पैसिफिक क्षेत्र में चीन का वर्चस्व रोकने के लिए तैवान में ‘पैसिफिक आयलैंडस् डायलॉग’ का आयोजन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतैपेई/वॉशिंग्टन/बीजिंग: चीन की हुकूमत ने आर्थिक एवं लष्करी ताकद के बल पर पैसिफिक क्षेत्र में वर्चस्व बनाने के लिए हरकतें शुरू की है और इसे रोकने के लिए तैवान में पहली बार ‘पैसिफिक आयलैंडस् डायलॉग’ का आयोजन किया गया| सोमवार के दिन हुए इस परिषद में अमरिका और तैवान के साथ पैसिफिक आयलैंडस् देशों के राजदूत एवं जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और कनाडा के अधिकारी शामिल हुए थे| पिछले महीने में पैसिफिक क्षेत्र के दो देशों ने तैवान से राजनयिक सहयोग तोडकर चीन के साथ हाथ मिलाया था| इस पृष्ठभूमि पर यह बैठक होना अहमियत रखता है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने लगातार तैवान के साथ सहयोग रखने की भूमिका अपनाई है और पिछले कुछ महीनों में द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए कदम बढाए है| इसमें तैवान में अमरिका का दुतावास शुरू करना, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों समेत भेंट, तैवान का झंडा खुलेआम फहराने जैसी गतिविधियां शामिल है| साथ ही तैवान से बडी मात्रा में रक्षा सहयोग भी किया गया है| अमरिका की इस भूमिका पर चीन ने कडी आपत्ति जताई है और इसे जवाब देने के लिए तैवान से सहयोग करनेवाले देशों पर दबाव बनाने के लिए हरकतें शुरू की है|

तैवान से अधिकृत स्तर पर संबंध रखनेवाले देशों की संख्या १५ है और इसमें पैसिफिक आयलैंड नेशन्स भी शामिल है| लेकिन, चीन पैसिफिक क्षेत्र में वर्चस्व बनाने के लिए इन देशों को आर्थिक सहायता की लालच दिखाकर अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहा है| पिछले महीने में ‘सोलोमन आयलैंडस्’ और ‘किरिबाती’ इन दो आयलैंड देशों ने तैवान से राजनयिक संबंध तोडने का ऐलान किया था| इसके पीछे चीन का ही दबाव होने का आरोप तैवान के नेतृत्व ने किया था|

इस  पृष्ठभूमि पर पैसिफिक क्षेत्र के अन्य देश तैवान से बने राजनयिक संबंध ना तोडें, इस लिए अमरिका ने पहल की है| तैवान में आयोजित  पहली ‘पैसिफिक आयलैंडस् डायलॉग’ के पीछे यही प्रमुख उद्देश्य होने की बात समझी जा रही है| इस दौरान अमरिका और तैवान के अलवा पैसिफिक एवं इस क्षेत्र के बाहरी अमरिका के मित्रदेशों की मौजुदगी ध्यान आकर्षित करती है| इस दौरान तैवान के मंत्री ने चीन के दबावतंत्र का एहसास दिलाते समय भविष्य में पैसिफिक क्षेत्र की स्थिति ‘साउथ चाइना सी’ की तरह होगी, यह इशारा दिया|

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