अमरिका के साथ संघर्ष शुरू होने पर सीरिया ईरान के साथ रहेगा – सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरदमास्कस: अमरिका ने ईरान पर हमला किया तो इस युद्ध में सीरिया ईरान के साथ होगा, ऐसी घोषणा सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद ने की है| दौरान गाजापट्टी में हमास ने भी ईरान के साथ सहयोग सर्वोच्च स्तर पर पहुंचने का दावा किया है| इससे पहले भी हिजबुल्लाने ईरान के पक्ष में डटकर खड़े रहेंगे, ऐसा कहकर अमरिका एवं इस्रायल को ईरान पर किए हमले के भयंकर परिणाम होंगे, ऐसी धमकियां दी थी|

ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयातुल्ला खामेनी के प्रतिनिधि एवं ईरान के वरिष्ठ संसद सदस्यों ने हालही में सीरिया का दौरा किया| खामेनी के प्रतिनिधि होनेवाले हुसैन आमिर अब्दुल्लाहियान ने सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद की भेंट की है| इस भेंट में सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिका के विरोध में सीरिया ईरान के पीछे कायम रहने की बात घोषित की है|

आमिर अब्दुल्लाहियान ने सीरियन राष्ट्राध्यक्ष से बोलते हुए ईरान के परमाणु कार्यक्रम के बारे में चर्चा करने की जानकारी सीरियन माध्यमों ने दी है| तथा ईरान एवं सीरिया में सामरिक सहयोग पर भी दोनों नेताओं में बैठक संपन्न हुई है| ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के सैनिक सीरिया में तैनात है| सीरिया में आतंकवाद विरोधी संघर्ष के लिए अपना लष्कर सीरिया में तैनात होने का दावा ईरान कर रहा है|

पर सीरिया में ईरान की तैनाती इतने तक मर्यादित न होने की बात स्पष्ट तौर पर दिखाई देने लगी है| पिछले कुछ महीनों से ईरान ने सीरिया के पश्चिमी भाग तारतूस बंदरगाह के पास अपने अड्डे प्रस्थापित करने के लिए गतिविधियां शुरू करने का दावा किया जा रहा है| यह सहयोग बढ़ाने के लिए ईरान ने सीरिया पर दबाव बढाने की कोशिश की है, यह दावा कुछ हफ्तों पहले रशियन माध्यमों ने किया है|

एक तरफ इस्रायल सीरिया में ईरान के अड्डों पर हवाई हमलें करने की खबरें लगातार प्रसिद्ध हो रही है| कुछ भी होने पर सीरिया को ईरान के लष्करी अड्डा बनने नहीं देंगे, ऐसा इस्रायल ने सूचित किया है| अमरिका और सौदी अरब भी सीरिया में ईरान की लष्करी उपस्थिति पर चिंता व्यक्त करते आ रहे हैं| ऐसी परिस्थिति में सीरिया में ईरान का बढ़ता लष्करी प्रभाव रशिया के लिए चिंता का विषय बना है| इस पर रशिया और ईरान में बने मतभेद दुनिया के सामने आए थे|

सीरियन राष्ट्राध्यक्ष ने अपने निकटतम मित्र देश ईरान के साथ कायम रहने की बात कहकर ईरान का पक्ष अधिक मजबूत करते दिखाई दे रहे है|

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