जर्मनी के निर्वासितों में ‘आयएस’ के आतंकवादी

सिरियन निर्वासितों का दावा

migrants_in_isis

निर्वासितों के रेले के कारण जर्मनी में पहले से ही सामाजिक असंतोष धधक रहा है और ऐसे में, इन निर्वासितों की आड़ में ‘आयएस’ के आतंकवादी भी जर्मनी में दाख़िल हुए हैं, यह स्पष्ट हो रहा है । कुछ सिरियन निर्वासितों ने – ‘हमने ‘आयएस’ के आतंकवादियों को जर्मनी के शहर में देखा है’ ऐसा कहा है । जर्मनी की पुलीस को इस बारे में आगाह किया जा चुका है, ऐसी जानकारी भी इन निर्वासितों ने एक रशियन वृत्तसंस्था को दी । लेकिन इन आतंकवादियों पर कुछ भी कार्रवाई न की जाने के कारण हमारे लिए अब जर्मनी भी असुरक्षित बन गया है, ऐसा दावा ये निर्वासित करने लगे हैं।

जर्मनी के ‘सारलोईस’ शहर में सिरिया के कुछ निर्वासित दाख़िल हुए हैं। इन निर्वासितों में ‘सिरियन ख्रिश्चन’ समुदाय का बड़े पैमाने पर समावेश है। इनमें से कुछ लोगों ने, सिरिया में ‘आयएस’ के आतंकवादी दाख़िल हुए होने का दावा किया। सिरियास्थित हमारे गाँव के बाहर ‘आयएस’ ने चौकी बिठायी थी। इस चौकी में रहनेवाला एक आतंकवादी हमें बहुत परेशान करता था। जान बचाने के लिए हम सिरिया छोड़कर जर्मनी में दाख़िल हुए। यहाँ के ‘सारलोईस’ शहर में निर्वासितों की भीड़ में हमें वही आतंकवादी दिखायी दिया’ ऐसी धक्कादायक जानकारी एक निर्वासित ने दी।

‘असिरियन ख्रिश्चन कल्चर’ के अध्यक्ष ‘चार्ली कनाउन’ ने, इन निर्वासितों में कुछ ‘आयएस’ के आतंकवादी भी हैं, इस बात की पुष्टि की। यह जानकारी जर्मन पुलीस को भी दी जा चुकी है, ऐसा कनाउन ने कहा है। हालाँकि जर्मन पुलीस ने इस बात को गंभीरतापूर्वक ले लिया है, मग़र फिरभी यहाँ की पुलीस ‘आयएस’ के आतंकवादियों के साथ बड़ी ही सभ्यतापूर्वक पेश आती है, ऐसा निरीक्षण कनाउन ने दर्ज़ किया। वहीं, जर्मनी जैसे जनतंत्रवादी देश में भी ‘आयएस’ के आतंकवादी घुसे होने के कारण हम बहुत डर गये हैं, ऐसा दावा निर्वासित करने लगे हैं। इन आतंकवादियों को देखकर हम भयकंपित हुए हैं और जर्मनी को छोड़कर किसी अन्य जगह जाने को दिल करता है। मग़र जायें तो जायें कहाँ, यह सवाल मन में उठ रहा है, ऐसा खेद कुछ निर्वासितों ने ज़ाहिर किया है।

migrants-along-austrian-german-border

जर्मनी की पुलीस ने भी, सिरियन निर्वासितों ने ‘आयएस’ कुछ आतंकवादियों को देखा हुआ होने की जानकारी हमें मिली है, यह कहा है। लेकिन जब तक ये आतंकवादी यहाँ पर कोई गुनाह नहीं करते, तब तक उन्हें गिरफ़्तार नहीं किया जा सकता, ऐसा जर्मनी के पुलीस अधिकारियों ने रशियन वृत्तसंस्था से कहा है। वहीं, यदि आतंकवादी कोई गुनाह करने तक जर्मनी की पुलीस उन्हे गिरफ़्तार नहीं करनेवाली है, तो ऐसे रवैये के कारण जर्मनी तथा जर्मनी में दाख़िल हुए निर्वासित भी सुरक्षित नहीं होंगे, ऐसा दावा निर्वासितों से किया जा रहा है।

इसी दौरान, पिछले वर्ष के फ़रवरी महीने में ‘आयएस’ ने सिरिया के तक़रीबन २५० सिरियन ख़्रिश्चनों का अपहरण किया था। प्रति व्यक्ति एक लाख डॉलर्स, इतनी रक़म मिली, तो ही उन्हें छोड़ देंगे, ऐसे धमकी ‘आयएस’ ने दी थी। लेकिन उनमें से कुछ लोग ‘आयएस’ के चंगुल से बच निकलने में क़ामयाब हुए थे। ‘आयएस’ के द्वारा अपहृतों पर किये जानेवाले अनन्वित अत्याचारों की कहानियाँ उन्हों ने दुनिया के सामने प्रस्तुत की हैं। इस भयानक अनुभव के कारण भयभीत हुए सिरियन ख्रिश्चन जर्मनी में दाख़िल हुए हैं।

इसी दौरान, फ़्रान्स की राजधानी पॅरिस में ‘आयएस’ के आतंकवादियों ने किये घातपातों के कारण, युरोप के प्रमुख देश भी इस आतंकवादी संगठन से सुरक्षित नहीं हैं, यह स्पष्ट हुआ था। उसी में, जर्मनी में ‘आयएस’ के आतंकवादी निर्वासितों के साथ वास्तव्य कर रहे हैं, यह जानकारी सामने आने के बाद, जर्मनी की अंतर्गत सुरक्षा को भी बहुत बड़ा ख़तरा निर्माण हुआ दिखायी दे रहा है। निर्वासितों को विरोध रहनेवाले जर्मनी तथा अन्य युरोपीय देशों के गुटों एवं राजनीतिक पार्टियों के द्वारा इस बात को अधोरेखित किया जा सकता है। उसके बाद, निर्वासितों के प्रति रहनेवाले नर्म रवैये को बदलने की माँग और भी तीव्र हो सकती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.