी’ से संपर्क बनाए होने की याद डेंग ने दिलाई।

taiwan-china-semiconductorतभी तैवान सरकार से संबंधित ‘इन्स्टिट्यूट फॉर नैशनल डिफेन्स ऐण्ड सिक्युरिटी रिसर्च’ संगठन के विश्‍लेषक वैंग चे-जेन ने भी जागतिक सप्लाई चेन में तैवान को अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए बड़ा अवसर होने का बयान किया है। ‘सेमीकंडक्टर्स’ जैसे उत्पादन राजनीतिक, सुरक्षा विषयक और सामरिक स्तर पर चिंता का विषय बने हैं। इस वजह से आर्थिक मोर्चे पर संपन्न देश ‘सेमीकंडक्टर्स’ निर्माण करनेवाली कंपनियों को अपने देश में प्रकल्प का निर्माण करने का अवसर दे रहे हैं। तैवान इस स्थिति का लाभ उठाए और सेमीकंडक्सटर्स का निर्यात बढ़ाए, यह सुझाव वैंग ने दिया है।

इसी बीच, चीन की जासूसी से बचने के लिए अमरीका के बायडेन प्रशासन ने समविचारधारी देशों के साथ ‘सेमीकंडक्टर्स’ का मोर्चा बनाए, ऐसा आवाहन अमरीका के विश्‍लेषक कर रहे हैं। बायडेन प्रशासन इस मोर्चे को लेकर पुख्ता कौनसी भुमिका अपनाएगा, इसका ब्यौरा अभी सामने नहीं आया है। लेकिन, इस चीन विरोधी मोर्चे में तैवान यकीनन शामिल हो, यह आवाहन भी वैंग कर रहे हैं।

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