चीन के साथ बढ रहे तनाव की पृष्ठभूमि पर तैवान ने रक्षा खर्च में बडी बढोतरी करने का निर्णय किया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतैपेई: चीन में विलीन होने का प्रस्ताव स्वीकारा नई तो लष्करी सामर्थ्य के बल पर तैवान का कब्जा करने की धमकी चीन ने कुछ सप्ताह पहले दी थी| इस पृष्ठभूमि पर अपनी लष्करी तैयारी बढाने के लिए तैवान ने अपने रखा खर्च में ८.३ प्रतिशत बढोतरी की है| इस विक्रमी बढोतरी के साथ ही तैवान ने वर्ष २०२० के लिए करीबन १३ अरब डॉलर्स का प्रावधान रक्षा खर्च के लिए करने का ऐलान किया है| शत्रु के खतरे को जवाब देने के लिए और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए रक्षा खर्च में यह बढोतरी करना जरूरी था, ऐसा तैवान के रक्षा मंत्रालय ने कहा है|

तैवान के रक्षा मंत्रालय ने गुरूवार के दिन वर्ष २०२० के लिए जरूरी रक्षा खर्च का ऐलान किया| पिछले दशक के तुलना में तैवान ने अबतक के सबसे बडे रक्षा खर्च का ऐलान किया है| राष्ट्राध्यक्षा ‘त्साई ईंग वेन’ ने इस रक्षाखर्च में पिछले वर्ष की तुलना में ८.३ प्रतिशत बढोतरी सुचित की है| तैवान की संसद ने इस रक्षाखर्च के लिए मंजुरी दी तो पिछले दशक से यह सबसे बडा रक्षा खर्च साबित होगा, यह दावा तैवान की सरकार कर रही है|

तैवान की सुरक्षा के लिए बढ रहे खतरे की पृष्ठभूमि पर इतनी बडी तादाद में रक्षाखर्च का ऐलान करने की जानकारी तैवान के रक्षा मंत्रालय ने दी| ‘शत्रु से तैवान की सुरक्षा के लिए बने खतरे में बढोतरी हुई है| इस वजह से आत्मरक्षा के लिए तैवान को अपने रक्षाखर्च में बढोतरी करना जरूरी है’, ऐसा रक्षा मंत्रालय ने कहा है| इस विक्रमी रक्षाखर्च में तैवान अति प्रगत हथियार खरीद करेगा| इन हथियारों की सहायता से देश की सुरक्षा के लिए स्पेशल फोर्सेस का खास दल तैयार किया जाएगा, यह बात भी तैवान की रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट की है|

पिछले महीने में चीन ने तैवान को युद्ध की धमकी दी थी| राष्ट्राध्यक्षा त्साई ईंग वेन तैवान की आजादी की कोशिश में होने का आरोप चीन कर रहा है| इस वजह से तैवान ने आजादी के लिए कोशिश की तो हमला करके तैवान को चीन में शामिल करने की धमकी चीन के वरिष्ठ अधिकारी दे रहे थे| साथ ही अमरिका के साथ हो रहे रक्षा सहयोग पर भी चीन ने आपत्ति दर्ज की थी|

तैवान यह अपना ही भूभाग है और तैवान से स्वतंत्र सहयोग स्थापित करने से अमरिका दूर रहे| अमरिका का यह सहयोग ‘वन चाइना पॉलिसी’ के विरोध में है और इस वजह से दोनों देशों के सहयोग पर असर होगा, यह चेतावनी चीन के विदेश मंत्रालय दी थी| इसके बाद चीन ने तैवान की सीमा में लडाकू और बॉम्बर विमान और युद्धपोत रवाना किए थे| इस घुसपैठ पर आलोचना करके तैवान ने भी चीन के विमानों को भगाने के लिए लडाकू विमान रवाना किए थे|

अगले कुछ दिनों में अमरिका ने तैवान की समुद्री क्षेत्र में युद्धपोत रवाना करके तैवान के साथ बने सहयोग से पीछे नही हटेंगे, यही दिखाया था| राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने अमरिका की सूत्र संभालने के साथ ही तैवान के साथ सियासी, व्यापारी और लष्करी सहयोग बढाने के लिए अहमियत दी है| इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने तैवान की राजधानी तैपेई में खास सांस्कृतिक दफ्तर भी शुरू किया है| अब भी तैवान ने अपने रक्षा खर्च में की हुई विक्रमी बढोतरी का अमरिका ने बडे जोरों से समर्थन किया है| आत्मरक्षा के लिए तैवान ने किया यह निर्णय उचित है, ऐसा अमरिका के विशेष प्रतिनिधि डब्ल्यू.ब्रेंट ख्रिस्तेन्सेन ने कहा है|

इस बीच तैवान का विक्रमी रक्षाखर्च और अमरिका से किए जा रहे समर्थन पर चीन की प्रतिक्रिया दर्ज होने की उम्मीद है| इससे पहले भी व्यापारयुद्ध, साउथ चाइना सी और हॉंगकॉंग में हो रहे प्रदर्शनों के मुद्दों पर अमरिका और चीन में तनाव बढ रहा है|

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