‘साउथ चाइना सी’ में अमरिका को अड्डा निर्माण करने के लिए तैवान की अनुमति

तैपेई: साउथ चाइना सी क्षेत्र में अमरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ रहा है, ऐसे में अमरिकी लष्कर को यहाँ पर अड्डा निर्माण करने की अनुमति तैवान ने दी है। इसके लिए साउथ चाइना सी के तायपिंग आयलैंड देने का प्रस्ताव तैवान के अभ्यासकों ने बनाया है। यह हुआ तो साउथ चाइना से में चीन के वर्चस्व को अमरिका से सीधे चुनौती मिल सकती है।

स्वतंत्र तैवान का पुरस्कार करने वाले तैवान के अभ्यासकों के एक समूह ने यह प्रस्ताव बनाया है। ‘साऊथ चाइना सी’ में अमरिका के सैन्य तैनाती के लिए ‘तायपिंग आयलैंड’ उपलब्ध कराके देने देने की तैयारी करने जानकारी तैवान के मीडिया में प्रसिद्ध हुई है। अमरिकी लष्कर को तायपिंग द्वीप दीर्घकाल के लिए किराए पर देने की विस्तृत योजना बनाई गई है।

साउथ चाइना सी, अमरिका, अड्डा निर्माण, तैवान, अनुमति, तैपेई, चीनऐसा हुआ तो साउथ चाइना सी में अमरिका का एक अड्डा कार्यरत हो जाएगा। अमरिका का यह अड्डा साउथ चाइना से में समुद्री परिवहन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उसीके साथ ही तैवान के सार्वभौमत्व के लिए तायपिंग पर लगाई गई अमरिकी सैनिकों की तैनाती तैवान के सार्वभौमत्व की सुरक्षा के ली भी सहायक साबित होगी, ऐसा दावा इस ‘थिंक टैंक’ के कुछ विश्लेषक कर रहे हैं। इस प्रस्ताव को तैवान के लष्करी वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पूरा समर्थन दिया है।

साउथ चाइना सी’ में स्थित तैवान का द्वीप अमरिका के सैनिकों को उपलब्ध कराके देने का यह पहला प्रस्ताव नहीं है। इसके पहले सन २०१६ में तैवान में ‘त्साई ईंग-वेन’ की सरकार सत्ता पर आने के बाद भी इस समुद्री क्षेत्र में अमरिकी सेना की तैनाती के लिए अपना द्वीप किराए पर देने की तैयारी दर्शाई थी।

स्पार्टले द्वीप समूह के तायपिंग द्वीप पर तैवान का पूरा नियंत्रण है। तैवान के लष्कर ने इस द्वीप पर कुछ मात्रा में निर्माण कार्य भी शुरू किया था। लेकिन चीन ने साउथ चाइना सी के पूरे समुद्री क्षेत्र पर अपना अधिकार जताया है और इसमें तैवान के तायपिंग का भी समावेश है। चीन के साथ व्हिएतनाम, फिलिपाईन्स इन देशों नेभी स्पार्टले द्वीप अपना अधिकार जताया है।

दौरान, अमरिका और तैवान के बीच बढ़ रहे लष्करी सहकार्य पर चीन ने इसके पहले ही नाराजगी जताई है। उसीके साथ ही ‘साउथ चाइना सी’ पर अपना सार्वभौम अधिकार जताकर अमरिका इस क्षेत्र में टांग अडाए, ऐसी चेतावनी भी चीन ने दी है।ऐसी परिस्थिति में तैवान ने अमरिका को लष्कर की तैनाती के लिए ‘तायपिंग’ द्वीप देने की रखी योजना चीन की तरफ से तीव्र प्रतिक्रिया आ सकती है।

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